शुक्रवार 6 जुलाई को हुए रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया। पहले मुकाबले में हार के बाद इस टी-20 श्रृंखला में इंग्लैंड के लिए करो या मरो की स्थिति थी। तीन मैचों की टी-20 श्रृंखला अब 1-1 की बराबरी पर आ गई है।
इस टी-20 का निर्णायक मुकाबला 8 जुलाई रविवार को शाम 6:30 बजे से शुरू होगा। पहले मुकाबले में सतक मार भारत को आसान जीत दिलाने वाले के एल राहुल का बल्ला इस मैच में शांत रहा। वहीं दूसरी ओर पहले मुकाबले में 5 विकेट लेने वाले कुलदीप यादव का जादू भी इस मैच में फीका रहा।
शुरुआती झटके के बाद आखिरी ओवर में 22 रन मार धोनी ने दिलाया सम्मानजनक स्कोर
पहले तीन विकेट जल्दी खोने के बाद कप्तान विराट, रैना और धोनी की बदौलत टीम का स्कोर 148 रनों तक पहुंचा। कप्तान विराट ने 47(38) , धोनी ने 32(24) और रैना ने 27(20) की पारी खेली। जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही।
उमेश यादव ने शुरुआती झटके दे इंग्लैंड को मुश्किल में डाल दिया था। मैच के आखिरी ओवर में इंग्लैंड को 13 रनों की दरकार थी । एलेक्स हैल्स ने भुवी के पहले दो गेंदो पर 10 रन मार मैच तुरंत समाप्त कर दिया।
हार के बाद कोहली इन खिलाड़ियों को कह सकते है बाय-बाय
लेकिन इस प्रदर्शन के बाद अब आखिरी मुकाबले में कुछ खिलाड़ियों ने कप्तान को सोच में डाल दिया है। आखिरी मुकाबला निर्णायक है ,भारत और इंग्लैंड एक-एक मुकाबले जीत चुके है। वो तीन खिलाड़ी जिनको कप्तान कोहली बाहर का रास्ता दिखा सकते है आइए डालते है उन पर एक नज़र।
#1. रोहित शर्मा
इसमें कोई दो राय नहीं की रोहित एक आक्रामक बल्लेबाज है। लेकिन उनके आंकड़े ये साफ दिखाते है की उन पर भरोसा करना आसान काम नहीं होगा। अगर इस साल की बात की जाए तो भारत ने इंग्लैंड दौरे से पहले तीन टी-20 श्रृंखला खेली है। फरवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ। उसके बाद निदहास ट्रॉफी में श्रीलंका और बांग्लादेश के विरुद्ध और इंग्लैंड दौरे से पूर्व जून में आयरलैंड के विरुद्ध।
साउथ अफ्रीका दौरे में टी-20 के तीन मुकाबलों में रोहित ने कुल 31 रन बनाए। इस टूर्नामेंट में उनका एवरेज 10.33 का रहा। उनका सर्वाधिक स्कोर रहा पहले टी-20 मुकाबले में 9 गेंदो पर 21 रन। निदहास ट्राफी में पहले तीन मुकाबलों में रोहित के बल्ले से 9.33 की औसत से सिर्फ 28 रन ही लगे। आखिरी दो मुकाबलों में उन्होंने 89 ओर 56 रनों की पारी खेली। जिसके बाद उनके एवरेज में सुधार हुआ और कुल 5 मैचों में 34.6 की औसत से उन्होंने 173 रन बनाए।
कुणाल पांड्या को मिल सकता है मौका
इंग्लैंड दौरे में भारत के पास टी-20 मुकाबलो में ओपनर्स की कोई कमी नहीं। रोहित ने पहले दो मुकाबलो में 40 के करीब रन मारे है।इंग्लैंड में धवन के प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें खिलाना आवश्यक है और राहुल आईपीएल से ही अच्छे लय में है।
रोहित की जगह कुणाल पंड्या को मौका दिया जा सकता है। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज इंडिया-ए के लिए हाल ही अच्छा प्रदर्शन कर चुका है। कुणाल आईपीएल में एक अच्छे विकेट टेकर बॉलर भी साबित हुए थे। आईपीएल में वो मुंबई इंडियंस के लिए खेलते है।
#2. भुवनेश्वर कुमार
यू तो भुवी हमेशा से भारत के महत्वपूर्ण स्विंग बॉलर रहे है। लेकिन इंग्लैंड दौरे में पहले दो मुकाबलों में उनका प्रदर्शन कुछ खांस नहीं रहा। पहले मुकाबले में 4 ओवर में 11 से ऊपर की औसत से उन्होंने बिना विकेट लिए 45 रन दिए। दूसरे मुकाबले में 3.4 ओवर में 19 रन दे एक विकेट लिया। इस मैच में वो आखिरी ओवर में 13 रन बचा पाने में नाकाम रहे थे।
हालाकि साउथ अफ्रीका दौरे पर 3 मुकाबलों में उन्होंने कुल 11 ओवर में 67 रन दे 7 विकेट अपने नाम किया। इस पूरे टूर्नामेंट में वो भारत के सबसे किफायती गेंदबाज रहे। लेकिन इंग्लैंड से पहले दो मुकाबलों में उनका प्रदर्शन कुछ खांस नहीं रहा।
जसप्रीत बुमराह पहले ही इस दौरे में एकदिवसीय और टी-20 मुकाबलों से बाहर हो गए है। ऐसे में दीपक चाहर को विराट कोहली मौका दे सकते है। दीपक का आईपीएल में चेन्नई के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन रहा था।
#3. शिखर धवन
इंग्लैंड में हुए चैंपियंस ट्रॉफी में धवन टॉप स्कोरर रहे थे। यूँ तो इंग्लैंड में उनके बल्ले से काफी रन बरसते रहे है, लेकिन इस टी-20 श्रृंखला में धवन का बल्ला शांत रहा है।
दूसरे टी-20 में गज़ब तरीके से रन आउट हुए थे धवन
पहले मुकाबले में इनसाइड एज लग धवन क्लीन बोल्ड हो गए थे। वहीं दूसरे मुकाबले में बड़े अज़ीब तरीके से रन आउट का शिकार हो गए थे। दो मैच मिलाकर धवन के खाते में मात्र 14 रन है। पहले मुकाबले में उनके खाते में 4 गेंदों पर 4 रन आये थे। वहीं दूसरे मुकाबले में उनकी किस्मत उनसे खेलती दिखी। 14 गेंदों पर 10 रन बना वो पविलियन लौट गए।
कोहली दिनेश कार्तिक को दे सकते है टीम में जगह
ऐसे में कप्तान कोहली दिनेश कार्तिक को मौका देने का सोच सकते है। दिनेश कार्तिक निदहास ट्रॉफी से सी फॉर्म में है। आईपीएल में कोलकता की कप्तानी के साथ कार्तिक ने अच्छी बल्लेबाजी भी की।
कार्तिक बहुत ही शानदार फील्डर भी है। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ उनका शार्ट फाइन लेग पर शानदार कैच आज भी लोगों को याद है।