Team India: क्रिकेटर्स के लिए क्रिकेट (Cricket) सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि उनकी जिंदगी है...... ये शब्द किसी के लिए नए नहीं होंगे। क्योंकि इतिहास में खिलाड़ियों कई मौकों पर ये साबित किया है कि क्रिकेट (Cricket) उनके लिए खेल से कई बढ़कर है। खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम को विश्वभर में महानतम बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करता है और इसके लिए अपने निजी दुख-दर्द सब भुलाकर अपनी टीम को तवज्जो देता है।
आज हम आपको टीम इंडिया (Team India) के ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने दर्द-दुख को भूलकर टीम के लिए मैदान पर उतरे। तो आइए जानते हैं भारतीय टीम (Team India) के उन चार खिलाड़ियों के बारे में जो अपने पिता के निधन के कुछ दिनों बाद ही टीम का प्रतिनिधित्व करते नजर आए....
Team India के ये 4 खिलाड़ी पिता के निधन के कुछ दिनों बाद ही आए Cricket खेलते नजर
विराट कोहली
पिता के निधन के बाद क्रिकेट खेलते नजर आए खिलाड़ियों की बात करें तो विराट कोहली का जिक्र न हो यह नामुमकिन है। क्योंकि बहुत छोटी उम्र में ही किंग कोहली ने ये साबित कर दिया था कि क्रिकेट उनके लिए महज एक खेल नहीं बल्कि उनकी पूरी जिंदगी है। और इस बात से कोई अनजान भी नहीं है कि क्रिकेट कोहली के लिए क्या मायने रखता है।
पिता की मौत के अगले ही दिन 17 साल के एक बच्चे ने अपना बल्ला उठाकर सबको चौंका दिया। ये बच्चा और कोई नहीं बल्कि विराट ही थी। जो उस समय दिल्ली के लिए कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी खेल रहे थे। उन्होंने शानदार शकत जड़ अपने पिता को श्रद्धांजलि दी। जो उन्होंने एक बड़ा खिलाड़ी बनता हुआ देखना चाहते थे। हालांकि, मैच खत्म होने के बाद वह पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
मोहम्मद सिराज
साल 2021 में मोहम्मद सिराज पर भी ये दुखों का पहाड़ गिरा था। उस साल कंगारू टीम के खिलाफ खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उन्हें अपने पिता के इंतकाल का पता चला।लेकिन ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपनी टीम को अकेला छोड़ना उन्हें बिल्कुल भी सही नहीं लगा और उन्होंने टीम के साथ रहने का फैसला किया।
लिहाजा, उन्होंने वापिस लौटने की जगह टीम (Team India) के लिए क्रिकेट खेलना जारी रखा और वह सीरीज में टीम की जीत के कई कारणों में से एक रहे। उस समय उन्हें अपने देश को तवज्जो देने के लिए फैंस से सहानुभूति के साथ-साथ काफी सम्मान भी मिला। हालांकि, सीरीज खत्म होने के बाद वह भारत लौटते ही पिता की कब्र के पास गए।
उमेश यादव
साल 2023 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई। सीरीज का दूसरा मुकाबला 1 मार्च से इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शामी की जगह उमेश यादव को प्लेइंग इलेवन में जगह दी।
उनका नाम अंतिम ग्यारह में देख फैंस हैरान हो गए। क्योंकि उमेश ने फरवरी के आखिरी सप्ताह में ही पिता को खोया था। इसके बाद फैंस को उम्मीद नहीं थी कि वह टीम के साथ जुड़े रहेंगे। लेकिन उन्होंने अपने दुखों को भूलकर टीम के साथ रहना ज्यादा जरूरी समझा। इतना ही नहीं उन्होंने टीम इंडिया की पहली पारी में धमाकेदार प्रभावशाली पारी खेल सबका दिल जीता।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट गलियारों में 'क्रिकेट के भगवान' के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर भी इस दर्द से गुजर चुके हैं। बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स पर कब्जा करने वाले इस खिलाड़ी के जीवन में एक दौर ऐसा आया जब उन्हें अपने पिता के अंत के बाद भारतीय टीम के लिए क्रिकेट मैदान पर उतरना पड़ा।
साल 1999 में पिता के गुजर जाने की खबर सुनकर तेंदुलकर को तुरंत इंग्लैंड से भारत वापस लौटना पड़ा। उस समय टीम इंडिया वनडे वर्ल्ड कप खेल रही था। इसी बीच पिता की मृत्यु की खबर से उन्हें झकझोर कर रख दिया। इसके बावजूद पिता के अंत के चार दिन बाद वह इंग्लैंड वापस लौटे और अपनी टीम के साथ जुड़ गए।
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