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Aakash Chopra: आईपीएल 2024 के लिए 19 दिसबंर, मंगलवार को हुई नीलामी में मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस को रिकॉर्ड तोड़ कीमत मिली। पैट कमिंस को सनराइजर्स हैदराबाद ने 20.5 करोड़ रुपये में खरीदा, जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स ने मिचेल स्टार्क को 24.75 की कीमत देकर अपनी फ्रेंचाइजी में शामिल किया। इस ऐतिहासिक नीलामी के साथ ही स्टार्क और कमिंस आईपीएल के दो सबसे महंगे खिलाड़ी भी बन गए हैं। अब इन दोनों ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को मिल रही कीमतों पर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का बयान आया है। साथ ही उन्होंने एक ऐसे खिलाड़ी के नाम का खुलासा किया है, जो आईपीएल ऑक्शन में उतरे तो उसे 50 करोड़ के आसपास तक रकम मिल सकती है.
स्टार्क और कमिंस के महंगे बिकने पर भड़के Aakash Chopra
स्टार्क और कमिंस के इतने महंगे बिकने पर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि ये भारतीय खिलाड़ियों के लिए अनुचित है। पूर्व खिलाड़ी का कहना है कि अगर अगर ऐसा है तो कोहली को 42 करोड़ रुपये और बुमराह को 35 करोड़ रुपये मिलने चाहिए। अपने यूट्यूब चैनल पर नीलामी का विश्लेषण करते हुए आकाश कहते हैं,
अगर मिचेल स्टार्क पूरे 14 मैच खेलते हैं और 4 ओवर फेंकते हैं, तो हर एक गेंद की कीमत 7.60 लाख रुपये होगी। लेकिन सवाल यह है कि आज के दौर में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज कौन है? आईपीएल में सबसे अच्छी गेंदबाजी कौन करता है? इनका नाम है जसप्रीत बुमराह। उन्हें 12 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि स्टार्क को इससे दोगुनी रकम मिली है। यह गलत है।
Aakash Chopra said, "Virat Kohli would go for 42-45cr if he comes to the IPL auction table". pic.twitter.com/8wT2AW092s
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) December 20, 2023
विराट की कीमत 42 करोड़ और बुमराह की कीमत 35 करोड़ होगी
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने कहा, "ये इंडियन प्रीमियर लीग है। एक खिलाड़ी को अधिक पैसा और दूसरे को बहुत कम पैसा कैसे मिलता है? अगर कल बुमराह मुंबई इंडियंस से कहेंगे कि प्लीज रिलीज कर दो तो मैं नीलामी में अपना नाम रखना चाहता हूं। और अगर यही बात कोहली आरसीबी से कहेंगे तो उनकी कीमत जरूर बढ़ जाएगी। यह कितना होगा? अगर स्टार्क की कीमत 25 करोड़ रुपये है तो कोहली की कीमत 42 करोड़ रुपये और बुमराह की कीमत 35 करोड़ रुपये होगी। यदि ऐसा नहीं होता तो उनके साथ कुछ गड़बड़ है।"
Aakash Chopra ने भेदभाव का निकाला समाधान
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) इस समस्या का समाधान भी बताते दिखे। उन्होंने कहा कि इस अनुचितता से बचने के लिए नीलामी का पैसा भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के बीच साझा किया जाना चाहिए। इसका मतलब है कि अगर किसी फ्रेंचाइजी के पास टीम बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये हैं तो 150 या 175 करोड़ रुपये भारतीय खिलाड़ियों के लिए और बाकी विदेशी खिलाड़ियों के लिए रखे जाने चाहिए। ऐसा होने पर भेदभाव की गुंजाइश खत्म हो जायेगी।