3 कारण क्यों अजिंक्य रहाणे की जगह अश्विन को होना चाहिए भारत का ऑस्ट्रेलिया में कप्तान
Published - 04 May 2021, 03:25 AM

Table of Contents
भारतीय टीम मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है. जहाँ पर एकदिवसीय और टी20 सीरीज के बाद अब टेस्ट फ़ॉर्मेट खेला जा रहा है. जहाँ पर एडिलेड में खेले गये पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम बुरी तरह से हार गयी. जिसके साथ ही वो 4 मैचों की सीरीज में 1-0 से पीछे हो गये.
पहले मैच के बाद अब भारतीय टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली भारत वापस आ रहे हैं. जल्द ही विराट कोहली पिता बनने वाले हैं. जिसके कारण ही वो अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ समय बिताने के लिए भारत आ जायेंगे और बाकि 3 टेस्ट मैच में वो टीम का हिस्सा नहीं होंगे.
ऐसे में अब विराट कोहली के गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे टीम की कप्तानी करते हुए नजर आयेंगे. आज हम आपको 3 वजह बताएँगे जिसके कारण रहाणे की जगह रविचंद्रन अश्विन को टेस्ट सीरीज में कार्यवाहक कप्तान होना चाहिए था.
1. मौजूदा फॉर्म भी डालेगा असर
क्रिकेट के दुनिया में फॉर्म में बने रहने वाले खिलाड़ी का सबसे ज्यादा महत्व होता है. मौजूदा समय में देखे तो विराट कोहली के गैरमौजूदगी में 3 सबसे ज्यादा सीनियर खिलाड़ियों की बात करें तो उस लिस्ट में अश्विन, रहाणे और पुजारा ही नजर आते हैं.
अजिंक्य रहाणे के फॉर्म की बात करें तो पिछले कुछ समय से वो बहुत ज्यादा उतार चड़ाव से जूझ रहे हैं. कुछ ही मौकों पर वो अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर सफल रहे हैं. ऐसे में उनपर कई बड़े सवाल भी खड़े होते रहे हैं.
जबकि रविचंद्रन अश्विन के मौजूदा फॉर्म को देखें तो एडिलेड में खेले गये पहले टेस्ट मैच में ही उन्होंने टीम के लिए 6 विकेट निकाले थे. उसके साथ ही फॉर्म होने के कारण ही अश्विन मैदान पर बहुत ज्यादा आत्मविश्वास के साथ भी नजर आ रहे थे.
2. कप्तानी करने का अनुभव
अभी कप्तानी करने के अनुभव की बात करें तो अजिंक्य रहाणे ने भले ही 2 टेस्ट मैच में भारतीय टीम की कप्तानी की हो लेकिन उसके अलावा उन्होंने बहुत ज्यादा समय तक ये बड़ी जिम्मेदारी नहीं संभाली है. जो उनके लिए मुश्किले खड़ी कर सकता है.
वहीँ जिस अंदाज में अजिंक्य रहाणे ने आईपीएल में कप्तानी की हैं उसपर भी कई बार सवाल खड़े हुए हैं. वहीँ रविचंद्रन अश्विन ने दिखाया है की वो आगे बढ़कर टीम की अगुवाई करते हुए नजर आ सकते हैं. जिसकी झलक आईपीएल में भी दिखी हैं.
अश्विन में नेतृत्व क्षमता नजर आती है. वहीँ वो लंबे समय तक भारतीय टीम के उपकप्तान भी रहे. जिसके कारण ही इस जिम्मेदारी को भी वो आसानी से संभाल सकते हैं. जबकि विदेशो दौरों पर अश्विन की भूमिका और अहम हो जाती है.
3. मैदान पर अश्विन रहते हैं ज्यादा एक्टिव
बतौर कप्तान मैदान पर एक्टिव रहना बहुत ज्यादा जरुरी है. टेस्ट क्रिकेट में आपको हर समय पकड़ बनाये रखने की जरूरत होती है. जिसके बाद ही भारतीय टीम इस टेस्ट सीरीज में वापसी करने में सफल हो पायेगी. अच्छी कप्तानी की जरूरत इस समय टीम को हैं.
अब यदि विराट कोहली गैरमौजूद होंगे तो फिर मैदान पर एक ऐसे कप्तान की जरूरत हैं जो कोहली की कमी टीम को नहीं खलने दें. इस समय में यदि फ़िलहाल तो अजिंक्य रहाणे से ज्यादा रविचंद्रन अश्विन एक्टिव नजर आते हैं. जो उन्हें इस मामले में बेहतर करती है.
रविचंद्रन अश्विन ने बतौर सीनियर खिलाड़ी कप्तान विराट कोहली की भी कई मौकों पर मदद की हैं. जिसके कारण ही अब भारतीय टीम मैनेजमेंट को बड़ा फैसला करते हुए अजिंक्य रहाणे की जगह रविचंद्रन अश्विन को कप्तान बना देना चाहिए.