इंग्लैंड दौरे के बीच स्टार बैटर ने किया बड़ा ऐलान, महज 32 की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास
Published - 26 Jul 2025, 08:29 AM | Updated - 26 Jul 2025, 09:06 AM

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मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच चौथा टेस्ट रोमांचक मोड़ पर है। भारतीय टीम एक ओर टेस्ट सीरीज़ में वापसी के लिए संघर्ष कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर मेजबान टीम ने धमाकेदार प्रदर्शन कर अपना दबदबा कायम रखा हुआ.
लेकिन इंग्लैंड दौरे (India vs England) के बीच भारतीय फैंस को तगड़ा झटका लगा है. टीम इंडिया के अनुभवी खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। महज 32 साल की उम्र में इस क्रिकेटर ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहकर सबको बड़ा झटका दिया। आइए जानते हैं कि कौन है ये खिलाड़ी.....
England दौरे के बीच भारतीय खिलाड़ी ने लिया संन्यास
मैनचेस्टर में जारी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के चौथे मुकाबले (England vs India) में टीम इंडिया का प्रदर्शन शर्मनाक रहा. बल्लेबाज़ी के बाद गेंदबाज़ी में भी शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम बुरी तरह फ्लॉप रही. भारतीय खिलाड़ियों के इस खराब प्रदर्शन ने दर्शको को काफी निराश किया है. व
हीं, अब भारतीय प्रशंसको के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उन्होंने महज 32 साल की उम्र में यह फैसला लिया है. उन्होंने 2011 में अपने क्रिकेट करियर का आगाज किया था, जिसके बाद उन्हें भारत के लिए 120 से ज्यादा मैच खेलने का मौका मिला।
England के खिलाफ किया था डेब्यू
वेदा कृष्णमूर्ति ने अपने इंटरनेशनल डेब्यू मैच जून 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. संन्यास लेने से पहले वह भारत के लिए 48 एकदिवसीय और 76 टी20 मैच खेल चुकी है. इस दौरान उनके बल्ले से क्रमशः 829 रन और 875 रन निकले। उन्होंने सोशल मीडिया पर रिटायरमेंट पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि,
"एक छोटे शहर की बड़े सपने रखने वाली लड़की से लेकर गर्व से भारतीय टीम की जर्सी पहनने तक। क्रिकेट ने मुझे जो भी सबक, लोग और यादें दीं हैं, उनके लिए आभारी हूं। अब खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है, लेकिन खेल को नहीं। हमेशा भारत के लिए। हमेशा टीम के लिए उपलब्ध रहूंगी।"
इन्हें कहा धन्यवाद
वेदा कृष्णमूर्ति ने क्रिकेट अपने परिवार को धन्यवाद कहते हुए आगे कहा कि,
"मेरे माता-पिता और भाई-बहनों, खासकर मेरी बहन, मेरी पहली टीम होने के लिए धन्यवाद। और मेरी निरंतर शक्ति। मेरे कोचों, कप्तानों और मार्गदर्शकों को, मुझे आकार देने के लिए धन्यवाद। बीसीसीआई को, भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान देने के लिए आभार। केएससीए, रेलवे और केआईओसी को, मुझे आगे बढ़ने का मौका देने के लिए धन्यवाद। मेरी टीम की साथियों को, आपने इस सफर के हर पल को सार्थक बनाया। हमने सब कुछ साझा किया है। जीत, हार और हंसी, जो हमेशा मेरे साथ रहेगी।"
"आप कभी केवल टीम के साथी नहीं थे। आप परिवार थे। मेरे दोस्तों को, वहां मौजूद रहने के लिए धन्यवाद। कर्नाटक और रेलवे की कप्तानी करना मेरे लिए एक सम्मान की बात थी जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगी। उन टीमों ने मुझे आकार दिया, मुझे चुनौती दी और मुझे पूरे दिल से नेतृत्व करने की जगह दी। और भारत की उस जर्सी को पहनने के एहसास की बराबरी कोई नहीं कर सकता। राष्ट्रगान, एड्रेनालाईन, गर्व-ये सब हमेशा आपकी हड्डियों में बसता है."
England के खिलाफ फ्लॉप हुई टीम इंडिया
23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू हुए चौथे टेस्ट मैच (England vs India) की बात की जाए तो पहले बल्लेबाज़ी करते हे टीम इंडिया की पहली पारी 358 रनो गई. इसके जवाब में इंग्लैंड बल्लेबाज़ों ने धुंआधार प्रदर्शन कर भारतीय गेंदबाज़ो की क्लास लगाई और ताबड़तोड़ रन बनाए। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक टीम ने स्कोरबोर्ड पर सात विकेट के नुकसान पर 544 रन स्कोरबोर्ड पर लगा दिए. मेजबान टीम के रनो पर लगाम लगा पाना भारतीय टीम (England vs India) के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ.
- वेदा कृष्णमूर्ति ने किया इंटरनेशनल संन्यास का ऐलान: महज 32 साल की उम्र में भारतीय महिला टीम की अनुभवी बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए अपने संन्यास की घोषणा की।
- वेदा ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था डेब्यू: वेदा ने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत इंग्लैंड (England vs India) के खिलाफ 2011 में की थी। उन्होंने भारत के लिए 48 वनडे और 76 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले, जिसमें कुल 1700 से अधिक रन बनाए।
- संन्यास पोस्ट में परिवार और कोचों को कहा शुक्रिया: वेदा ने अपनी भावुक पोस्ट में माता-पिता, कोचों, साथियों और बीसीसीआई को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि भारत की जर्सी पहनना उनके जीवन का सबसे गौरवपूर्ण पल रहा।
- भारतीय क्रिकेट को अलविदा लेकिन खेल से रिश्ता बरकरार: संन्यास के बावजूद वेदा ने संकेत दिया कि वह खेल से जुड़ी रहेंगी—संभवतः कोचिंग, मेंटरशिप या कमेंट्री के जरिए। उन्होंने लिखा: “खेल को अलविदा, लेकिन खेल को नहीं।”
ऑथर के बारे में

मानवी नौटियाल एक उत्साही और अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जिन्हें खेलों की दुनिया से गहरा लगाव है।... रीड मोर