दिल्ली कैपिटल्स (DC) के युवा तेज गेंदबाज आवेश खान (Aavesh Khan) ने IPL 2021 में अपनी गेंदबाजी से ख़ासा प्रभावित किया. बीसीसीआई ने आवेश को उनके इस शानदार प्रदर्शन का इनाम देते हुए उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप के लिए नेट- गेंदबाज के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया. और अब वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जाने वाली लिमिटेड ओवर की सीरीज के लिए भी उन्हें टीम में शामिल किया गया है. हालाँकि उससे पहले उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान किये गए स्ट्रगल के बारे में पूरी दुनिया को बताया है.
जल्द कर सकते हैं इंटरनेशनल डेब्यू
22 साल के युवा स्टार तेज गेंदबाज आवेश खान (Aavesh Khan) ने इस पूरे सीजन में कुल 24 विकेट हासिल किये. वो हर्षल पटेल के बाद विकेट लेने के मामले में दूसरे स्थान पर रहे. इस दौरान इनका औसत 18.75 का रहा. इकोनॉमी 7.37 का रहा. टी-20 के लिहाज से ये काफी अच्छा है.
जिसके बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गयी घरेलू सीरीज और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गयी लिमिटेड ओवर की टीम में भी शामिल किया गया. हालाँकि इस दौरान उन्हें अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका नहीं मिला. लेकिन माना जा रहा है कि, वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले सीरीज में उन्हें ये मौका मिल सकता है.
जीवन में कुछ हासिल करने के लिए आपको स्ट्रगल करना ही पड़ेगा
भारत और वेस्टइंडीज (INDvsWI) के बीच खेली जाने वाली सीरीज की शुरुआत 6 फरवरी से होने वाली है. और उसके बाद 12 और 13 फरवरी को मेगा ऑक्शन (IPL 2022 Mega Auction 2022) का आयोजन भी होना है. उससे पहले युवा गेंदबाज आवेश खान (Aavesh Khan) ने बोरिया मजूमदार (Boria Majumdar) से बात करते हुए अपने स्ट्रगल के बारे में बताया है. आवेश 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. अंडर-19 वर्ल्ड कप में जगह मिलने से पहले आवेश को करीब 10 साल स्ट्रगल करना पड़ा था. उन्होंने कहा,
केवल मैं, मम्मी और पापा ही असल में स्ट्रगल से गुजरे हैं. अगर मैं अपने स्ट्रगल के बारे में बात करूं तो यह दो मिनट में खत्म हो जाएगा, लेकिन हम इसके साथ 10 साल तक रहे हैं. हम इसके बारे में बात कर सकते हैं. लेकिन इसे महसूस केवल मै ही कर सकता हूँ कि हम किस दौर से गुजरे हैं. जीवन में कुछ हासिल करने के लिए आपको स्ट्रगल करना ही पड़ेगा, चाहे आपका फैमिली बैकग्राउंड कैसा भी हो.
बस किराए के लिए नहीं थे पैसे
25 वर्षीय गेंदबाज ने अपने उन दिनों को भी याद किया, जब उनके पिताजी के पास 2 सालों तक कोई काम नहीं था. आवेश बताते हैं कि, उस समय वो बस के किराये के लिए खर्च होने वाले 20-30 रूपये भी उनके लिए काफी ज्यादा होते थे. उन्हने कहा,
मेरे पिता एक दुकानदार थे और कुछ समय बाद उनकी दुकान टूटने की वजह से दो साल तक उनके पास कोई काम नहीं था. ग्राउंड की दूरी हमारे घर से ज्यादा थी और बस का किराया लगभग 20-30 रुपये था, जो उस समय हमारे लिए अधिक था. उस समय मैंने अपने पिता से कहा कि मेरे लिए एक साइकिल की व्यवस्था करें ताकि मैं उसके साथ मैदान और स्कूल जा सकूं और कुछ पैसे बचा सकूं. लेकिन मेरे पिता के पास उस समय इतने पैसे नहीं थे इसलिए हमने एक पुरानी साइकिल खरीदी.