दुनियाभर में सबसे ज्यादा पसंद की जाती हैं ये 3 टेस्ट सीरीज, फैंस भी करते हैं बेसब्री इंतजार

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Shilpi Sharma
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3 Most Famous Bilateral Cricket Series Trophies

क्रिकेट (Cricket) का खुमार अक्सर पैंस के सिर चढ़कर बोलता है. ये एक ऐसा खेल है जिसमें 2 देशों की टीमों के कांटे की टक्कर होती है. यूं तो सिर्फ 2 टीमों के बीच तक ही ये मुकाबला सीमित नहीं होता बल्कि एक समय ऐसा भी आता है जब दो टीमें सिर्फ विश्व कप ट्रॉफी के लिए एक-दूसरे का सामना करती हैं. हर टीम का ये सपना होता है कि वो इस ट्रॉफी को अपने नाम करे.

लेकिन, इन सबके अलावा क्रिकेट में दो देशों के बीच होने वाले द्विपक्षीय सीरीज का भी एक अलग ही क्रेज होता है जिसे लेकर फैंस ही नहीं बल्कि खिलाड़ी भी काफी ज्यादा एक्साइडेट रहते हैं. क्योंकि टूर्नामेंट की बजाय टीमें द्विपक्षीय सीरीज ज्यादा खेलती हैं. ऐसे में इसमें सम्मान की लड़ाई का ज्यादा महत्व होता है.

क्रिकेट (Cricket) शुरु होने से लेकर अब तक कई ऐसी द्विपक्षीय सीरीज हुई हैं, जिसे जीतने के लिए दोनों देशों हर पैंतरे आजमाते हैं. मैदान पर इसका रोमांच तो देखते ही बनता है. इनमें से कुछ सीरीज वर्ल्ड क्रिकेट में काफी ज्यादा मशहूर रही हैं. आज हम अपने इस खास आर्टिकल में ऐसी ही 3 सबसे मशहूर द्विपक्षीय ट्रॉफी के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं.

क्रिकेट में 3 द्विपक्षीय श्रृखंलाओं की ट्रॉफियां

3. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी

border-gavaskar trophy

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच की टेस्ट सीरीज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नाम दिया गया है. एलन बॉर्डर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी थे वहीं सुनील गावस्कर भारत के महान क्रिकेटरों में शुमार रहे हैं. दोनों ने ही अपने दौर में क्रिकेट (Cricket) दुनिया में एक अलग ही छाप छोड़ी थी. दोनों ने अपनी बेहतरीन क्रिकेट के दम पर लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है.

इसके साथ ही दोनों ही प्लेयर अपनी-अपनी टीम के लिए टेस्ट प्रारूप में कप्तानी भी कर चुके हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जब भी कोई टेस्ट सीरीज संपन्न होती है तो दोनों ही दिग्गज उस समय मौजूद रहते हैं और विजेता टीम को अपने हाथ से ट्रॉफी थमाते हैं.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की पहली सीरीज 1996-1997 में खेली गई थी. भारत ने तब इस सीरीज की मेजबानी की थी और श्रृंखला पर जीत भी दर्ज की थी. भारत ने तब सीरीज का एक मैच जीता था. इस सीरीज में 2, 3 या 4 टेस्ट मैच खेले जाते हैं. लेकिन, अब इसे 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में तब्दील किया गया है. बारी-बारी से दोनों देश इस सीरीज की मेजबानी करते हैं.

2. चैपल-हेडली ट्रॉफी

Chappell-Hadley Trophy

चैपल-हैडली ट्रॉफी भी काफी ज्यादा सुर्खियों में रहती है. इसका भी एक अलग ही क्रेज है. इस ट्रॉफी का आयोजन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एकदिवसीय श्रृंखला के लिए होती है. इस ट्रॉफी का नाम दोनों देशों के 2 मशहूर क्रिकेट परिवारों के नाम पर रखा गया है. इयान चैपल, ग्रेग चैपल और ट्रेवर चैपल ऑस्ट्रेलियाई टीम के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार रहे हैं.

वहीं वॉल्टर हैडली, और उनके 3 बेटे बैरी हैडली, डेल हैडली और रिचर्ड हैडली न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर रहे हैं. साल 2004 से लेकर 2009 के बीच ये क्रिकेट (Cricket) की सीरीज हर साल होती थी. इसके आधार पर 3 एकदिवसीय मैच खेले जाते थे. इस ट्रॉफी का पहला सीरीज 1-1 से ड्रॉ पर खत्म हुआ था.

साल 2011 और 2015 के वर्ल्ड कप में भी इन दोनों टीमों के बीच जो 2 लीग मैच खेले गए वो इसी नाम के तहत खेले गए था. हालांकि बाकी ट्रॉफी के मुकाबले इस ट्रॉफी का खुमार काफी कम है.

1. एशेज ट्रॉफी

Ashes Trophy

इस लिस्ट में आखिरी और पहला नाम एशेज सीरीज का आता है. क्रिकेट (Cricket) के इतिहास में सबसे पुरानी प्रतिद्वंदी टीमों में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का नाम रहा है. टेस्ट प्रारूप का पहला मैच भी इन्ही दोनों टीमों के बीच खेला गया था. जब भी ये दोनों टीमें टेस्ट क्रिकेट में आमने-सामने होती हैं तो उसका नाम एशेज सीरीज दिया जाता है.

एशेज श्रृंखला जीतने वाली टीम को एक छोटी सी ट्रॉफी दी जाती है, जिसमें लकड़ियों की गिल्ली की जली हुई राख दिखाई देती है. एशेज सीरीज 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला होती है और एक-एक बार दोनों टीमें इस प्रतिष्ठिति सीरीज की मेजबानी करती हैं. सालों से इस सीरीज ने दर्शकों में काफी ज्यादा रोमांच पैदा किया है.

इसका भी खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोलता है. इन दो दिग्गज टीमों के बीच एशेज सीरीज में टक्कर कांटे की होती है. दोनों ही देशों के हर क्रिकेटर का यही सपना होता है कि वो अपनी टीम की तरफ से एशेज सीरीज का हिस्सा बनें. वहीं इस श्रृंखला में किए गए प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों के भविष्य के करियर की दिशा और दशा तय की जाती है. पहली ऑफिशियल एशेज सीरीज 1882-83 में खेली गई थी.

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