Ajinkya Rahane: अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी में मुंबई ने शेष भारत टीम को ईरानी कप 2024 (Irani Cup 2024) के मुकाबले में हराकर खिताबी जीत दर्ज की थी। हालांकि ये मुकाबला ड्रॉ रहा था लेकिन दूसरी पारी में लीड लेने के कारण मुंबई की टीम को विजेता घोषित किया गया। रणजी ट्रॉफी 2024 चैंपियन मुंबई की इस जीत में कई खिलाड़ियों का योगदान रहा लेकिन अपने प्रदर्शन के चलते एक खिलाड़ी सबसे ज्यादा चर्चा में है। इस खिलाड़ी को अजिंक्य रहाणे ने आने वाले समय में भारतीय टीम का सुपरस्टार भी बता दिया है।
भविष्य में भारत के लिए खेलेगा ये खिलाड़ी
ऑफ स्पिनर-ऑलराउंडर तनुष कोटियान (Tanush Kotian) ने ईरानी कप 2024 में अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता था। मुंबई अगर इस मैच को जीत पाने में कामयाब हुई तो उसमें इस खिलाड़ी का सबसे अहम योगदान था। तनुश ने ये मुकाबला अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेला। रहाणे ने भी इस खिलाड़ी को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जिस तरह से उन्होंने इस मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन किया है, वह जल्द ही भविष्य में भारतीय टीम के लिए खेलते हुए नजर आएंगे।
Tanush Kotian ने ईरानी ट्रॉफी में मचाया धमाल
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रेस्ट ऑफ इंडिया टीम के सामने 537 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था। तनुष ने पहली पारी मे 8 नंबर पर आकर 64 रन बनाए। इसके बाद गेंदबाजी में अपना जलवा बिखेरते हुए उन्होंने 3 विकेट चटकाए। दूसरी पारी में आकर तनुश ने शतकीय पारी खेल डाली। 114 रनों की पारी के बाद मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह उनके नाम की चर्चा होने लगी। भले ही सरफराज खान (Sarfaraz Khan) को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया हो लेकिन कोटियान का प्रदर्शन भी कुछ कम नहीं था।
मुंबई को बनाया था रणजी चैंपियन
रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy) में मुंबई की टीम अगर चैंपियन बनी थी तो वहां भी तनुश अकेले दी दम पर अपनी टीम को जीत दिलाते हुए चले गए थे। इस सीजन में उन्होंने सबसे ज्यादा 10 मुकाबले खेले। इन मैचों में कोटियान ने 41.83 के औसत से 1 शतक और 5 अर्धशतक के साथ 502 रन बनाए। इतना ही नहीं, गेंद से भी ये खिलाड़ी 29 विकेट चटकाने में कामयाब रहा।
क्या R. Ashwin की ले पाएंगे जगह
तनुश कोटियान को टीम इंडिया का अगला रविचंद्रन अश्विन भी कहा जाने लगा है। फैंस उम्मीद लगा रहे हैं कि अश्विन के संन्यास के बाद तनुश उनकी लीगेसी (विरासत को आगे बढ़ाना) को आगे लेकर जाने का काम करेंगे। हालांकि अभी इसके लिए इस खिलाड़ी को लंबा सफर तय करना है। ये खिलाड़ी प्रतिभा का धनी जरूर है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के दबाव को अभी तक उन्होंने महसूस नहीं किया है।
अंतर्राष्ट्रीय टीम में समय बिताने के बाद तनुश कोटियान के खेल की शैली भी बदलेगी। ऐसे में आने वाले कुछ साल उनके लिए महत्त्वपूर्ण रहेंगे। अगर वह अपने इस प्रदर्शन को जारी रखते हैं तो भले ही वह भारत के दूसरे अश्विन ना बन पाएं लेकिन ये वह विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बना पाने में जरूर कामयाब होंगे।