क्रिकेट (Cricket) में रिकॉर्ड कायम होते ही टूटने के लिए है, यह तो आप सब ने ही सुनी ही होगी। क्रिकेट (Cricket) एक ऐसा खेल है जिसमें हर रोज कई रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं। इस खेल (Cricket) के तीनों के प्रारूपों में ढेरों रिकॉर्ड इतिहास में कई ऐसे रिकॉर्ड्स कायम हुए जिन्हें तोड़ पाना लगभग मुश्किल है। इस बीच क्रिकेट (Cricket) के इतिहास में कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी बने हैं, जो टूटना तो दूर, लेकिन खिलाड़ी उन्हें तोड़ने के करीब भी नहीं पहुंच पाए हैं।
क्रिकेट (Cricket) जगत में कई खिलाड़ी आए और गए, मगर इन रिकॉर्ड की बराबरी या तोड़ने में कोई भी खिलाड़ी सफल नहीं हो सका। खिलाड़ी कितना ही फॉर्म में क्यों ना हो, वह इन रिकॉर्ड (Cricket Records) को तोड़ पाने में नाकामयाब ही हुआ है। आज हम आपको इस आर्टिकल में क्रिकेट (Cricket) के ऐसे ही 5 रिकॉर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका टूटना भविष्य में भी असंभव ही लग रहा है। चलिए जानते हैं क्रिकेट (Cricket) के इन कीर्तिमानों के बारे में....
Cricket के ऐसे 5 रिकॉर्ड्स जिनका टूटना है लगभग नामुमकिन
एक पारी में 264 रन बनाना
50 ओवर के प्रारूप यानी एकदिवसीय क्रिकेट में रिकॉर्ड्स बनाने काफी आसान है। इतिहास में वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड कायम हुए हैं। इन्हीं में से एक है एक पारी में 264 रन का स्कोर हासिल करना। इस रिकॉर्ड को बनाने वाला खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के कप्तान रोहित शर्मा हैं। जिन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ हुए वनडे मुकाबले में हिटमैन ने 264 रनों की शानदार पारी खेली थी।
इसी के साथ उन्होंने ODI में एक में बड़े पारी खेलने का कारनामा किया। उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं है। इसी के साथ बता दें कि रोहित के नाम क्रिकेट के इसी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड भी है।
टेस्ट में 19 विकेट चटकाना
टेस्ट क्रिकेट में विकेट निकाला पाना किसी भी गेंदबाज के लिए आसान नहीं होता है। क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप में बल्लेबाज अपना विकेट बचाकर खेलने की कोशिश करता है। इसलिए गेंदबाजों के लिए विकेट निकाला पाना काफी मुश्किल साबित हो जाता है। इसके बावजूद इतिहास में एक ऐसा गेंदबाज आया था जिसने इस फॉर्मेट में एक, दो नहीं बल्कि 19 विकेट अपने नाम किए थे। इसके बाद से ही टेस्ट क्रिकेट में इस खिलाड़ी का एक अलग ही रुतबा कायम हो गया था।
इसने 11 सालों तक 46 टेस्ट मुकाबले खेलते हुए इंग्लैंड (England Cricket Team) का प्रतिनिधित्व किया। हम बात कर रहे हैं धाकड़ स्पिनर जेम लेकर की। जिन्होंने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच में 19 विकेट चटकाई थी। इनके इस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर पाना लगभग नामुमकिन है। क्योंकि एक टेस्ट मैच में 20 विकेट निकालना किसी चमत्कार से कम नहीं।
क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला खिलाड़ी
क्रिकेट के रिकॉर्ड्स की बात हो और श्रीलंका क्रिकेट टीम (Sri Lanka Cricket Team) के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का जिक्र भी ना हो ये तो नामुमकिन है। गेंदबाजी का शायद ही ऐसा कोई रोकॉर्ड होगा जो इस पूर्व खिलाड़ी ने अपने नाम ना किया हो। रिकॉर्ड तोड़ने से लेकर उन्हें कायम करने तक इस खिलाड़ी ने कई बड़े कारनामे किए हैं। अपने कार्यकाल के दौरान मुरली ने बड़े से बड़े खिलाड़ी को अपना शिकार बनाया।
दुनिया के किसी भी बल्लेबाज को आउट करने से वह नहीं चुके। यही वजह है कि आज उनकी गिनती सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में होती है। वह क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उनके नाम कुल 1347 विकेट हैं। इनमें से 800 विकेट उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में निकाली है। इसी के साथ बता दें कि 1001 विकेट के साथ दूसरे नंबर पर देवांगत शेन वॉर्न का नाम है।
नाइट वॉचमैन के तौर पर दोहरा शतक जड़ने वाला गेंदबाज
क्रिकेट के दीवानों के लिए नाइट वॉचमैन कोई नया टर्म नहीं है। क्रिकेट देखने और खेलने वाला खिलाड़ी इन दो शब्दों से अच्छी तरह वाकिफ है। दरअसल, किसी स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की जगह आने वाले गेंदबाज को नाइट वॉचमैन कहा जाता है। ऐसा तब किया जाता है जब दिन खत्म होने वाला होता है और लाइट कम होने लगती है। इसलिए बल्लेबाज को आउट होने से बचाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
कप्तान अपने टॉप ऑर्डर का बचाव करने के लिए किसी गेंदबाज को पहले बल्लेबाजी करने के लिए भेज देता है। ऐसे में किसी को भी नाइट वॉचमैन से बड़ी या खास पारी की उम्मीद नहीं होती। लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के इतिहास में एक ऐसा गेंदबाज भी हुआ है जिसने ये साबित किया है कि एक नाइट वॉचमैन भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। 2006 में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेसपी ने दोहरी शतकीय पारी खेल इस बात को प्रमाण दिया है कि गेंदबाज भी बड़ी खेल सकता है।
400 रन की पारी खेलने का रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम (West Indies Cricket Team) के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने अपनी बल्लेबाजी से दुनियाभर में लाखों फैंस बनाए हैं। अपनी बल्लेबाजी के बूते उन्होंने खूब नाम कमाया है। इसी वजह से बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड्स भी उन्होंने कायम किए हैं। इन्हीं में से एक है 400 रनों की विस्फोटक पारी खेलने का रिकॉर्ड।
दरअसल, उन्होंने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ हुए एक मुकाबले में 400 रनों की पारी खेली थी, वो भी नाबाद। उनकी ये पारी टेस्ट क्रिकेट में आई थी। इसी के साथ बता दें कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट कि की 232 पारियों में उन्होंने 34 शतक और 9 दोहरे शतक जड़ते हुए 11953 रन बनाए हैं। इसके अलावा वनडे क्रिकेट के 299 पारियों में उन्होंने 19 सैंकड़ों के साथ 10405 रन जोड़े हैं।