5 बदकिस्मत खिलाड़ी जो घरेलू में हमेशा मचाए धमाल लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में नहीं मिला मौका

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पाकस
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भारतीय टीम (Indian Team) इस समय दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में से एक है. जिसके बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही दुनिया के किसी भी देश में धमाल मचा सकते हैं. वैसे ये सभी खिलाड़ी सीधे अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलने नहीं उतरे. उन्हें भी घरेलू क्रिकेट की भट्टी में तप कर ही इस मुकाम पर पहुंचने का मौका मिला है. लेकिन, कई ऐसे खिलाड़ी भी है जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, बावजूद इसके उन्हें भारतीय टीम की तरफ से टेस्ट मैच खेलने का भाग्य नसीब नहीं हुआ. आज हम ऐसे ही कुछ क्रिकेटरों के बारे में जानेंगे.

ये हैं पांच बदनसीब खिलाड़ी, Indian Team में मिल सकता था मौका

1. जलज सक्सेना (Jalaj Saxena)

जलज सक्सेना indian team

दाएं हाथ के बल्लेबाज और ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी, मतलब केरल के लिए पूरे आलराउंडर की भूमिका निभाने वाले जलज सक्सेना ने इंडिया ए और सेंट्रल जोन क्रिकेट टीम के लिए भी अपने खेल का प्रदर्शन किया है. वैसे तो जलज किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाना ज्यादा भाता है. 2012-13 की रणजी ट्रॉफी में सक्सेना ने 69.90 की औसत के साथ 769 रन बनाए थे.

यही नहीं 2015 में रणजी में 530 रन के साथ ही 46 विकेट लेकर बेहतरीन आलराउंडर प्रदर्शन किया था. उनके ये विकेट रणजी में किसी गेंदबाज का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. उनके कुल घरेलू प्रदर्शन की बात करें तो जलज ने 123 मैचों में 35.98 की औसत के साथ 6334 रमन बनाए हैं. यही नहीं उन्होंने 14 शतक और 31 अर्धशतक भी जड़े हैं. वैसे आपको बता दें कि जलज ने इन रनों के लिए कुल 11,696 गेंदों का सामना किया है.

2. फैज फजल (Faiz Fazal)

फैज फजल

विदर्भ के लिए खेलने वाले 35 वर्षीय फैज याकूब फजल 2003 से क्रिकेट खेल रहे हैं. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कई बार अपना जलवा दिखाया है. फर्स्ट क्लास मैचों की बात करें तो उनके नाम 125 मैचों में 21 शतकों और 37 अर्धशतकों के साथ 8404 रन बनाए हैं. यही नहीं इस दौरान उनका औसत भी 41.39 का रहा.

आपको बता दें कि इस खब्बू बल्लेबाज ने 18,768 गेंदें खेली हैं. सलामी बल्लेबाजी करने वाले फैज फजल को 2016 में जिम्बाम्बे गई भारतीय टीम में शामिल भी किया गया था. धोनी की कप्तानी में तीन मैचों की उस सीरीज के तीसरे मैच में फजल में सलामी बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 55 रन बनाकर 10 विकेट से जीत दिलवाई थी. घरेलू क्रिकेट के साथ ही वनडे में भी मैच जिताऊ प्रदर्शन करने के बाद भी यह खिलाड़ी बदकिस्मत ही रहा.

3. ऋषि धवन (Rishi Dhawan)

ऋषि धवन

हिमाचल प्रदेश के लिए लिस्ट ए और प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले ऋषि धवन ने 2007 से ही क्रिकेट खेलने शुरू कर दिया था. धवन को आईपीएल के पहले ही सीजन 2008 में किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीद लिया था. वो 2017 तक आईपीएल का हिस्सा रहे थे. यही नहीं एक बेहतरीन टेस्ट मैच के खिलाड़ी को भारतीय टीम की तरफ से टी20 और वनडे मैचों में तो मौका मिला.
वो भी गिन कर कुल 4 मैचों में. लेकिन, अपने प्रथम श्रेणी के 79 मैचों में 2.91 की इकॉनमी के साथ 308 विकेट लेने वाले धवन ने 3702 रन भी बनाए हैं. वो भी 4 शतक और 30 अर्धशतक के साथ. बावजूद इसके इन्हें एक भी टेस्ट मैच में टीम का प्रतिनिधित्व करना का मौका नहीं दिया गया.

4. प्रियंक पांचाल (Priyank Panchal)

Priyank Panchal)

गुजरात के लिए दाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाएं हाथ से ही मध्यम गति के तेज गेंदबाज प्रियंक पांचाल ने प्रथम श्रेणी मैचों में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया है. 2016 में रणजी ट्रॉफी के एक सीजन में गुजरात के लिए 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे पांचाल.

प्रियंक ने अपने 98 मैचों  में 24 शतक और इतने ही अर्धशतक लगाकर 45.63 की औसत के साथ 6891 रन बनाए हैं. यही नहीं उनका सर्वोच्च स्कोर भी नाबाद 314 का रहा. इन्होने प्रथम श्रेणी मैच में 14 विकेट भी अपने नाम किए हैं. घरेलू क्रिकेट में लगातार मैच जिताऊ प्रदर्शन करने के बावजूद इस खिलाड़ी की किस्मत में देश के प्रतिनिधित्व करना नहीं लिखा था.

5. परवेज रसूल (Parvez Rasool)

(Parvez Rasool)

2014 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने इकलौते वनडे मैच में दो विकेट और 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टी20 मैच में 1 विकेट हासिल करने वाले 32 वर्षीय परवेज रसूल जम्मू-कश्मीर की तरफ से हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में खेलते हैं. जम्मू-कश्मीर के कप्तान रसूल दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के साथ ही स्पिन गेंदबाजी करते हैं.

फर्स्ट क्लास मैचों में परवेज ने 82 मैचों में अपनी घूमती गेंदों के दम पर 2.84 की इकॉनमी के साथ 266 विकेट लिए हैं. यही नहीं 37.85 की औसत और 12 शतक व 20 अर्धशतक के साथ 4807 रन भी अपने नाम किए हैं. जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 182 का रहा. अगर इस खिलाड़ी को उसकी प्रतिभा के अनुरूप ही भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैचों में खेलने का मौका दिया जाता तो वो मैच जिताऊ प्रदर्शन कर सकता था.

ऋषि धवन जलज सक्सेना परवेज रसूल