5 भारतीय खिलाड़ी, जिन्हें अब वनडे और टी-20 से कर देना चाहिए संन्यास की घोषणा
Published - 04 May 2021, 03:46 AM

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भारतीय टीम के कई ऐसे खिलाड़ी है, जो लिमिटेड ओवर क्रिकेट में वापसी की झूठी आस लगाए बैठे हुए हैं. इन पांचों खिलाड़ियों को टीम इंडिया की लिमिटेड ओवर टीम में मौका मिलाना काफी मुश्किल है, इसलिए इन पांचों खिलाड़ियों को अब वनडे और टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए.
चलिए उन्ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बात करते हैं, जिन्हें लिमिटेड ओवर टीम में मौका मिलना अब मुश्किल है और इन्हें जल्द से जल्द संन्यास का ऐलान कर देना चाहिए.
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा का लिस्ट ए करियर का रिकॉर्ड गजब का है. उन्होंने अपने 103 लिस्ट ए मैचों के करियर में 54.20 की शानदार औसत से 4445 रन बनाए हुए हैं.
उनके इस गजब के रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें भारत के लिए 5 वनडे मैच खेलने का भी मौका मिला, लेकिन भारत के लिए वनडे क्रिकेट में खेलते हुए वह ज्यादा सफल नहीं हो पाए थे.
भारत के लिए 5 वनडे मैचों में उन्होंने 10.20 की औसत से मात्र 51 रन बनाए थे और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी मात्र 39.23 का रहा था. टी-20 क्रिकेट में, तो वह भारत के लिए कभी खेल ही नहीं पाए, इसलिए उन्हें वनडे और टी-20 से संन्यास का ऐलान कर पूरी तरह टेस्ट क्रिकेट में फोकस करना चाहिए.
रिद्धिमान साहा
रिद्धिमान साहा ने लिस्ट ए क्रिकेट के 102 मैच खेले हुए हैं, जिसमे उन्होंने 42.09 की शानदार औसत से 2762 रन बनाए हुए हैं, लेकिन भारत के लिए जब उन्हें वनडे क्रिकेट खेलने का मौका मिला, तो वह पूरी तरह फ्लॉप साबित हो गए थे.
भारत के लिए रिद्धिमान साहा ने 9 वनडे मैच खेले हुए हैं, जिसमे उन्होंने 13.66 की औसत से मात्र 41 रन भारतीय टीम के लिए बनाए हुए हैं. टी-20 क्रिकेट में इन्हें भी कभी भारत से खेलने का मौका नहीं मिला.
भले ही रिद्धिमान साहा टी-20 क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में खुद को साबित ना कर पाए हो, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए उनका भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन रहा है.
वह भारत के लिए अब तक 37 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. साहा के लिए भी बेहतर यही है कि वह वनडे और टी-20 से संन्यास का ऐलान कर अपना पूरा ध्यान टेस्ट क्रिकेट में लगाए.
रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा ने अपने वनडे डेब्यू मैच में ही इंग्लैंड के खिलाफ 86 रनों की एक शानदार पारी खेली थी. लेकिन शुरूआती कुछ में अच्छा करने के बाद वह फ्लॉप होने लगे थे.
उथप्पा ने भारत के लिए 46 वनडे मैच और 13 टी-20 मैच खेले है. उन्होंने अपने खेले 46 वनडे मैचों में 25.94 की औसत से 934 रन बनाये हुए हैं. वहीं 13 टी-20 में उन्होंने 24.90 की औसत से 249 रन बनाये हुए हैं.
रॉबिन उथप्पा अब पिछले काफी समय से बाहर चल रहे हैं. उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 19 जुलाई 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था. तब से उन्हें भारत की टीम में जगह नहीं मिल पाई है. रॉबिन उथप्पा के लिए भी बेहतर यही है कि वह टी-20 और वनडे से अपने संन्यास का अधिकारिक ऐलान कर दे.
युसूफ पठान
युसूफ पठान ने अपना अंतिम मुकाबला भारतीय टीम के लिए साल 2012 में खेला था. तब से उन्हें भारतीय टीम के चयनकर्ता नजरंदाज कर रहे है.
विराट कोहली की कप्तानी में भी उन्हें अबतक भारतीय टीम से खेलने का मौका नहीं मिला है. इनका भारतीय टीम में वापसी करने का सपना बहुत मुश्किल ही दिख रहा है.
बता दे, कि युसूफ पठान ने भारतीय टीम के लिए 57 वनडे मैच और 22 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हुए है. 57 वनडे मैचों में उन्होंने 28 की औसत से 810 रन बनाये हुए है. 22 टी-20 मैचों में उन्होंने 18.15 की औसत से 236 रन बनाये हुए है.
आईपीएल टीमें भी उन्हें अब नहीं खरीद रही है, इसलिए युसूफ पठान के लिए भी संन्यास ही बेहतर विकल्प नजर आ रहा है.
मनोज तिवारी
मनोज तिवारी ही वह खिलाड़ी हैं. जिन्हें शतक लगाने के बावजूद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था. दिसंबर साल 2012 में पाकिस्तान की टीम भारत आई, तो मनोज तिवारी का चयन उस टीम में नहीं किया गया था.
हालांकि, बाद में उन्होंने फिर कई बार भारतीय टीम में वापसी की, लेकिन कभी अपना स्थान नियमित रूप से भारतीय टीम में नहीं बना पाये.
उन्होंने भारतीय टीम के लिए कुल 12 वनडे मैच खेले थे, जिसमे उन्होंने 26.09 की औसत से 287 रन बनाये थे. उन्होंने भारत के लिए 3 टी-20 मैच भी खेले. जिसमे उन्होंने 15 रन बनाये. अगर मनोज तिवारी अब वनडे और टी-20 क्रिकेट से संन्यास का फैसला करते हैं, तो यह उनके लिए ज्यादा अच्छा होगा.