4,4,4,4,4... देवदत्त पडिक्कल के हाथों हुई ऑस्ट्रेलाई गेंदबाजों की खूब धुनाई, शतक ठोक कंगारूओं का बनाया भूत

Published - 19 Sep 2025, 12:37 PM | Updated - 19 Sep 2025, 11:35 PM

Devdutt Padikkal

Devdutt Padikkal : लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे पहले अनऑफिशियल टेस्ट मैच में देवदत्त पडिक्कल की शानदार वापसी ने सबका ध्यान खींचा। आईपीएल 2025 में चोट से जूझने के बाद लंबे समय से टीम से बाहर रहे देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए इंडिया ए (India A) के लिए दमदार शतक जड़ा।

उनकी पारी ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया और युवा विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए दोहरी शतकीय साझेदारी से टीम को मज़बूत स्तिथि में पहुंचाया।

Devdutt Padikkal ने जड़ा शानदार शतक

कर्नाटक के बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए गजब का धैर्य दिखाया। उन्होंने 198 गेंदों पर 9 चौकों की मदद से शतक जड़ा, जिसमें 64 रन उन्होंने दौड़कर बनाए, जो उनकी फिटनेस और संकल्प का सबूत है।

कुल मिलाकर उन्होंने 281 गेंदों पर 150 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और एक छक्का शामिल था। यह शतक उनके करियर का सातवां प्रथम श्रेणी शतक रहा, साथ ही उन्होंने अपनी 74वीं पारी में 3000 प्रथम श्रेणी रन भी पूरे किए।

चोट लगने और बाहर रहने के बाद शानदार वापसी

देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) की इस पारी का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि आईपीएल 2025 के दौरान हैमस्ट्रिंग की चोट से जूझने के बाद यह पारी उनके लिए बेहद अहम थी, और पिछले कुछ समय से वह भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। 2024 में धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने डेब्यू पर अर्धशतक जमाया था, लेकिन पर्थ टेस्ट में असफल रहने के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया।

इसके बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें जून में इंग्लैंड दौरे के लिए भी नहीं चुना। ऐसे में यह शतक उनके आत्मविश्वास को नया जीवन देने वाला है और आने वाली वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं के सामने उनकी दावेदारी को मज़बूत करता है।

पांचवें विकेट के लिए हुई दोहरी शतकीय साझेदारी

इस मुकाबले का सबसे बड़ा आकर्षण रहा देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) और ध्रुव जुरेल की 200 से ज्यादा रन की साझेदारी। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर टीम इंडिया ए को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया।

देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) ने जहां तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजी का परिचय दिया, वहीं जुरेल ने तेजी से रन बनाकर दबाव को पूरी तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर डाल दिया। यह साझेदारी दर्शाती है कि भारत ए के बल्लेबाज बड़े स्कोर के दबाव में भी ठोस प्रदर्शन करने की काबिलियत रखते हैं।

ध्रुव जुरेल ने भी किया दमदार प्रदर्शन

इंडिया ए के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने इस मैच में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए केवल 114 गेंदों पर शतक पूरा किया। खासकर ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर रोचिकियोली के खिलाफ उन्होंने जमकर प्रहार किया और 46 गेंदों में तीन छक्कों सहित 47 रन बनाए। कुल मिलाकर उन्होंने 197 गेंदों पर 140 रन बनाए, जिसमें 13 चौके और 4 छक्के शामिल थे।

जुरेल की यह पारी बताती है कि वह परिस्थितियों को भांपकर खेल को बदलने की क्षमता रखते हैं। जहां एक ओर पडिक्कल ने धैर्यपूर्ण पारी खेली, वहीं जुरेल ने आक्रामक अंदाज से रनगति बढ़ाई। उनकी यह विशेषता उन्हें भविष्य में एक उपयोगी खिलाड़ी बनाती है।

ऋषभ पंत की वापसी के बावजूद क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि जुरेल को टीम इंडिया में विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर भी शामिल किया जा सकता है। यह उनका दूसरा प्रथम श्रेणी शतक रहा और इससे उन्होंने चयनकर्ताओं का ध्यान एक बार फिर अपनी ओर खींचा है।

भविष्य में टीम इंडिया के लिए तैयार हो रही यंग टीम

इस मैच ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारत ए सर्किट केवल एक अभ्यास मंच नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के करियर को नई दिशा देने का मजबूत प्लेटफॉर्म है। देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) और जुरेल की पारियों ने स्पष्ट कर दिया कि टीम इंडिया के पास न केवल मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप है, बल्कि भविष्य के लिए बेहतरीन विकल्प भी मौजूद हैं। अब देखना यह होगा कि क्या इन दोनों खिलाड़ियों को आने वाली वेस्टइंडीज सीरीज और आगे की टेस्ट टीम में जगह मिलती है या नहीं।



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देवदत्त पडिक्कल कर्नाटक के बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जिन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला है। वह इंडिया ए टीम के लिए भी खेलते हैं और अपने धैर्यपूर्ण और तकनीकी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।

देवदत्त पडिक्कल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सात शतक जड़े हैं और 3000 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले हैं और हाल ही में इंडिया ए के लिए ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ शानदार शतक लगाया।