दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हमेशा ही खिलाड़ी अपने हुनर को निखारते रहते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो इस लीग में हमेशा से बेहतरीन खिलाड़ियों को मौका दिया जाता है. इसीलिए तो कुछ खिलाड़ियों पर इतनी ज्यादा बोली लगती है कि रिकॉर्ड ही बन जाता है. इस सीजन में जब क्रिस मॉरिस पर बोली लगाई गई. तो वह आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी बोली बन गई.
दुनिया की सबसे महंगी इस क्रिकेट लीग में देशी, विदेशी, कैप्ड और अनकैप्ड सभी खिलाड़ियों को मौका दिया जाता है. लेकिन, कई बार होता है कि किसी खिलाड़ी को खरीदा तो गया. टीम का हिस्सा बनाया गया, लेकिन एक भी मैच में उसे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया गया. आज हम ऐसे ही खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने एक पूरा सीजन ही बेंच पर बिता दिया.
ये 5 IPL खिलाड़ी बैठे रहे बेंच पर
1. निकोलस पूरन (मुंबई इंडियंस)
आईपीएल (IPL) की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस हर बार अपने खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा जताती है. जिन खिलाड़ियों के दम पर मुंबई पांच बार चैम्पियन बनी. उन खिलाड़ियों में और निखर लाना ही इस टीम का उद्देश्य है. इसी टीम का हिस्सा रह चुके हैं निकोलस पूरन.
जी हां 2019 में पंजाब किंग का हिस्सा बने निकोलस पूरन को पहले 2017 में मुंबई इंडियंस ने ही अपनी टीम का हिस्सा बनाया था. 2017 में मुंबई इंडियंस ने अपना तीसरा ख़िताब भी अपने नाम किया है. लेकिन, इस साल निकोलस को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया. बाद में इस खिलाड़ी को रिलीज भी कर दिया. आज पूरन टी20 के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं.
2. स्टीव स्मिथ (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
मौजूदा समय में दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार स्टीव स्मिथ आज आईपीएल (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं, लेकिन दस साल पहले वो विराट कोहली के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करते थे. जी हां हम बात कर रहे हैं 2010 की. जब स्टीव स्मिथ को गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में पहचाना जाता था.
उस समय कोहली और स्मिथ दोनों ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा थे. 2010 के सीजन में जैक्स कैलिस और डेल स्टेन जैसे विदेशी खिलाड़ी पहले से ही बैंगलोर का हिस्सा थे. इसी कारण स्मिथ को पूरे सीजन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था.
3. जस्टिन लेंगर (राजस्थान रॉयल्स)
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जस्टिन लेंगर को टेस्ट मैचों का विशेषज्ञ माना जाता था. क्योंकि उन्हें अधिकतर टेस्ट मैचों में ही बल्लेबाजी करते हुए देखा गया है. वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के कोच के रूप में कार्यरत जस्टिन लेंगर ने 100 से ज्यादा टेस्ट मैचों में 7696 रन बनाए हैं. आपको बता दें कि इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को IPL के पहले सीजन 2008 में ही राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था. लेकिन, शेन वाटसन और कामरान अकमल जैसे तेजतर्रार बल्लेबाज थे. जिस कारण उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला.
4. ब्रेंडन टेलर (सनराइजर्स हैदराबाद)
45 टी20 मैचों में 6 अर्धशतक के साथ ही 934 रन बना चुके ब्रेंडन टेलर को जिम्बाम्बे के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से माना जाता है. विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाने वाले इस खिलाड़ी ने कई बार राष्ट्रीय टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेली है. आपको बताना चाहेंगे कि 2014 में इस खिलाड़ी को आईपीएल (IPL) फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद ने टीम का हिस्सा बनाया था. लेकिन, टीम में पहले से ही कप्तान डैरेन सैमी, डेविड वार्नर और आरोन फिंच जैसे विदेशी खिलाड़ी थे. इसीलिए टेलर को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया.
5. जोश हेजलवुड (मुंबई इंडियंस)
ऑस्ट्रेलिया के साथ ही दुनिया के तेज गेंबजों में शुमार जोश हेजलवुड को उनकी स्विंग तथा सटीक लाइन-लेंथ गेंदबाजी के लिए जाना जाता है. वैसे तो इनको ज्यादातर टेस्ट मैच ही खेलने को मिले. लेकिन, टीम के लिए 9 टी20 मैचों में जोश ने 9 विकेट भी लिए हैं. उनकी गेंदबाजी शैली को देखते हुए ही IPL 2014 में मुंबई इंडियंस ने उन पर बोली लगाई थी. लेकिन, उस वक्त टीम में लसिथ मलिंगा और मर्चेंट डी लांगे जैसे विदेशी और तेज गेंदबाज होने की वजह से उन्हें मैदान पर उतरने का मौका नहीं मिला.