भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच खेले जा रहे टेस्ट सीरीज में केएल राहुल (KL Rahul) को ओपनर के तौर पर प्लेइंग 11 में जगह मिल चुकी है. आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. भले ही वो ओपनर के तौर पर टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद नहीं थे. लेकिन, इसका सिलसिला खिलाड़ियों की इंजरी से शुरू हुआ. पहले शुभमन गिल चोटिल होने की वजह से भारत वापस लौट आए. फिर नॉर्टिंघम टेस्ट से पहले मयंक चोटिल हो गए. ऐसे में जब लोकेश को ऑप्शन के तौर पर प्लेइंग इलेवन में उतारा गया तो उन्होंने रनों का अंबार लगाते हुए टीम में अपनी जगत पक्की कर ली.
केएल राहुल को लेकर पूर्व भारतीय ओपनर ने दिया बड़ा बयान
दाएं हाथ के इस सलामी बल्लेबाज ने पहले नॉर्टिंघम के ट्रेंट ब्रिज पर 84 रन की पारी खेली. इसके बाद लॉर्ड्स में 129 रन की शानदार शतकीय पारी खेलकर टीम की नईया पार लगाने में रोहित शर्मा की मदद की. इस टेस्ट में जीत के बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच करार दिया गया. ईएसपीएनक्रिकइन्फो के एक कॉलम में भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने बताया कि कैसे केएल राहुल ने भारत के लिए टेस्ट में ओपनर के तौर पर वापसी करने में सक्षम हुए.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर क्रिकइन्फो पर अपने लेख में लिखा कि,
"उत्सुक' के दो अलग-अलग अर्थ होते हैं. उत्सुक और चिंतित. जब आप शुरूआत करते हैं तो बेहद एक्साइटेड होते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि उत्सुकता कब चिंता में बदल जाती है. जब आप परिणाम के बारे में बहुत ज्यादा और प्रक्रिया के बारे में बहुत कम सोचने लगते हैं.
ऐसा नहीं है कि आप घंटों नहीं लगा रहे हैं. लेकिन, आप खेलने की खुशी में जब गेंद के बल्ले से टकराने की आवाज को सुनना बंद कर देते हैं और परिणाम के बारे में सोचना बंद कर देते हैं. तो इससे आपका खेल और भी ज्यादा अच्छा हो जाता है".
लॉर्ड्स में शतकीय पारी से अपनी वापसी की दिखाई मौजूदगी
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) नेआगे लिखा कि,
"टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में राहुल की वापसी शीर्षक्रम पर सफल होने की उनकी क्षमता के बारे में नहीं बताता- यदि आपके पास कौशल नहीं है तो आप पांच टेस्ट शतक (उनमें से चार घर से दूर) नहीं बनाते हैं. मेरे लिए यह सही काम करने की उत्सुकता के बारे में था. क्या वे उत्सुक थे या चिन्तित थे.
ट्रेंट ब्रिज के मैदान पर उनके बल्ले से पहली पारी में निकला 84 रन ने यह दिखाया कि, उन्हें नई गेंद के खिलाफ अपने टैलेंट पर भरोसा है. इसके बाद लॉर्ड्स में राहुल ने अपनी शतकीय पारी से यह साबित कर दिया कि, वह वापसी कर चुके हैं".
राहुल से फॉर्म जारी रखने की पूर्व क्रिकेटर ने जताई उम्मीद
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि, दोनों ही पारी में उन्होंने बेहद धैर्य से बल्लेबाजी की. इस बारे में उन्होंने लिखा कि,
"100 गेंदों पर 18 रन बनाने के लिए बहुत धैर्य और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है. जब आप जानते हैं कि आपके पास तेजी से स्कोर करने के लिए शॉट हैं. उस फैक्ट से खुद को बचाते हुए तब जब आप देख रहे हैं कि आपके पार्टनर ने आपसे कहीं अच्छी बल्लेबाजी की है (उस समय रोहित शर्मा 122 गेंदों में 81 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे)."
उन्होंने आखिर में लिखा कि, 'मुझे उम्मीद है कि राहुल इस फॉर्म को बरकरार रखेंगे.'