5 खिलाड़ी जिन्होंने अपने ही क्रिकेट बोर्ड की आलोचना कर खत्म किया अपना करियर

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एक Cricket खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए कई सालों की कड़ी मेहनत और प्रक्रिया गुजरना पड़ता है. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने के लिए उनको बहुत सा त्याग भी करना पड़ता है. इसके बावजूद कई बार होता है कि एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को कुछ मामलों में अपने Cricket Board से ही सहायता नहीं मिलती है. जिस कारण उस खिलाड़ी और बोर्ड के बीच अनमन की स्थिति पैदा हो जाती है. ऐसे में कभी-कभी खिलाड़ी सरेआम अपने ही क्रिकेट बोर्ड की आलोचना ही कर बैठता है. आज हम आपकों ऐसे ही क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने ही बोर्ड की आलोचना की हो.

इन पांच खिलाड़ियों ने की है Cricket Board की आलोचना

1. कामरान अकमल (Kamran Akmal, पाकिस्तान)

kamran akmal cricket

पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल पिछले कुछ सालों से Cricket से दूर हैं. लेकिन, उससे पहले वो टीम के लिए कई बार मैच जिताऊ पारियां खेल चुके हैं. 53 टेस्ट में 206 शिकार करने और 2648 रन बनाने वाले कामरान अकमल ने 157 वनडे मैच भी खेले हैं. बात 2016 की है जब कामरान लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे.

तब फॉर्म में होने के बाद भी उन्हें 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं चुना गया. इसके बाद अकमल ने एक्सप्रेस ट्रिब्युन को दिए एक साक्षात्कार में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ नाराजगी जहीर की थी कि उन्हें जानबूझकर टीम में नहीं चुना गया.

2. ड्वेन ब्रावो (Dwayne Bravo, वेस्टइंडीज)

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वेस्टइंडीज के सबसे सफल आलराउंडर खिलाड़ियों में से एक ड्वेन ब्रावो ने भी एक बार अपने Cricket Board के प्रति रोष जताया था. बात 2014 की है जब वो वेस्टइंडीज के कप्तान थे. उस समय बोर्ड और सभी खिलाड़ियों के मध्य भुगतान को लेकर नाराजगी व्याप्त हो गई थी. ब्रावो ने इस बारे में प्रबंधन को बातचीत के लिए पत्र भी लिखा था, लेकिन बोर्ड ने उनके इस आग्रह को बोर्ड ने ठुकरा दिया था. बात यहां तक पहुंच चुकी थी कि ब्रावो ने खुद का नाम भारत दौरे से ही वापस ले लिया था. उसके बाद से ब्रावो ने संन्यास ले लिया और सिर्फ दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टीमों के लिए ही क्रिकेट खेला है.

3. मोहिंदर अमरनाथ (Mohinder Amarnath, भारत)

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1983 के अंत में भारतीय टीम की बल्लेबाजी की धुरी बन गए मोहिंदर अमरनाथ को 1983 की विजेता टीम का सदस्य होने के लिए याद किया जाता है. भारत के लिए 69 टेस्ट मैच और 85 एकदिवसीय मैचों में क्रमशः 4378 और 1924 रन बनाने वाले अमरनाथ भले ही अब राष्ट्रीय चयनकर्ता बन चुके हों. परन्तु एक दौर ऐसा भी आया था जब अपने समय के चयनकर्ताओं को उन्होंने "जोकरों का झुंड" तक कह दिया था. जबकि बीसीसीआई के चयनकर्ता उनके साथ सम्बंध खराब होने की ख़बरों को मिथ्या ही बताते थे.

4. केविन पीटरसन (Kevin Pietersen, इंग्लैंड)

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टेस्ट और वनडे मैचों में 100 से ज्यादा Cricket मैच खेल कर 13 हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन की पारियों के दम पर कई बार इंग्लैंड टीम ने मैच जीता है. इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक केविन का भी इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से अनबन रह चुका है. दरअसल एक बार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें एशेज श्रृंखला के लिए नहीं चुना गया. जिस कारण उन्होंने अवसर ना देने की वजह से बोर्ड की आलोचना की थी.

5. श्रीलंकन क्रिकेट टीम

श्रीलंका cricket team

इस बार बोर्ड से किसी एक खिलाड़ी नहीं बल्कि पूरी की पूरी Cricket Team से ही अनबन हो गई थी. बात श्रीलंकन क्रिकेट टीम की है. जब इस साल जुलाई में श्रीलंका को भारत के साथ 6 मैचों की श्रृंखला खेलनी थी. साथ ही 3 जून को श्रीलंका के खिलाड़ियों के अनुबंध खत्म होने के बाद नया एग्रीमेंट बनाया जा रहा था. इस अनुबंध के खिलाफ पूरी टीम ही थी. उन्होंने इस पर साइन करने से ही मना कर दिया था. जिस कारण खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच में अनबन की स्थिति पैदा हो गई थी.

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