क्रिकेट इतिहास के 5 विवादित बल्ले जिनकी वजह से खड़ा हुआ था बड़ा विवाद

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क्रिकेट का खेल बड़ा ही दिलचस्प है. इसके बावजूद क्रिकेट के खेल में समय-समय पर कई तरह के विवाद देखने को मिलते हैं. इस खेल में बल्ले और गेंद का रोल काफी अहम होता है. इंटरनेशनल क्रिकेट में अलग-अलग तरह की गेंदों का इस्तेमाल होता है. टेस्ट मैच जहाँ लाल गेंद से खेला जाता है तो वही वनडे और टी-20 क्रिकेट में सफेद गेंद का इस्तेमाल किया जाता है.
हालांकि अब तो डे-नाइट टेस्ट मैच भी होने लगे हैं तो दिन-रात के इन टेस्ट मैचों में गुलाबी गेंद का उपयोग किया जाता है. जिस तरह से इंटरनेशनल क्रिकेट में अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग तरह की गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है, उस तरह से बल्ले नहीं बदले जाते हैं.
लेकिन क्रिकेट के इतिहास में ऐसा भी हुआ है जब बल्लेबाज अलग-अलग तरह के बल्ले मैदान पर आए हैं और उनकी वजह से बवाल भी मचा है. इसी कारण आज इस लेख में हम क्रिकेट बैट से जुड़े 5 ऐसे रोचक विवादों के बारे में जानेगे, जिसे देखकर फैन्स बेहद हैरान हो जाएंगे. तो चलिए हम आपको उन बल्ले से जुड़े 5 बड़े विवादों से रूबरू करवाते हैं.
डेनिस लिली का एल्यूमीनियम बैट
हमारी इस लिस्ट में पांचवां नाम उस ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी का है जो मैदान पर लकड़ी की बजाए एल्यूमीनियम बैट लेकर आ गया था. दरअसल हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली की. डेनिस लिली एक बार मैदान पर एल्यूमीनियम का बल्ला लेकर उतरे थे.
इससे कुछ दिन पहले भी वो वेस्टइंडीज के खिलाफ इसी बल्ले को लेकर बल्लेबाजी करने आए थे जिससे गेंद खराब हो रही थी. ऐसे में इंग्लैंड के कप्तान ने उनके इस बल्ले के इस्तेमाल का विरोध किया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा कप्तान ग्रेग चैपल ने उन्हें लकड़ी का बल्ला खेलने के लिए दिया तब यह विवाद थमा.
व्हाइट का मॉन्सटर बैट
यह उस समय की बात है जब इंटरनेशनल क्रिकेट का कोई नामो-निशान नहीं था. लोग अपने मनोरंजन के लिए क्रिकेट खेला करते थे. उसी दौरान क्रेस्टी और हेंबलटन टीमों के बीच एक मुकाबला खेला गया. क्रिस्टी के धाकड़ बल्लेबाज थॉमस व्हाइट जब क्रीज पर बैटिंग करने उतरे तो उनके हाथ में सफेद रंग का काफी चौड़ा बल्ला था.
थॉमस का यह बल्ला इतना चौड़ा था कि गेंद बल्ले से छूटकर जा ही नहीं रही थी. क्योंकि बल्ले का अकार ही इतना बड़ा था.ऐसे में विपक्षी टीम ने इसका विरोध किया क्योकि ऐसे में बल्लेबाज को आउट करना काफी मुश्किल था. इसके बाद ही बल्ले के आकार को लेकर नियम बनाए गए कि बल्ला इस सीमित आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए.
पॉन्टिंग का ग्रेफाइट बैट
हमारी इस लिस्ट में तीसरा नाम है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग का जो ऐसा बल्ला लेकर मैदान में उतरे थे जिसमें ग्रेफायीट लगा हुआ था.दरअसल ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने साल 2004 में इस बल्ले का इस्तेमाल किया था. बैट की निर्माता कंपनी कोकोबुरा ने इसमें कार्बन ग्रेफाइट की परत लगाई थी.
इस बल्ले का इस्तेमाल करते हुए पॉन्टिंग ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में दोहरा शतक जड़ दिया था. इस बैट को लेकर जब लोगों ने आपत्ति दर्ज की, तो फिर एमसीसी ने बल्ले की जांच की. जांच में पाया गया कि इस बल्ले से खेलने पर बल्लेबाज को फायदा होता है. इसके बाद एमसीसी ने इस बल्ले के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई. पॉन्टिंग को फिर से पारंपरिक बल्ले से खेलने को कहा गया.
मैथ्यू हेडन का मोंगूज बैट
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर मैथ्यू हेडेन ने आईपीएल में मंगूस बैट का इस्तेमाल किया था. ये बल्ला पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले बल्ले जैसा ही था लेकिन इसका हैंडिल बैट के हिट करने वाले हिस्से से ज्यादा बड़ा था. इसपर लगकर गेंद ज्यादा तेजी से जाती है. दरअसल 2010 के आईपीएल में ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने इसका प्रयोग किया था.
और ये बैट 2010 में काफी फैमस भी हुआ था. ये एक छोटा खतरनाक बैट था. इस बैट की मदद से मैथ्यू हेडन ने 43 गेंदों पर 93 रन की शानदार पारी खेली. हालांकि बाद में यह बल्ला ज्यादा सफल नहीं रहा. क्योंकि इस बैट से हिट करना जितना आसान है, उतना ही डिफेंस करना मुश्किल था, जिसके वजह से इस बैट का इस्तेमाल बहुत कम हो गया था.
गेल का गोल्डन बैट
हमारी इस लिस्ट में जिस खिलाड़ी का पहला नाम है उसने टी20 क्रिकेट में अपनी अलग ही पहचान बनायीं है. गेंबाजों के लिए इस प्रारूप में यह खिलाड़ी एक बुरे सपने की तरह है. अपने सही पहचाना हम बात कर रहे है वेस्टइंडीज के धुरंधर बल्लेबाज क्रिस गेल की. जो एक बार बिग बैश में सोने के रंग का बाल्ला लेकर मैदान में आया गए.
दरअसल बिग बैश लीग में खिलाड़ियों को रंगीन बल्ले इस्तेमाल करने की परमीशन है. एक सीजन में क्रिस गेल ने ऐसे ही एक कलर फुल बल्ले का इस्तेमाल किया था. वह रंगीन बैट का इस्तेमाल करने वाले पहले खिलाड़ी थे. गेल गोल्डन कलर के बल्ले के साथ मैदान पर आए थे और विरोधियों के खूब छक्के छुड़ाए.
गेल की इस पारी बाद बहुत से लोगों का मानना था इस बैट के अंदर मेटल है. जिसके बाद खूब विवाद खड़ा हुआ था.