टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। विश्वभर में उनके करोड़ों फैंस हैं। भारतीय टीम का प्रतिनिधत्व करते हुए उन्हें काफी नाम, शोहरत और रुतबा कमाया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम इंडिया आज जो कुछ भी है उसमें माही का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
आईसीसी की ऐसी कोई भी ट्रॉफी नहीं है जो पूर्व कप्तान ने जीती ना हो। उन्होंने बतौर कप्तान टीम के लिए आईसीसी टूर्नामेंट की तीनों ट्रॉफी जीती है। 2007 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब उन्होंने अपने नाम किया, जबकि 2011 में 28 सालों के बाद उन्होंने भारत को वनडे विश्वकप का खिताब दिलाया। इसके दो साल बाद यूके में उन्होंने (MS Dhoni) चैंपियंस ट्रॉफी पर भी कब्जा किया।
इसी प्रदर्शन के वजह से उन्हें दुनियाभर में ढ़ेर सारा प्यार मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं टीम इंडिया के पांच दिग्गज खिलाड़ी एमएस (MS Dhoni) को नापसंद करते हैं? जिसके चलते उन्होंने कई मौकों पर कैप्टन कूल (MS Dhoni) की आलोचना भी की है। आज इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं.....
MS Dhoni से नफरत करते हैं ये 5 भारतीय खिलाड़ी
हरभजन सिंह
क्रिकेट जगह में भज्जी के नाम से मशहूर हरभजन सिंह ने टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी एमएस धोनी पर कई संघिन आरोप दागे हैं। इसी बीच उन्होंने ये भी कहा है कि धोनी (MS Dhoni) की वजह से ही उनका क्रिकेट करियर खत्म हुआ और सफल नहीं हो सका। 2011 वर्ल्ड कप के बाद टीम से बाहर हो जाने पर निराशा जताते हुए भज्जी ने कहा कि सबसे बड़ा अपमान तब हुआ जब 2011 विश्व कप जीतने में भारत की मदद करने वाले अधिकांश वरिष्ठ क्रिकेटरों को टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने धोनी से टीम से बाहर करने की वजह पूछने की कोशिश की, लेकिन मुझे कोई कारण नहीं बताया गया।”
इरफान पठान
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी इरफान पठान का क्रिकेट करियर बेशक शानदार रहा था, लेकिन एमएस धोनी, युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों की तरह लंबे समय के लिए नहीं खेल सके थे। जिसके बाद उन्होंने अपने करियर के छोटे होने का आरोप एमएस धोनी पर लगाया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि धोनी (MS Dhoni) ने जब मीडिया से कहा था कि “इरफान अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे” तब उन्होंने उनसे स्पष्टीकरण मांगा था।
लेकिन उन्हें अपनी कमियों के बारे में कभी प्रतिक्रिया नहीं मिली। प्रतिक्रिया के संदर्भ में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इसी के साथ बता दें कि इरफान को उनके आखिरी ODI और T20I में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया था।
युवराज सिंह
एमएस धोनी से नफरत करने वाली खिलाड़ियों की बात हो और युवराज सिंह का जिक्र भी ना हो ये तो नममुकिन है। यूवी-माही एक जमाने में दोस्त हुआ करते थे, लेकिन अब इनका रिश्ता पहले जैसा नहीं रहा है। क्योंकि युवराज ने कई मौकों पर पूर्व कप्तान पर उन्हें और अन्य सीनियर क्रिकेटरों को धोखा देने और उन्हें वह समर्थन नहीं देने का आरोप लगाया है।
इतना ही नहीं उन्होंने एक बार ये तक कह दिया था कि माही ने अपना 350वां वनडे मैच इसलिए नहीं खेला क्योंकि वह अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, बल्कि इस वजह से खेला क्योंकि कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने उन्हें सपोर्ट किया था। पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी ने ये भी कहा है कि डियन क्रिकेट बोर्ड के कुछ अधिकारी उन्हें पसंद नहीं करते थे, जिसके चलते वह टीम इंडिया के कप्तान नहीं बन पाए।
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गौतम गंभीर
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है। दरअसल, साल 2007 और 2011 में खेले गए वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का प्रदर्शन कमाल का रहा था। इन दोनों ही विश्वकप के फाइनल मैच में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाए वाले खिलाड़ी थे। कहा जाता है कि उन्होंने विश्वकप 2011 में 97 रन की पारी खेल भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बावजूद फैंस ने उन्हें कभी इस बात का श्रेय नहीं दिया और दुनियाभर में ये कहा गया कि टीम इंडिया धोनी की वजह से ही विश्वकप का खिताब हासिल कर पाई।
ऐसे में गौतम ने इस बात पर कई बार निराशा जताई। जिसके चलते उन्होंने कुछ साल पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर कहा कि “वर्ल्ड कप 2011 पूरी भारतीय टीम और सभी सहायक कर्मचारियों द्वारा जीता गया था। न की एमएस धोनी (MS Dhoni) के लगाए छक्के के कारण।” जिसके बाद गंभीर के इन शब्दों से माही के लिए नफरत साफ झलकती नजर आई।
ईश्वर पांडे
33 वर्षीय खिलाड़ी ईश्वर पांडे को भले ही बहुत कम लोग जानते हो लेकिन वह भी उन्हीं खिलाड़ी में से एक हैं जो एमएस धोनी को नापसंद करते हैं। इस बात को सबूत उन्होंने खुद साल 2022 में एमएस पर एक बड़ा आरोप लगाकर दिया था।
दरअसल, उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यांस लेने के बाद दैनिक जागरण को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि “अगर उस समय धोनी ने मुझे मौका दिया होता तो मेरा करियर कुछ और होता। तब मैं 23-24 साल का था और मेरी फिटनेस भी काफी अच्छी थी। धोनी भाई ने मुझे मौका दिया होता तो आज मेरा करियर निश्चित रूप से अलग होता।” इसी के साथ बता दें कि ईश्वर ने सितंबर 2022 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है।
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