6 दिग्गज खिलाड़ी जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार शून्य के स्कोर पर हुए हैं आउट

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क्रिकेट इतिहास ऐसे बहुत से बल्लेबाज हैं जिन्होने अपने पूरे करियर में बहुत से रिकॉर्ड बनाए जिन पर उन्हे गर्व महसूस होता है लेकिन इसी दौरान कुछ अनचाहे रिकॉर्ड भी उनके साथ जुड़े. इन अनचाहे रिकॉर्ड्स में एक है बिना खाता खोले पवेलियन लौटना. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है.
लेकिन क्या आपको पता है कि अपने पूरे अंतर्राष्ट्रीय करियर में सचिन 34 बार बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौटे. ऐसे और भी कई बड़े नाम है जिनके नाम सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज है. तो आइए आपको बताते हैं कि वो कौन से 6 बल्लेबाज है जो वनडे मैचों में सबसे ज्यादा मौकों पर खाता खोलने में असफल रहे. तो चलिए शुरू करते हैं-
6. शाहिद आफरीदी
लिस्ट में छठे स्थान पर बूम-बूम शाहिद अफरीदी का है. शाहिद अफरीदी एक ओर जहां छक्के जड़ते हुए तेज तर्रार पारी खेलने के लिए जाने जाते हैं. वहीं दूसरी तरफ उनके नाम सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड भी शामिल है. अफरीदी ने 473 अंतरराष्ट्रीय मैचों की 458 पारियों में 10191 रन बनाते हुए 11 शतक और 47 अर्धशतक जड़े हैं.
20 साल के अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में शाहिद आफरीदी कुल 44 बार खाता खोलने में नाकाम रहे. एक सलामी बल्लेबाज से एक मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप पाकिस्तानी टीम के सबसे अहम खिलाड़ी रहे.
अफरीदी के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हजार से ज्यादा रन और 395 विकेट भी दर्ज है. अफरीदी के नाम वनडे का सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी काफी समय तक रहा. उनपर गैरजिम्मेदाराना तरीके से विकेट गंवाने का आरोप भी अक्सर लगता रहा.
5. वसीम अकरम
पाकिस्तान के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाजों में सुमार वसीम अकरम हमारी इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं. वसीम अकरम ने दो दशक तक पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेला है. इस दौरान उन्होने अपनी स्विंग से दुनिया भर के बल्लेबाजों को कई बार खाता भी नहीं खोलने दिया. लेकिन अकरम खुद को भी इस अनचाहे रिकॉर्ड से बचा नहीं सके.
अकरम ने 356 वनडे, 104 टेस्ट मैचों में कुल 6 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. लेकिन वह अपने 460 मैचों के अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल 45 मौकों पर खाता खोलने में भी असफल रहे. हालांकि अकरम ने अपनी बल्लेबाजी की इस कमी को अपनी शानदार गेंदबाजी से पूरा किया. अकरम ने 460 मैचों के अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल 916 विकेट चटकाए हैं.
4. महेला जयवर्धने
सूची में चौथे नंबर पर श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज महेला जयवर्धने मौजूद हैं. 649 अंतरराष्ट्रीय मैचों की 723 पारियों में महेला जयवर्धने ने 25957 रन बनाए हैं. जबकि इस दौरान वो 47 बार शून्य पर आउट हुए हैं. अपने वनडे करियर के 445 मैचों में 26, 149 टेस्ट मैचों में 15 और 55 टी-20 मैचों में 4 बार दफा महेला जयवर्धने कुल 47 बार बिना कोई रन बनाए आउट हुए हैं.
जयवर्धने श्रीलंका के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं. उन्होंने वर्ष 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 374 रन जड़कर यह कीर्तिमान बनाया था. श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने 1998 से लेकर 2015 तक 652 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं. जिसमे वह कुल 47 बार खाता खोलने में नाकाम रहे हैं.
3. सनथ जयसूर्या
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाजों में श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज सनथ जयसूर्या तीसरे नंबर पर हैं. अपने 22 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में जयसूर्या 580 मैचों की 648 पारियों में 54 बार शून्य पर अपना विकेट गंवा चुके हैं. जहां 445 वनडे में 34, 110 टेस्ट में 16 और 30 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 4 बार शून्य पर सनथ जयसूर्या पवेलियन वापस लौटे हैं.
जयसूर्या को श्रीलंका क्रिकेट के इतिहास का महान क्रिकेटर माना जाता है. उन्होंने श्रीलंका के लिए 1989 से लेकर 2011 तक शानदार क्रिकेट खेला है. उन्होंने इस दौरान कई कीर्तिमान भी अपने नाम किये हैं. जयसूर्या टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के लिए एक तिहरा शतक भी जड़ चुके हैं. वहीं वनडे क्रिकेट में जयसूर्या का उच्चतम स्कोर 189 रन है.
2. कर्टनी वाल्श
वेस्टइंडीज के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाजों में शुमार कर्टली वाल्श हमारी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. वाल्श ने दो दशक तक वेस्टइंडीज के लिए क्रिकेट खेला है. इस दौरान उन्होने अपनी बाउंसर गेंदबाजी से दुनिया भर के बल्लेबाजों को ख़ासा परेशान किया था. लेकिन वाल्श के नाम भी यह अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
वॉल्श ने 337 मैच खेले जिसमें वह एक भी शतक या अर्धशतक नहीं जड़ सके. वह मूल रूप से गेंदबाज थे, वॉल्श ने 132 टेस्ट में 519 विकेट लिए हैं। वनडे इंटरनेशनल में भी उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है, उन्होंने 205 मैचों में 227 विकेट लिए हैं. इसी कारण यह ख़िलाड़ी हमारी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है.
1. मुथैया मुरलीधरन
शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाजों की टॉप 6 लिस्ट में पांचवें नंबर पर श्रीलंका के सर्वकालिक फिरकी गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन का नाम है. मुरलीधरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 1992 से की थी. मुरलीधरन एक बेहतरीन श्रीलंकाई गेंदबाज थे, उनके नाम सबसे ज्यादा टेस्ट और वनडे विकेट लेने का रिकॉर्ड है. इसके अलावा मुरलीधरन के नाम एक अजीब रिकॉर्ड भी है.
वह अपने करियर में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए है, मुरलीधरन 62 बार जीरो बनाकर पवेलियन लौटे। मुरलीधरन ने 495 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले जिसमें उन्होंने 1936 रन बनाए. मुरलीधरन ने अपनी गेंदबाजी से पूरे विश्व के बल्लेबाजों को परेशान किया था. मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 800 विकेट अपने नाम किए। वनडे में मुरलीधरन ने 341 मुकाबले खेले, जिसमें उनके नाम 519 विकेट है.