क्रिकेट मैदान पर सिर्फ खेलना ही नहीं बल्कि कप्तानी करना भी आसान नहीं होता है. हर एक मैच में मेजबान की भूमिका काफी अहम होती है. जिसके इर्द-गिर्द पूरे मैच की रूप-रेखा तैयार होती है. मेजबानी के ही मुताबिक मुकाबले की पूरी योजना तैयार की जाती है और कई बार मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी टीम को कप्तान (Captain) ही संभालता है. ऐसे हालात में खुद को संभालने के साथ ही खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ाना और टीम को जीत दिलाना कप्तान (Captain) का ही काम होता है. क्योंकि किसी भी मैच के नतीजे में कप्तानी की बात पहले होती है.
विश्व क्रिकेट में ऐसे कई कप्तानों की मौजूदगी रही है जिन्होंने अपने-अपने दौर में बुलंदियों को छुआ है. लेकिन, कई ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने उपलब्धियों को तो हासिल किया ही इसके साथ ही अपनी ऐसी छाप छोड़ी जिसकी मिसाल समय-समय पर दी जाती रही है. इनमें वो महारथी खिलाड़ियों का भी नाम शामिल है जो सामने वाली टीम क्या करेगी ये सोच कर फैसले किए और अपने इस मकसद में कामयाब भी हुए.
आज हम अपने इस खास आर्टिकल में उन 5 कप्तानों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनका दिमाग क्रिकेट के मैदान पर कंप्यूटर की तरह काम करता था. अपनी इस चतुराई और अनुभव से ये कप्तानों न सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाते थे बल्कि कुछ ने आईसीसी ट्रॉफी जीतकर अपने आपको दिग्गज कप्तानों के तौर पर भी पूरे वर्ल्ड में साबित किया.
5. स्टीव वॉ
इस लिस्ट में 5वां नाम ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ (Steve Waugh) का आता है जिन्होंने अपनी कप्तानी में रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ियों को तराशा. अपने दौर में उन्होंने शानदार प्रदर्शन तो किया ही इसके साथ बतौर कप्तान भी वो काफी ज्यादा सफल रहे. अपनी मेजबानी में वो ऑस्ट्रेलिया को आईसीसी वर्ल्ड कप भी जिता चुके हैं.
स्टीव वॉ ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए 57 टेस्ट खेले. इनमें से 41 मुकाबलों में टीम को शानदार जीत हासिल हुई वहीं सिर्फ 9 मैच में शिकस्त का सामना करना पड़ा. जबकि 7 मैच ड्रॉ रहे. टेस्ट फॉर्मेट में उनके जीत का प्रतिशत 71.92 का रहा. वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 106 वनडे मैच बतौर कप्तान खेले.
इनमें से 67 मैच में जीत और 35 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा. वहीं 3 मैच टाई रहे जबकि एक मैच में कोई नतीजा नहीं निकला. इसके साथ ही साल 1999 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को अपनी कप्तान (Captain) में चैंपियन भी बनाया था. उनके मैदान पर लिए गए डिसिजन अक्सर टीम के पक्ष में रहे. इसलिए ये कह सकते हैं स्टीव वॉ भी दिमाग कंप्यूटर की तरह चलता था.
4. ग्रीम स्मिथ
इस लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) का नाम आता है. उनकी कप्तानी में साउथ अफ्रीका टीम प्रदर्शन काफी शानदार रहा. हालांकि अपनी मेजबानी में स्मिथ कभी टीम को आईसीसी ट्रॉफी तो नहीं जिता से लेकिन, अपने दौर में उन्होंने विश्व क्रिकेट पर सिर्फ राज ही नहीं किया बल्कि विरोधी टीमों को हमेशा सकते में रखा. उनकी मेजबानी में टीम सिर्फ मजबूत ही नहीं नजर आती थी बल्कि विरोधियों पर दबाव भी बना रहता था.
ग्रीम स्मिथ के कप्तानी में अफ्रीकी टीम ने 53 टेस्ट मैच में जीत हासिल की. वहीं 29 मैच में शिकस्त का सामना करना पड़ा. वहीं बतौर कप्तान उन्होंने 91 एकदिवसीय मैच में भी जीत दर्ज की. जबकि 51 मैच में हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा उन्होंने 18 टी20 मैच में जीत हासिल की.
वहीं 9 टी20 में बतौर कप्तान (Captain) हार झेलनी पड़ी थी. ये कहना गलत नहीं होगा कि मैदान पर ग्रीम स्मिथ का दिमाग एकदम कंप्यूटर की तरह काम करना था. उनकी मेजबानी दिग्गजों को भी खासा प्रभावित करती थी और अक्सर इसकी वजह से उनकी तारीफ भी होती रही है.
4. इयोन मॉर्गन
इंग्लैंड क्रिकेट टीम को पहली बार अपनी कप्तानी में विश्व कप विजेता बनाने वाले इयोन मॉर्गन (Eoin Morgan) भी लिस्ट का हिस्सा हैं. जिन्हें साल 2016 में अंग्रेजी टीम की कप्तानी मिली थी. इस दौरान इंग्लिश टीम का प्रदर्शन बेहद खराब था. लेकिन, उन्होंने न सिर्फ एक अच्छी टीम बनाने में अपना योगदान दिया बल्कि टीम को चैंपियन बनाकर अपनी कप्तानी को भी साबित किया.
अपनी इन्हीं प्रतिभाओं के चलते अक्सर वो चर्चाओं में रहे. इयोन मॉर्गन ने इंग्लैंड टीम के लिए एकदिवसीय फॉर्मेट में कप्तानी के तौर पर 124 मैच खेले हैं और 70 मैचों में जीत हासिल की है. जबकि 40 मैच में हार का साना करना पड़ा है. मॉर्गन ने उस वक्ट टीम की मेजबानी का जिम्मा लिया था जब टीम बुरे दौर से गुजर रही थी. इसके बाद उन्होंने टीम की पूरी रूप रेखा ही बदल दी.
मॉर्गन ने अपनी ही कप्तानी में इंग्लैंड टीम को टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल तक का सफर कराया था. इस पूरे टूर्नामेंट में टीम का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था. लेकिन, सेमीफाइनल में मिली हार के बाद टीम का सपना टूट गया था. इससे पहले उन्होंने साल 2019 में टीम को वनडे वर्ल्ड कप में जीत भी दिलाई थी. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि मॉर्गन का भी दिमाग कंप्यूटर की तरह चलता है.
2. महेंद्र सिंह धोनी
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान (Captain) महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का नाम किससे छिपा है. उन्हें टीम की कमान ऐसी परिस्थिति में सौंपी गई थी जब टीम विवादों में थी. लेकिन, मेजबानी हाथ में आते ही उन्होंने सभी टूर्नामेंट जीते. उन्होंने अपनी मेजबानी में जमकर रिकॉर्ड बनाए और तोड़े भी. उनकी कप्तानी की मिसाल अक्सर बड़े-बड़े दिग्गज भी देते हैं और तो और युवा खिलाड़ी उन्हें रोल मॉडल मानते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में भारतीय टीम ने 27 टेस्ट मैच में जीत हासिल की है. वहीं 18 मैच में हार का सामना करना पड़ा था. धोनी ने 42 टी20 मैच में बतौर कप्तान जीत दर्ज की तो 28 टी20 में टीम को शिकस्त का सामना करना पड़ा. मेजबान के तौर पर उन्होंने हर बार खुद को साबित किया.
उन्होंने भारत को 3 आईसीसी ट्रॉफी जिताई. ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले धोनी मात्र एक कप्तान हैं. जिन्होंने विश्व क्रिकेट पर ऐसी छाप छोड़ी है जिससी मिसाल पूरी दुनिया देती है. उनके मैदान पर लिए गए फैसलों की भी अक्सर तारीफ होती है. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि धोनी का दिमाग कंप्यूटर की तरह चलता था.
1. रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम जब विश्व क्रिकेट पर राज कर रही थी. उस समय उसकी कप्तानी रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) के हाथों में थी. इस खिलाड़ी ने भी बतौर कप्तान कुछ ऐसे रिकॉर्ड बना डाले जिसे तोड़ने के बारे में भी सोचना बड़ी बात होगी. या यूं कहें कि ये बहुत मुश्किल काम अब नजर आता है.
रिकी पोंटिंग के कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया टीम ने 48 टेस्ट मैच में जीत दर्ज की. जबकि 16 मैच में हार का सामना करना पड़ा था. वहीं 165 एकदिवसीय मैच में उन्होंने बतौर कप्तान जीत दर्ज की. लेकिन, 51 मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
इसके अलावा उन्होंने 7 टी20 मैच में जीत हासिल की वहीं 10 टी20 में हार झेलनी पड़ी थी. रिकी पोटिंग ने अपने दौर में एक से बढ़कर एक बड़े रिकॉर्ड बनाए थे. मैदान पर उन्हें विराधी टीम के लिए समझ पाना बेहद मुश्किल था. खास बात तो यह है कि उन्होंने बतौर कप्तान (Captain) विश्व कप भी जीता है. मैदान पर उनका दिमाग भी एकदम कंप्यूटर की तरह चलता था.