Team India: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय परिवर्तन के दौर से गुजर रही है. बीसीसीआई (BCCI) सभी फॉर्मेट में युवा खिलाड़ियों को तरजीह देने की नीति पर काम कर रहा है. बोर्ड द्वारा हाल में जारी की गई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सूची से भी स्पष्ट हो गया कि अब उन खिलाड़ियों के लिए जो टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं लेकिन वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं उन्हें अब निराशा हाथ लगेगी.
बोर्ड पूरी तरह नए और युवा खिलाड़ियों को न सिर्फ टी 20 बल्कि वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में भी आजमाना चाहता है ताकि भविष्य के लिए एक मजबूत टीम बनाई जा सके. आईए उन तीन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं जिन्हें टीम (Team India) से ड्रॉप किया जा चुका है लेकिन वापसी की उम्मीद में वे अब भी घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में खेल रहे हैं.
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) पिछले एक दशक से टीम इंडिया (Team India) के लिए टेस्ट फॉर्मेट मेंं एक भरोसेमंद खिलाड़ी रहे हैं. इन वर्षो में भारतीय टीम की देश विदेश में मिली सफलता में उनका बड़ा योगदान रहा है. लेकिन टीम इंडिया और बीसीसीआई अब 36 साल के पुजारा से आगे बढ़ना चाहती है. यही वजह है कि उन्हें WTC फाइनल 2023 में भारतीय टीम की हार के बाद ड्रॉप कर दिया गया था. उन्हें बताया भी गया था कि युवा खिलाड़ियों को जगह देने के लिए उन्हें ड्रॉप किया जा रहा है.
बोर्ड ने बेशक इस खिलाड़ी को ड्रॉप कर दिया है लेकिन उन्होंने भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है. पुजारा रणजी ट्रॉफी 2024 में अपनी घरेलू टीम सौराष्ट्र के लिए खेले और उम्दा प्रदर्शन किया. उन्होंने 8 मैचों की 13 पारियों में 3 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 69.08 की औसत से 829 रन बनाए.
नाबाद 243 उनका श्रेष्ठ स्कोर रहा. इसके बावजूद उन्हें इंग्लैंड सीरीज के दौरान भारतीय टीम में जगह नहीं दी गई और सेंट्रल कांट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया गया. यह स्पष्ट इशारा था कि घरेलू क्रिकेट पुजारा खेल सकते हैं लेकिन राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी अब मुमकीन नहीं है. पुजारा ने 103 टेस्ट में 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाते हुए 7195 रन बनाए हैं.
अजिंक्य रहाणे
एक समय था जब विराट कोहली के बाद अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को भारतीय टेस्ट टीम का अगला कप्तान माना जा रहा था. रहाणे ने 2020-21 में खेली गई बॉर्डर गावस्कर सीरीज में अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी लेकिन विराट कोहली के कप्तानी से हटते ही रहाणे के बुरे दिन शुरु हो गए और उन्हें टीम (Team India) से ड्रॉप कर दिया गया.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल के लिए 17 महीने बाद अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के बाद उन्हें फिर से ड्रॉप कर दिया गया. विराट कोहली और केएल राहुल की गैरमौजूदगी के बावजूद रहाणे को टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई. रणजी ट्रॉफी 2024 में भी वे बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं.
सेंट्रल कांट्रैक्ट से वे पहले से ही बाहर हैं. ऐसे में अब उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी बेहद मुश्किल है. रहाणे ने 85 टेस्ट में 12 शतक लगाते हुए 5077, 90 वनडे में 3 शतक लगाते हुए 2962 और 20 टी 20 में 375 रन बनाए हैं.
भुवनेश्वर कुमार
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनका टीम इंडिया (Team India) के लिए सफर शायद समाप्त हो चुका है. एक समय तेजी के साथ स्विंग की वजह से भारत के टॉप गेंदबाजों में शुमार रहे भुवी की भारतीय टीम के साथ वर्ष दर वर्ष मैचों में लगातार गिरावट आई है.
2018 के बाद से वे टेस्ट नहीं खेले हैं, जनवरी 2022 के बाद वनडे और नवंबर 2022 के बाद से वे टी 20 से भी बाहर हैं. इस दौरान आईपीएल भी खेले और घरेलू क्रिकेट भी खेले जिसमें उनका प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन टीम इंडिया उनके स्थान पर मुकेश कुमार, आवेश खान, आकाश दीप जैसे गेंदबाजों को मौका दे रही है.
ये स्पष्ट इशारा है कि 34 साल के यूपी के इस गेंदबाज को लेकर बीसीसीआई गंभीर नहीं है. भुवी भी सेंट्रल कांट्रैक्ट से बाहर हैं. IPL 2024 में इस गेंदबाज का जलवा सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से दिखेगा. इस टीम के साथ वे 2014 से जुड़े हुए हैं. भुवी ने भारतीय टीम के लिए 21 टेस्ट में 63, 121 वनडे में 141 और 87 टी 20 में 90 विकेट हैं. भुवी भारत की तरफ से टी 20 में सर्वाधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं.
ये भी पढे़ें- बड़ी खबर – मुंबई इंडियंस के इस खूंखार खिलाड़ी ने थामा KKR का हाथ, गौतम गंभीर ने इस वजह से खेला दांव