भारतीय टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya rahane) ने हाल ही में अपनी और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की बल्लेबाजी पर उठ रहे सवालों का जवाब बड़े मजेदार अंदाज में दिया है. लॉर्ड्स के मैदान पर पहली पारी में दोनों खिलाड़ी कुछ खास बड़ा स्कोर नहीं कर पाए थे. जबकि दूसरी पारी में दोनों ने बहुत ही धीमी गति से रन बनाए थे. इसे लेकर आलोचकों ने खिलाड़ियों पर काफी तंज भी कसे थे.
पुजारा और अपनी आलोचना से चिंतित नहीं है ये बल्लेबाज
लॉर्ड्स के बाद से इस मसले पर हो रही बहस पर मिडिल ऑर्डर के इस बल्लेबाज का कहना है कि, वो इस तरह की आलोचनाओं को लेकर चिंतित नहीं थे. पहली पारी मे फेल होने के बाद इन दोनों बल्लेबाजों ने अपने आपको मुश्किल समय में साबित किया और लंबी साझेदारी की. आखिरी दिन तक भारत की बल्लेबाजी को मजबूत करने में इनका अहम योगदान था.
अजिंक्य रहाणे (Ajinkya rahane) ने 61 रन की शानदार पारी खेली थी तो वहीं पुजारा ने 200 से ज्यादा गेंदों का सामना करते हुए 45 रन बनाए थे. चेतेश्वर पुजारा की धीमी पारी पर भी भारतीय बल्लेबाज ने अपनी प्रतिक्रिया दी. जिसके बारे में लगातार आलोचना हो रही है. उनका कहना है कि यह पारी उन्होंने ऐसे वक्त खेली जिसकी टीम को ज्यादा जरूरत थी. इसलिए 200 से ज्यादा गेंदों को देखने के बजाय उनके योगदान को देखना चाहिए.
लोग हमेशा महत्वपूर्ण लोगों के बारे में बात करते हैं
इस बारे में बातचीत करते हुए अजिंक्य रहाणे (Ajinkya rahane) ने कहा कि,
"हम हमेशा बात करते हैं कि वह धीमा खेलता हैं. लेकिन, वह पारी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण थी. वह 200 गेंद खेला. हमने एक दूसरे का साथ दिया. चेतेश्वर और मैं काफी समय से साथ खेल रहे हैं. हमें पता है कि दबाव से कैसे निपटना है. निश्चित परिस्थितियों का सामना कैसे करना है. जो चीजें हमारे नियंत्रण में नहीं हैं, हम उसके बारे में बातें नहीं करते."
इतना ही नहीं अपनी आलोचना को लेकर भी वो ज्यादा चिंतित नहीं थे. इस बारे में उन्होंने कहा कि,
"मुझे खुशी है कि लोग मेरे बारे में बात कर रहे हैं. मेरा हमेशा से मानना है कि लोग महत्वपूर्ण लोगों के बारे में बात करते हैं. इसलिए मैं इसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हूं. यह टीम को योगदान देने से जुड़ा है. हर चीज मुझे प्रेरित करती है. देश के लिए खेलने से मैं प्रेरित होता हूं. मैं आलोचना को लेकर परेशान नहीं होता."