भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने एजबेस्टन में रीशेड्यूल पांचवें टेस्ट मैच में इंग्लैंड के हाथों 7 विकेट से मिली करारी हार की समीक्षा की है. भारतीय टीम ने पहली पारी में इंग्लैंड टीम पर पूरी तरह से शिकंजा कसे रखा, लेकिन इंडिया दूसरी पारी में ऐसा करने में सफल नहीं हो पाई. जिसकी वजह से भारतीय टीम को 5वें टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा. वहीं इस मैच में मिली हार का ठीकरा आकाश चोपड़ा ने गेंदबाजों पर फोड़ा है.
Aakash Chopra ने बताए हार के कारण
भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला खेला गया. इस मुकाबले के खत्म होने के साथ ही टीम इंडिया का सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया, क्योंकि टीम इंडिया एजबेस्टन टेस्ट में 378 रन का बड़ा लक्ष्य डिफेंड करने में कामयाब नहीं हो पाई. वहीं गेंदबाजी की बात करें तो, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के अलावा कोई और गेंदबाज अच्छी बॉलिंग नहीं कर पाया. जिसपर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने कहा,
'जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने अच्छी गेंदबाजी की. उन्हें वैसा सहयोग दूसरे गेंदबाजों से नहीं मिला जैसा मिलना चाहिए था. बाकी दोनों तेज गेंदबाज और रविंद्र जडेजा सहयोग नहीं कर पाए. इसलिए यह सिर्फ दो गेंदबाजों का बॉलिंग अटैक बनकर रह गया'
गेंदबाजों पर फोड़ा हार का ठीकरा
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने एजबेस्टन में मिली हार का ठीकरा भारतीय गेंदबाजों पर फोड़ा है. उनका मानना है कि टीम इंडिया के पास टेस्ट मैच जीतने के लिए 378 रनों का लक्ष्य काफी था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन से निराश किया है. अगर गेंदबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम मुकाबले में अच्छी गेंदबाजी की होती और पांचवें दिन 4-5 विकेट चटका देते तो मैच का परिणाम कुछ और भी हो सकता था. आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए,
'भारत के पास जिस तरह की गेंदबाजी है उसे देखते हुए 378 रन लक्ष्य काफी था. लेकिन इस गेंदबाजी अटैक ने पिच के मुताबिक बॉलिंग नहीं की. लेकिन जब भी ये ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड में खेलते हैं तो अच्छा करते हैं. पिछले तीन टेस्ट में कुछ गड़बड़ हुई है. इन्होंने विरोधी टीम के लिए चीजें आसान कर दी'