खेल जगत में क्रिकेट का खेल को जेंटलमैन गेम कहा जाता है. क्रिकेट का खेल करीब 143 साल पुराना है. इसमें कई अच्छी यादें जुड़ी हैं तो कुछ बहुत ही बुरी यादें भी रही जो चर्चा का केन्द्र रही. खेल की दुनिया में वैसे तो कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो अपने नशे के कारण काफी ज्यादा हाइप बटोरने में कामयाब रहे.
क्रिकेट के खेल में कई खिलाड़ी रहे हैं जो नशे से रहे जुड़े
ऐसे ही क्रिकेट के जैंटलमैन गेम में भी कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो नशा करते हुए सबसे सामने पाए गए. ऐसा नहीं है कि क्रिकेटर्स नशे से दूर रहे हैं. वैसे कुछ क्रिकेटर्स तो ऐसे रहे हैं जो नशे को पूरी तरह से अपने करियर में दूरी बनाकर ही रखा.
तो वहीं क्रिकेटर्स अपने नशे के कारण कई बार गलत कारणों से सुर्खियों में रहे. जिसमें कई ऐसे खिलाड़ी रहे जो नशे के कारण काफी ज्यादा चर्चित रहे. नशे में स्मोकिंग करना हो या शराब का सेवन करना कई खिलाड़ियों ने अपने पूरे जीवन में जारी रखा.
आज हम आपको क्रिकेट इतिहास के उन खिलाड़ियों के बारे में तस्वीर के जरिए बताते हैं जो अपने पूरे जीवन के दौरान स्मोकिंग और शराब के सेवन के कारण चर्चा में रहे और सरेआम ये नशा करते आए नजर...
# हर्शल गिब्स
21 वीं सदी की शुरुआत में हर्शल गिब्स उन कुछ बल्लेबाजों में से एक थे, जिनके पास तेंदुलकर और लारास जैसा हुनर था. उनका नाम भी इन खिलाड़ियों की सूचि में गिना जाता था, उन्होंने कई बार अपनी आक्रमक बल्लेबाजी के बूते पर दक्षिण अफ्रीका की टीम को कई बड़ी जीत दिलाई.
जोहान्सबर्ग में उन्होंने एक शानदार और यादगार पारी खेली 175 रन की इस तूफानी पारी में उन्होंने एकदिवसीय मैचों में सबसे अधिक रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ खेला था, जहाँ उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की गेंद पूरे मैदान पर खेली, उनकी इतनी आक्रमक बल्लेबाजी देख विरोधी टीम के हौसले भी पस्त हो गए थे.
अपनी आत्मकथा "टू द पॉइंट" में, गिब्स ने स्वीकार किया है कि उन्होंने खेल से पहले शराब का सेवन किया था. अधिक दिलचस्प बात यह है कि जब वह बल्लेबाजी करने गए तो वह इस स्थिति से अनजान थे. फिर भी, वह अपने सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय स्कोर को रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रहे.
# वसीम राजा
सबसे शानदार क्रिकेटर, वसीम राजा को अक्सर उनके टीम के साथियों द्वारा बल्लेबाजी में चमत्कार के रूप में देखा जाता है. वह एक ऐसे खिलाड़ी थे जिनके स्ट्रोक्स से विपक्षी टीम के पसीने छूट जाते थे. उन्होंने 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 500 से अधिक रन बनाए हैं.
इससे पहले पहले भी वह कई बार अपना परचम लहरा चुके थे जब उन्होंने कराची स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना दूसरा टेस्ट शतक जड़ा था, सबको आश्चर्य तब हुआ जब इस खिलाड़ी की प्रशंसा होने की बजाय इसकी बुराई हो रही थी क्योंकि उर्दू प्रेस द्वारा दर्शकों के प्रति अभद्र व्यवहार के लिए आलोचना की गई थी.
बाद में सिर्फ शराब ही उनकी एकमात्र सबसे अच्छी दोस्त बन गयी थी, 1985 में संन्यास तक उनको कई मैचों में नशे में पाया गया जिसके बाद इनको ज्यादा मौके नहीं दिए गए थे.
# एंड्रू फ्लिंटॉफ
यह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो हरदम से अपनी टीम में अहम योगदान देते आए हैं, यह अपनी सर्वोच्च ऑन-फील्ड क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं. इनका नाम भी 2005 में एशेज हीरो में लिया जाता था, उन्होंने हरदम से अपने बल्ले से कमाल दिखाया है.
उन्होंने एक बार एक टॉक शो में यह भी बताया कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका शानदार शतक तब आया जब उन्होंने शराब पी रखी थी. इस बार भी उन्होंने सभी का ध्यान आकर्षित किया लेकिन इस बार वे नकारात्मक टिप्पणियों के कारण लाइमलाइट में रहे थे.
# एंड्रू सायमंड्स
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट 2000 के शुरुआती वर्षों में एक सुनहरे दौर से गुजर रही थी. यह एक ऐसा समय था जब एंड्रयू की वजह से कई उच्च खिलाड़ियों को नेशनल टीम में जगह नहीं मिल रही थी, क्योंकि वहां एंड्रयू पहले से स्थित थे, उनकी जगह कोई नहीं ले पा रहा था.
वह कभी भी अपनी पूरी क्षमता से नहीं खेल सके इसके बाद भी उन्होंने 2 बार विश्व कप जीता. यह ऑलराउंडर एक गेम-चेंजर था जिसने कठिन परिस्थितियों में अपनी योग्यता साबित की है जब भी टीम मुश्किल में थी उन्होंने आगे बढ़ चढ़ कर अपना योगदान दिया.
उनका करियर हमेशा अपने विवादास्पद मामलों के लिए याद किया जाएगा. साइमो के स्वभाव और खेल के प्रति रवैये पर कई बार सवाल उठाए गए. सबसे ज्यादा चर्चित घटना बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच से पहले उनके हैंगओवर की है, जहां कैप्टन रिकी पोंटिंग देर रात पीने के कारण क्रोधित हो गए थे.
# जेसी राइडर
एक दशक पहले जब न्यूजीलैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी उस समय एक ऐसा बल्लेबाज भी था जिसका जलवा कुछ अलग ही था यह खिलाड़ी ब्रेंडन मैकुलम नहीं था बल्कि उनके साथ खेल रहे जेसी राइडर थे. जिसने टीम को उच्च स्तर पर अच्छे से संभल रखा था. मैच के दौरान अचानक से वो आक्रमक हो गए और उसके बाद कई सालों तक टीम के नियमित सदस्य बन गए थे.
यह कई बड़े शॉट्स खेलते थे, इसके बाद इनको आईपीएल खेलने का भी मौका मिला, लेकिन इनके पीने की आदत से टीम मैनेजमेंट परेशान हो गयी थी.
ऐसा कई बार हुआ है जब देर रात पार्टी करने की आदत के कारण उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया. विशेष रूप से इंग्लैंड के खिलाफ उनकी पहली क्रिकेट श्रृंखला में, उन्हें 5 वें वनडे की सुबह नशे में पाया गया था. हालांकि उन्होंने इस मैच में 24 रन बनाए लेकिन इसके बाद भी वह कई गलत कारणों से सुर्खियों में रहे थे.