कोरोना महामारी के लगातार बढ़ते केस के बीच फैंस को इस साल लगातार मैच और क्रिकेट विवाद (cricket controversy) भी देखने को मिला. पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021 का समापन हुआ. इस खिताब को न्यूजीलैंड की टीम ने भारत को 8 विकेट से करारी शिकस्त देकर अपने नाम किया. इसके बाद टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा किया. आईसीसी ICC T20 World Cup 2021 भी इसी साल संपन्न हुआ और दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास भी रहा.
वर्तमान में इंग्लैंड एशेज सीरीज 2021-22 के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहुंचा हुआ है. दोनों टीमों के बीच अब तक दो टेस्ट मैच खेले गए हैं. ये साल जितना क्रिकेट लिए यादगार रहा उतना ही कई बड़े विवादों का भी हिस्सा रहा. ये साल सबसे बड़े विवादों का गवाह बना जिसने क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया.
आज हम अपनी इस खास रिपोर्ट में साल 2021 के ऐसे ही पांच सबसे बड़े क्रिकेट विवादों (cricket controversy) के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे शायद ही फैंस सालों तक भुला पाएंगेसाल.
5 Biggest Cricketing Controversies Of 2021
कोरोना के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने रद्द कर दिया था अफ्रीकी दौरा
कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के साथ खेली गई टेस्ट सीरीज को बीच में ही स्थगित करने का फैसला कर दिया था. ये श्रृंखला मार्च 2021 में खेली जानी थी. लेकिन, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा न करने का फैसला किया किया था. दरअसल बोर्ड ने ये फैसला खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और बाकी सभी के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया था.
इस सीरीज के अचानक से स्थगित होने के बाद क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को आर्थिक तौर पर काफी भारी नुकसान हुआ थी. यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ी. क्योंकि वो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने से एक कदम दूर रह गई. इस श्रृंखला के स्थगित होने के बाद काफी ज्यादा बवाल भी मचा था. ये साल 2021 के बड़े क्रिकेट विवादों (cricket controversy) में एक था.
कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से आईपीएल 2021 को बीच में ही कर दिया गया था स्थगित
इंडियन प्रीमियर लीग का 2021 संस्करण भारत में ही आयोजित किया गया था. इस टूर्नामेंट की शुरूआत शानदार अंदाज में हुई थी और कोरोनावायरस बीसीसीआई के बायो-बबल में एंट्री नहीं कर सका था. लेकिन, 29 मैच संपन्न होने के बाद वही हुआ जिसका डर था. CSK से लेकर KKR और SRH के कई सदस्यों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई.
इसके बाद भारतीय बोर्ड के पास इस लीग को स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा था. इस टूर्नामेंट को बीसीसीआई ने बीच में ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया था. इसके बाद इसका दूसरा चरण सितबंर अक्टूबर में यूएई में आयोजित किया गया था. इस लीग का फाइनल मुकाबला केकेआर और चेन्नई के बीच खेला गया था.
सीएसके ने कोलकाता को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया था. हालांकि इस लीग के बीच कोरोना पॉजिटिव पाए गए खिलाड़ियों का मामला सामने आने के बाद काफी बवाल मचा था. जो दूसरी सबसे बड़ा क्रिकेट विवाद (cricket controversy) था.
तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के खेल पर लगाया बैन
अफगानिस्तान में इसी साल तालिबान ने कब्जा किया था. जिसका असर खेल पर भी काफी बुरी तरह पड़ा था. यहां तक कि देश में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक क्रिकेट को भी सिर्फ पुरुषों तक ही सीमित कर दिया था. इतना ही नहीं तालिबान ने भी सभी क्रिकेट कवरेज पर प्रतिबंध लगा दिया था जिसमें महिलाओं की भी भागीदारी थी. इसी के साथ ही तालिबानियों ने देश की महिलाओं के हर तरह के खेल पर भी रोक लगा दी थी.
इस मामले के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान में महिलाओं के सपोर्ट में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज को भी स्थगित कर दिया था. इस बारे में बात करते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा, "सीए अफगानिस्तान और दुनिया भर में महिलाओं और पुरुषों के लिए खेल को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे में वर्तमान अनिश्चितता को देखते हुए बोर्ड ने टेस्ट मैच को स्थगित करना जरूरी समझा." हालांकि ये तीसरा सबसे बड़ा क्रिकेट विवाद (cricket controversy) था.
अध्यक्ष के तौर पर रमीज़ राजा की नियुक्ति की वजह से कोचिंग स्टाफ ने अपने पद से दिया इस्तीफा
13 सितंबर को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए अध्यक्ष के तौर पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर रमीज़ राजा की नियुक्ति हुई थी. लेकिन, उनकी नियुक्ति के बाद कोचिंग स्टाफ में तालमेल देखने को नहीं मिला. या यूं कहें कि शायद, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ के सदस्य टीम से ज्यादा खुश नहीं थे.
इसलिए पाकिस्तान के तत्कालीन हेड कोच मिस्बाह उल-हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने ICC T20 विश्व कप 2021 की शुरुआत से एक महीने पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने के पीछे की वजह इन दोनों ने बायो बबल की थकान बताई थी. ये मामला भी 2021 के क्रिकेट कॉन्ट्रोवर्सी (cricket controversy) में से एक था.
यॉर्कशायर क्रिकेट में जातिवाद का मामला जिसने विश्व क्रिकेट को हिलाकर रख दिया
साल 2020 में आई रिपोर्ट की मानें, तो एक इंटरव्यू के दौरान यॉर्कशायर के पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक ने टीम में जाति भेदभाव जैसी घटनाओं के होने का दावा किया था. उनका कहना था कि इन मामलों की वजह से उन्होंने आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर विचार कर लिया था. इस मामले ने साल 2021 में तूल पकड़ा और यॉर्कशायर के साथ ही इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में कोहराम मच गया था.
दिसंबर 2020 में, रफीक ने यॉर्कशायर के खिलाफ नस्ल के आधार पर सीधे भेदभाव और उत्पीड़न करने के लिए कानूनी शिकायत भी दर्ज कराई थी. काउंटी क्रिकेट क्लब ने जून 2021 में न्यायिक मध्यस्थता की प्रक्रिया के जरिए रफीक के साथ इस मसले को सुलझाने की कोशिश भी की थी. लेकिन, ऐसा करने में वो असफल रहे.
जुलाई में, यॉर्कशायर ने रफीक को माफीनाफा जारी करते हुए ये माना कि क्रिकेटर "अनुचित व्यवहार का शिकार" था. लेकिन, उनकी ओर से लगाए गए नस्लवाद के आरोपों से इनकार कर दिया था. हालांकि इसके बाद भी क्रिकेटर पीछे नहीं हटे और क्लब के खिलाफ उन्होंने अपनी लड़ाई जारी रखी. खिलाड़ी के इस कदम की ईसीबी ने भी तारीफ की. ये मसला भी 2021 के क्रिकेट विवादों (cricket controversy) में से एक रहा.