5 भारतीय खिलाड़ी जिनकी वापसी अब है बहुत मुश्किल, उन्हें कर लेना चाहिए संन्यास का फैसला
Published - 02 Jul 2020, 08:38 AM

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विश्व कप 2019 के बाद से ही भारतीय टीम टीम में ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाड़ियों को मौका देने के मन बना चुकी है. जिसके चलते ही अब नवदीप सैनी, संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को आजमाया जा रहा है. युवा खिलाड़ियों को अब इन मौके का फायदा उठाना चाहिए.
युवा खिलाड़ियों के मौका मिलने पर कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा रहा है. जबकि कुछ अनुभवी खिलाड़ी लंबे समय से टीम के बाहर ही चल रहे हैं. अब उनकी वापसी टीम में बहुत ज्यादा मुश्किल हो गयी है. जिसके कारण उन्हें बड़े फैसलें लेंगे होंगे.
आज हम आपको 5 ऐसे भारतीय खिलाड़ी के बारें में बताएँगे. जिनकी वापसी अब भारतीय टीम में बहुत ज्यादा मुश्किल हो गयी है. जिसके कारण अब उन्हें संन्यास लेने का फैसला कर लेना चाहिए. जिससे वो इस तरह लगातार नजरंदाज ना किये जाएँ. कुछ खिलाड़ियों की तो मैच फिटनेस भी बहुत अच्छी नहीं है.
5. युसूफ पठान
स्पिन गेंदबाजी आलराउंडर युसूफ पठान का नाम इस लिस्ट में तो होना ही था. युसूफ पठान बहुत ही लंबे समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है. घरेलू क्रिकेट में भी उनका बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है. भारतीय टीम के लिए उन्होंने 57 एकदिवसीय मैच खेला. जिसमें 27 के औसत से 810 रन बनाये.
युसूफ पठान ने गेंद के साथ 41.36 के औसत से 33 विकेट भी अपने नाम किये हैं. टी20 फ़ॉर्मेट में 22 मैच खेलने के बाद उन्होंने बल्ले से 18.15 की औसत से 236 रन बनाये और गेंद के साथ उन्होंने 33.69 के औसत से 13 विकेट अपने नाम किये. पठान की छवि एक आक्रामक बल्लेबाज की थी.
पठान ने भारतीय टीम के लिए आखिरी बार 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच खेला था. अब उसे बिते हुए 8 साल हो गया है. जिसके कारण वापसी की उम्मीद छोड़कर युसूफ पठान को अब संन्यास लेने का फैसला कर लेना चाहिए. अब पठान आईपीएल में भी नहीं दिखेंगे.
4. हरभजन सिंह
दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. हरभजन लंबे समय से टीम के बाहर हैं और अब तो घरेलू क्रिकेट भी नहीं खेल रहे हैं. हालाँकि आईपीएल में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन वो टीम में वापसी करने में सफल नहीं हो सके हैं.
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 103 टेस्ट मैच में 32.46 के औसत से 417 विकेट अपने नाम किये हैं. जबकि 236 एकदिवसीय मैच में 33.36 के औसत से 269 विकेट अपने नाम किये हैं. हरभजन सिंह ने 28 टी20 मैच में 25.32 के औसत से 25 विकेट अपने नाम किये हैं.
भज्जी ने भारतीय टीम के लिए आखिरी बार 2016 में एशिया कप के दौरान टी20 मैच खेला था. उसे बिते हुए अब 4 साल हो गये हैं. इस बीच कई युवा खिलाड़ियों ने टीम में जगह बना ली है. जिसके कारण उनकी वापसी अब मुश्किल हो गयी है. हरभजन सिंह को भी अब उम्मीद छोड़कर संन्यास ले लेना चाहिए.
3. मुरली विजय
टेस्ट फ़ॉर्मेट में लंबे समय तक भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रहे मुरली विजय का नाम भी इस लिस्ट में हैं. मुरली विजय भी अब लंबे समय से टीम के बाहर चल रहे हैं. आईपीएल में भी उन्हें अब ज्यादा मैच खेलने के मौके नहीं मिल पाते हैं. जिसके कारण वापसी की समस्या बड़ी हो गयी है.
मुरली विजयने भारतीय टीम के लिए 61 टेस्ट मैच में 38.29 के औसत से 3982 रन बनाये हैं. जिसमें 12 शतक और 15 अर्द्धशतक शामिल थे. एकदिवसीय में 17 मैच खेलकर 21 के औसत से 339 रन बनाये हैं. जबकि 9 टी20 मैच में 18 के औसत से 169 रन भी बनाये हैं.
विजय ने भारतीय टीम के लिए आखिरी बार 2018 में ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था. जिसके बाद अब टीम में पृथ्वी शॉ, मयंक और शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी आकर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. मुरली विजय को अब वापसी के बारें में छोड़कर संन्यास लेने का फैसला कर लेना चाहिए.
2. अंबाती रायडू
नंबर 4 पर विश्व कप के पहले खेल रहे अंबाती रायडू का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है. हालाँकि विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चयन ना होने के बाद अंबाती रायडू ने संन्यास ले लिया था. लेकिन उसके बाद उन्होंने उस फैसले को भी बदल दिया था.
अंबाती रायडू ने भारतीय टीम के लिए 55 एकदिवसीय मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 47.06 के औसत से 1694 रन बनाये हैं. जिसमें 3 शतक और 10 अर्धशतक भी शामिल है. उनका स्ट्राइक रेट 79.05 का रहा है. 6 टी20 मैच में उन्होंने 10.5 के औसत से 42 रन बनाये हैं.
रायडू ने आखिरी बार भारतीय टीम के लिए 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के पहली वाली सीरीज में खेला था. उसके बाद से अब टीम ने मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और मनीष पांडे मौजूद हैं. जो अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं. अब रायडू को उम्मीद छोड़कर एक बार फिर से संन्यास लेने का फैसला कर लेना चाहिए.
1. सुरेश रैना
मध्यक्रम में भारतीय टीम के लिए एक समय प्रमुख खिलाड़ी रहे सुरेश रैना का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. चोट के कारण भी इस खिलाड़ी का करियर बहुत ज्यादा प्रभावित रहा है. लेकिन इस तरह से घरेलू क्रिकेट भी ना खेल पाने के कारण रैना की वापसी की उम्मीदे धूमिल हो रही है.
सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए 18 टेस्ट मैच में 26.48 के औसत से 768 रन बनाये हैं. रैना ने 13 विकेट भी लिए हैं. जबकि 226 एकदिवसीय मैच में रैना ने 35.31 के औसत से 5615 रन बनाये हैं. उसके अलावा उन्होंने 36 विकेट भी हासिल किये हैं. टी20 में रैना ने 78 मैच में 29.16 के औसत से 1604 रन बनाये हैं.
रैना ने उसके साथ ही बतौर ऑफ स्पिनर 13 टी20 विकेट भी लिए हैं. आखिरी बार सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच खेला था. पिछले कुछ आईपीएल के दौरान भी सुरेश रैना अपने लय में नहीं नजर आयें. जिसके कारण अब इस खिलाड़ी को भी संन्यास का फैसला कर लेना चाहिए.