6,4,4,4,4,4,4,4... गर्दाफाड़ पारी! रणजी ट्रॉफी में 964 मिनट तक डटे रहा गुमनाम बल्लेबाज, ठोके ऐतिहासिक 359 रन

कहते हैं कि खिलाड़ी लंबी रेस का घोड़ा है या नहीं इसका पता रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में पता लगता है. गुजरात के एक खिलाड़ी ने 964 मिनट खेलकर रच दिया, इतना ही नहीं इस गुमनाम खिलाड़ी ने 359 रन बनाकर चौंका दिया है.....

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Rubin Ahmad
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6,4,4,4,4,4,4,4... गर्दाफाड़ पारी! Ranji Trophy में 964 मिनट तक डटे रहा गुमनाम बल्लेबाज, ठोके ऐतिहासिक 359 रन

6,4,4,4,4,4,4,4... गर्दाफाड़ पारी! Ranji Trophy में 964 मिनट तक डटे रहा गुमनाम बल्लेबाज, ठोके ऐतिहासिक 359 रन Photograph: (Google Images)

Ranji Trophy: कहते हैं कि सोना बनने के लिए आग में तपना पड़ता है. ठीक वैसे ही एक बड़ा खिलाड़ी बनने के लिए घरेलू क्रिकेट में परफॉर्म करना जरूरी होता है. भारत को सचिन, द्रविड़, लक्ष्मण और अब विराट जैसे दिग्गज बल्लेबाज मिले हैं. इन सभी खिलाड़ियों ने अपने आप को रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में साबित किया. बड़ी-बड़ी पारियां खेली और एक कमाल का टेम्परामेंट दिखाया कि भारत के लिए कुछ कर गुजर सकते हैं. वहीं हम आपको गुजरात के ऐसे खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसने रणजी 964 मिनट यानी 16 घंटे और 4 मिनट तक बैटिंग की. इसी के साथ 359 रनों की ऐतिहासिक पारी खेल दी. आइए जानते हैं गुमनाम बल्लेबाज के बारे में...

Ranji Trophy में 16 घंटे और 4 मिनट की बैटिंग और ठोक बना दिये 359 रन

Ranji Trophy 16 घंटे और 4 मिनट कर ठोक दिए 359
Ranji Trophy में 16 घंटे और 4 मिनट की बैटिंग और ठोक दिए 359

उस खिलाड़ी को क्रिकेट की दुनिया में अधिक महत्व दिया जाता है. जिन्होंने टेस्ट प्रारूप में लंबी-लंबी पारियां खेली. क्योंकि, एक खिलाड़ी का असली इम्तिहान इस प्रारूप में होता है. यहां पिच समय बिताना हर किसी खिलाड़ी के बस की बात नहीं होती है. लाल बॉल क्रिकेट में सिर्फ आपको टैलेंट ही आगे बढ़ा सकता है अन्यथा फिल्ड में पानी पिताते ही रह जाएंगे. मगर, कई खिलाड़ियों को होनहार होने के बावजूद भी आगे बढ़ने के राते नहीं मिल पाते हैं.

गुजरात के एक खिलाड़ी के साथ कुछ ऐसा ही देखने को मिला. उस खिलाड़ी का नाम समित गोहेल (Samit Gohel) हैं. उन्होंने साल 2016 में रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के क्वार्टर फाइनल में कमाल की पारी खेली थी. जिससे घरेलू क्रिकेट के इतिहास में आज भी याद किया जाता है. समित गोहेल ने दूसरी पारी में असम के खिलाफ 964 मिनट यानी 16 घंटे और 4 मिनट तक बैटिंग की और 723 गेंदों का सामने करते नाबाद 359 रन बनाए. 

Samit Gohel

Samit Gohel का कुछ ऐसा रहा करियर, भारत के लिए नहीं खेल सके एक भी मैच 

समित गोहेल (Samit Gohel) का जन्म 1990 में गुजरात में हुआ. उन्हें बचपन से क्रिकेट खेलने का काफी शौक था. जिसके बाद उन्होंने गुजरात से घरेलू क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया. उन्होंने साल 2012 में रेलवे के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था. इस मुकाबले की दूसरी पारी में 53 रन बनाकर बता दिया था कि टैलेंट की कोई कमी नहीं है. 

लेकिन, उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. पिछले साल अपने घरेलू क्रिकेट का आखिरी मैच खेला. इसी के साथ उनका भारत की जर्सी में खेलना का सपना भी अधूरा रह गया. बता दें कि समित गोहेल ने FC में 58 मुकाबले खेले हैं, जिनकी 98 पारियों में 35.67 की औसत से 3211 रन बनाए. जिसमें उनके बल्ले से 5 शतक और 19 अर्धशतक भी देखने को मिले. रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेली गई उनकी 359 रन की पारी अभी भी सुर्खियों में आ ही जाती है.

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Ranji trophy