19 सितम्बर से IPL और फिर 17 अक्टूबर से टी20 विश्वकप शुरू हो जाएगा। मतलब पूरे दो महीने सिर्फ टी20 क्रिकेट का खुमार ही चढ़ा रहेगा। ऐसे में सभी भारतीय खिलाड़ी दबाव में भी होंगे, क्योंकि वो तो किसी ना किसी फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े ही हुए हैं और आईपीएल में उन्हें आराम करने का बिलकुल मौका नहीं मिलेगा।
ऐसे में उनके मन में यह सवाल भी होगा कि कहीं इस व्यस्त कार्यक्रम के बीच वो विश्वकप में प्रदर्शन कैसे करेंगे। लेकिन, इस परेशानी का हल सभी IPL फ्रेंचाईजियों के पास है। कुछ ऐसे तरीके हैं, जिनसे वो टी20 विश्व कप का ख़िताब जीतने में भारतीय टीम की मदद कर सकते हैं।
इन तीन तरीकों से IPL फ्रेंचाइजियां कर सकती हैं भारतीय टीम की मदद
1. तेज गेंदबाजों को सही समय पर आराम
IPL खेल रही सभी फ्रेंचाइची के पास बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। जो जरुरी समय पर विकेट झटकने में माहिर हैं। जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी सभी बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं और अपनी-अपनी आईपीएल टीम और राष्ट्रीय टीम, दोनों के लिए सबसे जरुरी खिलाड़ियों में से हैं।
हालांकि, यहां एक फर्क है कि आईपीएल टीमों के पास तो इनका बैकअप है, लेकिन भारतीय टीम में इनका बैकअप नहीं मौजूद है। ऐसे में फ्रेंचाइजी को चाहिए कि वो अपने तेज गेंदबाजों को सही समय पर आराम दे, लगातार सभी मैचों में उनसे गेंदबाजी ना करवाए। ऐसे में इनके चोटिल होने के मौके कम और तरोताजा बने रहने के मौके ज्यादा बने रहेंगे।
2. बल्लेबाजों को लगातार दें मौके
सभी IPL फ्रेंचाईजियों को यह भी करना चाहिए कि वो अपनी टीम के सभी बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा दे। जिससे वो लगातार यूएई की जमीन पर खेलने के आदी हो जाएं और खुलकर बल्लेबाजी करने लगें। खासकर उन बल्लेबाजों को जो टी20 विश्व कप के लिए टीम में चुने गए हैं।
रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों को तो कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन, ऋषभ पंत जैसे नए खिलाड़ियों को बल्लेबाजी का आदी होने के लिए ज्यादा से ज्यादा मौके चाहिए होते हैं। जिससे वो टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। साथ ही ऐसे समय में अनुभवी खिलाड़ियों को युवा खिलाड़ियों को सिखाना भी चाहिए।
3. भारतीय टीम में उनकी जगह पर ही खिलाड़ियों को मौके दें
सभी आईपीएल (IPL) टीमों को चाहिए कि वो अपने खिलाड़ियों को उनकी जगह पर ही खिलाए। जिससे वो उस क्रम के आदी हो जाएं। दरअसल बात यह है कि सभी फ्रेंचाइजियां अपने खिलाड़ियों को अलग-अलग बल्लेबाजी क्रम और अलग-अलग तरह से इस्तेमाल करती हैं।
जैसे सूर्यकुमार यादव मुंबई इंडियंस के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं और ईशान किशन चौथे, तो वहीं भारतीय टीम में ये दोनों क्रमशः चौथे और पांचवें नंबर पर मैदान पर उतरते हैं। ऐसे में आईपीएल टीम को चाहिए कि वो इन खिलाड़ियों को टीम इंडिया के अनुसार ही खेलने के मौके दे। जिससे वो खेलने के और बेहतर आदि हो जाएं।