3-0 की करारी हार के बाद आगा जी का कप्तानी से कटा पत्ता, मोहसिन नकवी ने अपने लाडले को सौंपी कैप्टेंसी
Published - 17 Oct 2025, 01:58 PM | Updated - 17 Oct 2025, 02:00 PM

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एशिया कप 2025 पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा अध्याय बन गया है, जिसे शायद पाकिस्तान क्रिकेट लंबे समय तक भूल नहीं पाएगा। कभी जो टीम भारत को चुनौती देने का दम रखती थी, वही टीम 15 दिनों में तीन बार उसी भारत के आगे घुटने टेक गई।
इस हार ने न सिर्फ पाकिस्तान टीम के मनोबल को तोड़ा, बल्कि उसके कप्तान सलमान अली आगा की कप्तानी से भी पत्ता काट दिया हैं। अब पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) ने अपनी नई योजना के तहत टीम की कमान अपने “लाडले” और भरोसेमंद खिलाड़ी को सौंपने का मन बना लिया है।
भारत के हाथों तिहरी शिकस्त से हिला पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान की टक्कर हमेशा भावनाओं से भरी होती है, लेकिन एशिया कप 2025 में यह जंग पूरी तरह एकतरफा साबित हुई।
14 सितंबर को ग्रुप ए मैच में भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराया, 21 सितंबर को सुपर फोर में भी वही नतीजा दोहराया और छह विकेट से हराया और 28 सितंबर को फाइनल में तो भारत ने पाकिस्तान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। फाइनल मैच में पाकिस्तान ने शानदार शुरुआत की थी — एक विकेट पर 113 रन बनाकर वे पूरी तरह हावी नजर आ रहे थे।
लेकिन इसके बाद कुलदीप यादव की फिरकी जादूगर ने ऐसी तबाही मचाई कि पाकिस्तान की पूरी टीम 146 रन पर सिमट गई। भारत ने तिलक वर्मा की नाबाद 69 रनों की पारी के दम पर यह लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया और पांच विकेट से मुकाबला जीत लिया।
इस जीत ने भारत को उसका नौवां एशिया कप खिताब दिलाया, जबकि पाकिस्तान के लिए यह लगातार तीसरी करारी शिकस्त रही।
सलमान आगा का फ्लॉप शो , कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों फेल
सलमान अली आगा का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में बेहद निराशाजनक रहा। सात मैचों में उन्होंने केवल 72 रन बनाए, औसत महज 12 का रहा और स्ट्राइक रेट 80.90 से नीचे रहा। यह आंकड़े उस खिलाड़ी के लिए चुभने वाले हैं जिसे पाकिस्तान ने अपनी टीम का कप्तान बनाया था।
मैदान के अंदर उनकी कप्तानी में न जोश नजर आया, न कोई रणनीति। टीम के फैसले अव्यवस्थित थे और बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव ने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को तोड़ दिया।
लेकिन असली गिरावट उनकी छवि में तब आई जब उन्होंने मैदान के बाहर भी विवाद खड़े कर दिए। भारत से हारने के बाद उन्होंने खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार किया, प्रेस कॉन्फ्रेंस से नदारद रहे और रनर-अप का चेक फेंकने जैसी हरकत कर दी। यह सब देखकर बोर्ड का भरोसा उनसे पूरी तरह उठ गया।
उनकी कप्तानी को लेकर अंदरखाने पहले से असंतोष था, लेकिन भारत से मिली लगातार तीन हार ने पीसीबी को कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
Mohsin Naqvi का मास्टरस्ट्रोक , इस खिलाड़ी को बनाया कप्तान
अब पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) ने टीम की बागडोर अपने सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर शादाब खान को सौंपने का निर्णय ले लिया है। शादाब वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने पाकिस्तान के लिए 112 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं और उप-कप्तान के तौर पर कई बार अपनी समझदारी दिखाई है।
उनके अंदर खेल को पढ़ने की गहरी क्षमता है और वे मैदान पर शांत दिमाग से फैसले लेते हैं। फिलहाल वे कंधे की सर्जरी के बाद रिकवरी में हैं, लेकिन अगले महीने उनकी वापसी की उम्मीद है।
नकवी (Mohsin Naqvi) लंबे समय से यह मानते हैं कि शादाब में टीम को एकजुट करने की क्षमता है। उनके पास नेतृत्व का अनुभव भी है और ऑलराउंड स्किल्स के कारण वे टीम में संतुलन ला सकते हैं , जो पाकिस्तान पिछले कुछ समय से खो चुका है।
वर्ल्ड कप 2026 से पहले “रीसेट” की तैयारी
पीसीबी अब आने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2026 को ध्यान में रखते हुए टीम में व्यापक बदलाव की योजना बना रहा है। भारत से लगातार तीन हार ने पाकिस्तान क्रिकेट को झकझोर दिया है और यह साफ हो गया है कि केवल प्रतिभा के भरोसे अब आगे नहीं बढ़ा जा सकता।
पाकिस्तान को ऐसी टीम चाहिए जो दबाव में शानदार प्रदर्शन कर सके। शादाब खान को कप्तान बनाकर उनसे बेहतर नतीजे की उम्मीद करेगा।
सलमान आगा के दौर में टीम बिखरी हुई नजर आई, लेकिन अब पीसीबी चाहता है कि खिलाड़ी एक लक्ष्य के तहत आगे बढ़ें।
शादाब के शांत स्वभाव और खेल के प्रति जुनून से टीम को वह स्थिरता मिल सकती है जिसकी उसे लंबे समय से जरूरत थी। भारत से मिली हार ने पाकिस्तान को यह एहसास कराया है कि जीत सिर्फ बल्ले और गेंद से नहीं, बल्कि सोच और संयम से भी मिलती है।