टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर कपिल देव (Kapil Dev) का भारतीय क्रिकेट टीम को एक नया आकार देने में अहम भूमिका रही है। उन्होंने (Kapil Dev) टीम इंडिया के लिए कई बड़े-बड़े कारनामे किए हैं। पूर्व कप्तान ने क्रिकेट जगत में टीम को एक अलग पहचान दिलवाई। इस बात में कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया आज जिस भी मुकाम पर है उसमें अहम योगदान कपिल (Kapil Dev) का है।
लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया के लिए पहले बार विश्वकप जीतने वाले कपिल देव (Kapil Dev) ही थे। उन्होंने 25 जून 1983 को टीम को एक ऐसा खिताब दिलवाया, जिसकी उम्मीद उस समय किसी ने भी नहीं की होगी। बतौर खिलाड़ी भी कपिल (Kapil Dev) अव्वल के रहे। भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी के लिए हरियाणा हरिकेन (Kapil Dev) से कंपेयर करना खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात हो जाती है।
जहां हर खिलाड़ी उनके (Kapil Dev) जैसे बनना चाहते हैं, वहीं वो उनसे कंपेयर हो जाए इससे बड़ी सौभाग्य की बात और क्या हो सकती है। लेकिन कई मौकों पर कपिल (Kapil Dev) की तुलना ऐसे ऑलराउंडर खिलाड़ियों से की गई है, जिनका करियर बुरी तरह से फ्लॉप हुआ है। तो आइए एक नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों पर.....
Kapil Dev के साथ हुई इन 5 फ्लॉप ऑलराउंडर्स की तुलना
विजय शंकर
तमिलनाडु टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर (Vijay Shankar) का भारतीय टीम के फ्लॉप ऑलराउंडर्स की लिस्ट में शुमार है। विजय ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू साल 2018 में श्रीलंका के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी में उन्हें टीम के लिए पहला मुकाबला खेलने का मौका मिला।
यह अपने टी20 डेब्यू मैच में छाप छोड़ने में बुरी तरह असफल हुए। उन्होंने 2 ओवर में गेंदबाजी करते हुए एक भी विकेट नहीं हासिल कर पाए। इसके बाद उन्हें 6 ही मैचों में टीम के लिए गेंदबाजी करने का मौका मिला, जहां उन्होंने महज 5 विकेट ही हासिल की।
अगर टी20 में उनकी बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने 4 मैच में बल्लेबाजी कर 101 रन बनाए। वहीं, वनडे की 9 पारियों में गेंदबाजी कर उन्होंने 4 विकेट लिए, जबकि बल्ले से 8 पारियों में 223 रन बनाए। ऐसे प्रदर्शन के बाद वह टीम सिलेक्टर्स को इंप्रेस करने में नाकाम रहे। नतिजन उन्हें अब टीम से बाहर रहना पड़ रहा रहा है।
स्टुअर्ट बिन्नी
हरफनमौला खिलाड़ी स्टुअर्ट बिन्नी (Stuart Binny) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। बांग्लादेश के खिलाफ साल 2014 में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने वाले इस खिलाड़ी का क्रिकेट करियर बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है। स्टुअर्ट ने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय मुकाबले में 4 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए थे।
इसी के साथ उन्होंने भारत की ओर से सबसे अच्छी गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने इस प्रदर्शन के जरिए अनिल कुंबले के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया था, जो उन्होंने विंडीज़ के खिलाफ 12 रन खर्च कर 6 विकेट लिए थे। उनके इस प्रदर्शन को देखने के बाद फैंस ने उनकी तुलना कपिल देव (Kapil Dev) से करनी शुरू कर दी।
लेकिन इसके अलावा उनका प्रदर्शन किसी भी फॉर्मेट में कभी अच्छा नहीं रहा। वो न तो बल्लेबाजी में अच्छे रहे और न ही गेंदबाजी में। इसी वजह से उन्हें टीम में जगह भी नहीं मिल पाई, जिसके चलते उन्होंने 2016 में संन्यास ले लिया।
शिवम दुबे
साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू करने वाले शिवम दुबे (Shivam Dube) अब तक टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए हैं। उनके बाद कई सारे युवा खिलाड़ियों को टीम में जगह मिली और वह अब टीम के दल का हिस्सा बनते हुए भी नजर आ रहे हैं। लेकिन इस हरफनमौला खिलाड़ी को टीम के चयनकर्ता भी नजरअंदाज करते हुए नजर आ रहे हैं। दुबे टीम के लिए अभी तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। आईपीएल के अलावा शिवम के ऑलराउंडर का गेम फैंस को कही भी देखने को नहीं मिला है।
आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुले थे, जिसके बाद कप्तान ने उन्होंने वनडे और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट के 12 मैच में गेंदबाजी और 10 मैच में बल्लेबाजी करने का मौका दिया। इन मुकाबलों में उनके बल्ले से 114 रन देखने को मिले, जबकि गेंद से उन्होंने 5 विकेट हासिल की।
वेंकटेश अय्यर
बाएं हाथ के बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) ने घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश की तरफ से बेहद ही शानदार प्रदर्शन दिखाया। डोमेस्टिक सर्किट में अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद ही उनको आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलने का मौका मिला। आईपीएल के 14वें सीजन के दूसरे हाफ ने उनकी किस्मत को एक नया मोड़ दे दिया।
केकेआर के लिए अय्यर ने 10 पारियों में 41 की औसत से 390 रन बनाकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया। इसके बाद उन्हें टी20 वर्ल्ड कप 2021 में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्हें कई मौकों पर कपिल देव के साथ भी कंपेयर किया गया। लेकिन हार्दिक पांड्या की वापसी के बाद टीम से उनका पत्ता कट गया। उन्होंने भारत के लिए 2 वनडे और 9 टी20 मैच खेले है।
ऋषि धवन
टीम इंडिया के ऑलराउंडर ऋषि धवन ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। धवन को भारत की ओर से खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिल पाया है। उन्होंने भारत प्रतिनिधितत्व कुछ ही मुकाबलों में किया है। वह टीम इंडिया में जगह में बनाने के लिए तरस गए हैं। उन्होंने केवल तीन एकदिवसीय मैच खेले और 6.40 की इकॉनमी के साथ उनका एक ही विकेट है।
उनके रिकॉर्ड प्रभावशाली नहीं होने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत की ओर से टी20 मैच खेलने का मौका मिला, जहां उन्होंने 4 ओवर में 42 देकर एक विकेट हासिल की। इसके बाद ऋषि कभी भी इंडिया जर्सी में नजर नहीं आए। हालांकि उनका घरेलू प्रदर्शन काफी शानदार रहा।