WTC Final 2023: टीम इंडिया को इंग्लैंड में 7 से 11 जून के बीच ऑस्ट्रेलिया के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है. IPL 2023 के संपन्न होने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया इंग्लैंड के लिए रवाना हो जाएगी. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना उन खिलाड़ियों के लिए सपना होता है जो सिर्फ टेस्ट मैच ही खेला करते हैं. भारत में भी ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो इंग्लैंड जाने वाली टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं. आईए हम आपको 5 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2203 में टीम इंडिया में जगह मिले तो भी या न मिले तो भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं.
ऋद्धिमान साहा
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. पंत के इंजर्ड होने के बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के साथ हुई टेस्ट सीरीज में नजरअंदाज किया गया था और के एस भरत के मौका दिया गया था. 38 साल के साहा अपने करियर के आखिरी दौर में हैं उन्हें उम्मीद है कि शायद बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज WTC Final के लिए बुलावा आए. अगर ऐसा नहीं होता है तो साहा अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. साहा ने टीम इंडिया के लिए 40 खेले जिसमें 3 शतक लगाते हुए 1353 रन बनाए हैं.
ईशांत शर्मा
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) लंबे समय से टेस्ट स्कवैड का हिस्सा नहीं रहे हैं. मोहम्मद सिराज के आने के बाद उन्हें टेस्ट में मौका मिलना बंद हो गया. ईशांत ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, वे वनडे और टी 20 नहीं खेलते इसलिए टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलना उनके लिए विश्व कप खेलने जैसा है ऐसे में वे WTC Final खेलना चाहेंगे. मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए लगता है कि उन्हें शायद ही मौका मिले. ईशांत शर्मा ने भारत के लिए 105 टेस्ट मैचों 311, 80 वनडे मैचों में 115 और 14 टी 20 मैचों में 8 विकेट लिए हैं. नवंबर 2021 में अपना आखिरी टेस्ट खेलने वाले ईशांत WTC Final के बाद संन्यास की घोषणा कर सकते हैं.
जयंत यादव
33 साल के जयंत यादव (Jayant Yadav) को टीम इंडिया में बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले हैं. वे टीम इंडिया के लिए 6 टेस्ट खेले हैं जिसमें 1 शतक सहित 248 रन और 16 विकेट लिए हैं. जयंत ने 2 वनडे भी खेले हैं. 2022 की शुरुआत में अपना आखिरी टेस्ट खेलने वाले जयंत के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप आखिरी मौका है. अगर वे इस बार भी नजरअंदाज हुए तो संन्यास का ऐलान कर सकते हैं.
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को टी 20 और वनडे फॉर्मेट में तो खूब मौके मिले हैं लेकिन स्विंग के उस्ताद माने जाने वाले भुवी को टेस्ट में मौका न मिलना समझ से परे हैं. फिलहाल वनडे, टी 20 से भी बाहर चल रहे भुवी के पास बीसीसीआई का कॉन्ट्रेक्ट भी नहीं है इसलिए उनका भविष्य टीम इंडिया के साथ धुंधला है.
भुवनेश्वर की स्विंग इंग्लैंड में भारत के काम आ सकती है. लेकिन अगर उन्हें मौका नहीं मिलता तो शायद वे क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दें. भुवनेश्वर का वनडे और टी 20 में रिकॉर्ड अच्छा रहा है. 33 साल के भुवनेश्वर ने 21 टेस्ट में 63 विकेट, 121 वनडे में 141 विकेट और 87 टी 20 में 90 विकेट लिए हैं. भुवनेश्वर ने अपना आखिरी टेस्ट 2018 में खेला था.
उमेश यादव
भुवनेश्वर कुमार की तरह ही उमेश यादव (Umesh Yadav) को पिछले कई सालों में मौके न के बराबर मिले हैं. रफ्तार और स्विंग के महारथी उमेश ने हालिया दिनों ज्यादातर टेस्ट खेले हैं लेकिन सिराज के आने के बाद टेस्ट में भी उनके लिए मौके कम हो गए हैं. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए उनका चुना जाना लगभग तय है लेकिन इस बड़े टूर्नामेंट के बाद 35 वर्षीय उमेश शायद संन्यास का ऐलान कर दें. उमेश यादव ने 56 टेस्ट मैचों में 168, 75 वनडे में 106 और 9 टी 20 में 12 विकेट लिए हैं.
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