6,6,6,6,6,6,6..... 42 चौके 9 छक्के, रणजी खेलने पहुंचे ऋषभ पंत की 308 रन की विस्फोटक पारी, गेंदबाज मांगते रह गए रहम की भीख

Published - 08 Oct 2025, 09:05 AM | Updated - 08 Oct 2025, 09:07 AM

Rishabh Pant

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का नाम उन कुछ धाकड़ बल्लेबाजों में शुमार है जो क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अपने ही अंदाज में खेलने के लिए जाने जाते हैं। इस विकेटकीपर बल्लेबाज की बल्ले का जोर रणजी ट्राफी के भी एक मैच में देखने को मिला था, जब पंत ने 42 चौके और 9 छक्कों की मदद 308 रन की जबरदस्त पारी खेली।

ऋषभ पंत की इस विस्फोटक पारी का आलम यह था कि गेंदबाज बचकर ओवर पूरा करते दिखे लेकिन पंत (Rishabh Pant) ने किसी गेंदबाज पर रहम नहीं किया।

Rishabh Pant ने खेली 308 रनों की विस्फोटक पारी

रणजी ट्रॉफी के इतिहास के सबसे रोमांचक मैचों में से एक में, ऋषभ पंत ने 326 गेंदों पर 308 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे दिल्ली को महाराष्ट्र के 635/2 के विशाल स्कोर के खिलाफ जवाबी स्कोर खड़ा करने में मदद मिली।

पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया यह मैच रनों से भरपूर रहा, जिसमें कई रिकॉर्ड टूटे और पंत (Rishabh Pant) की प्रतिभा और भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारे के रूप में उनकी क्षमता का प्रदर्शन हुआ। उनकी इस पारी ने दिल्ली को मैच में बनाए रखा और महाराष्ट्र के विशाल स्कोर के बाद रोमांच वापस ला दिया।

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Rishabh Pant का जबरदस्त तिहरा शतक

महाराष्ट्र की पारी जहां धैर्य और बड़ी साझेदारियों पर आधारित थी, वहीं पंत की पारी आक्रामक और तेजतर्रार थी। 19 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ने क्रीज़ पर लगभग 468 मिनट बिताए और 94.47 की स्ट्राइक रेट से 42 चौके और नौ छक्के लगाए।

पंत ने ध्रुव शौरी, मनन शर्मा और वरुण सूद के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं, जिससे दिल्ली 590 रनों तक पहुंची। दिल्ली का कोई भी अन्य बल्लेबाज शतक नहीं बना पाया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि टीम को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए पंत की पारी कितनी महत्वपूर्ण थी।

Rishabh Pant

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का तिहरा शतक रणजी ट्रॉफी के इतिहास में किसी विकेटकीपर द्वारा लगाया गया सबसे तेज तिहरा शतक बन गया और इसने उन्हें भविष्य की उभरती प्रतिभा के रूप में स्थापित किया। उनकी इस आत्मविश्वासी पारी ने न केवल दिल्ली के 590 रनों के स्कोर को संभाला, बल्कि महाराष्ट्र की विशाल पारी घोषित करने के बाद दिल्ली के मनोबल को भी बनाए रखा।

महाराष्ट्र ने विशाल स्कोर खड़ा किया

इससे पहले, महाराष्ट्र ने स्वप्निल गुगाले (351) और अंकित बावने (258) के शानदार योगदान की बदौलत 635/2 पर पारी घोषित करते हुए बल्लेबाजी में दबदबा बनाया। उनकी 594 रनों की साझेदारी महाराष्ट्र की पारी की रीढ़ रही, जिससे दिल्ली के सामने एक बड़ा लक्ष्य था। दूसरी पारी में, महाराष्ट्र 58 रन ही बना सका और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

दोनों टीमों के उच्च स्कोर के बावजूद, पंत की पारी खेल का मुख्य आकर्षण रही। ऐतिहासिक पारी खेलने वाले स्वप्निल गुगाले को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि पंत की विस्फोटक बल्लेबाजी ने प्रशंसकों और विशेषज्ञों को हफ्तों तक इस युवा स्टार की चर्चा करने पर मजबूर कर दिया।

यह मैच न केवल विशाल स्कोर के लिए, बल्कि पंत (Rishabh Pant) की व्यक्तिगत प्रतिभा और गुगाले तथा बावने के बीच रिकॉर्ड तोड़ साझेदारी के लिए भी याद किया जाएगा। इस मुकाबले ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में प्रतिभा की गहराई और पंत जैसे युवा खिलाड़ियों द्वारा लंबे प्रारूप में लाए गए उत्साह को उजागर किया।

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ऋषभ पंत ने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र की टीम के खिलाफ तिहरा शतक लगता था।

ऋषभ पंत ने 326 गेंदों में 42 चौके और 9 छक्कों की मदद से 308 रन की पारी खेली थी।