कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Shrivastava) ने रणजी ट्रॉफी 2022 में मध्य प्रदेश को ट्रॉफी जिताकर इतिहास रच दिया. मध्य प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबले में मुंबई को 6 विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली. ये पहला मौका रहा, जब MP ने ट्रॉफी जीती है। ऐसे में ये पूरी टीम के लिए बहुत ही बड़ा मौका रहा. लेकिन, आदित्य श्रीवास्तव ने अपनी छुट्टियों को लेकर एक मजेदार बात बताई है कि उन्हें शादी के लिए सिर्फ दो दिनों की ही छुट्टी मिली थी.
Aditya Shrivastava ने शादी के बाद नहीं ली कोई छुट्टी
Of captain-coach's solid partnership & Madhya Pradesh's maiden #RanjiTrophy triumph. 👏 🏆
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) June 26, 2022
DON'T MISS as Aditya Shrivastava & Chandrakant Pandit chat after the team's historic title win. 👍 👍 - By @ameyatilak
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मध्य प्रदेश टीम के मौजूदा कोच चंद्रकांत पंडित का साल 1999 में रणजी ट्रॉफी जीतने का सपना अधूरा रह गया था. वह उस वक्त टीम के कप्तान थे और उनकी टीम को फाइनल में कर्नाटक के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन मौजूदा टीम के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Shrivastava) ने फाइनल मुकाबले में मुंबई को हराकर अपने कोच चंद्रकांत पंडित का सपना पूरा कर दिया.
बीसीसीआई टीवी पर दोनों के बीच हुई चर्चा के दौरान कप्तान आदित्य श्रीवास्तव ने अपनी शादी को लेकर चौका देने वाली बात बताई. आदित्य ने पिछले साल शादी रचाई थी. जिसके लिए उन्हें सिर्फ दो दिनों की छुट्टी दी गई थी. उन्होंने शादी हो जाने के बाद एक साल में 10 छुट्टियां भी नहीं ली हैं. इन सब बातों का खुलासा खुद आदित्य ने कोच से बातचीत के दौरान किया.
'सपने पूरे करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है'
मध्य प्रदेश टीम के कोच चंद्रकांत पंडित इस जीत के बाद काफी खुश हैं. क्योंकि एमपी की टीम ने पहली बार रणजी की ट्रॉफी अपने नाम की है. चंद्रकांत पंडित इस जीत का महत्व बहुत अच्छे तरीके से जानते हैं क्योंकि जो सपना उन्होंने साल 1999 में देखा था. वह अब जाकर साकार हो पाया है. वहीं बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश टीम के कोच ने कहा,
‘हर ट्रॉफी संतुष्टि देती है लेकिन यह बहुत खास है. मैं सालों पहले (1999) एमपी के कप्तान के रूप में ऐसा नहीं कर पाया था. इतने सालों में मैंने हमेशा ऐसा महसूस किया है कि जैसे मैंने यहां कुछ छोड़ दिया हो. यही कारण है कि मैं इसे लेकर थोड़ा अधिक उत्साहित और भावुक हूं’.
कुछ इस तरह रहा रणजी का फाइनल मुकाबला
मुंबई की टीम शुरूआत से अच्छी फॉर्म में नजर आ रही थी. क्योंकि उसके बल्लेबाजों ने कमाल की बैटिंग की. अगर रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले पर नजर डालें तो, मुंबई ने पहली पारी में 374 रन बनाए. जिसके जवाब में मध्य प्रदेश ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 536 रनों का बड़ा लक्ष्य खड़ा किया और पहली पारी में 162 रनों की बड़ी लीड ले ली.
इसके बाद मुंबई की टीम दूसरी पारी में 269 रन पर ही सिमट गई. यहां जीत पाना मुंबई के लिए काफी मुश्किल था और ठीक वैसा ही हुआ. मध्य प्रदेश ने चौथी पारी में 4 विकेट पर 108 रन बनाकर यह मैच जीता और ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया.