भारतीय टीम इस वक्त इंग्लैंड (England) के खिलाफ टी20 मैच खेल रही . इस सीरीज में भारत (India) की तरफ से ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने अपने पदार्पण का जश्न मानते हुए पहले ही मैच में ताबड़तोड़ अर्धशतक जड़ दिया. इन दोनों ने टीम में अपनी जगह पक्की करने कोई मौका नहीं छोड़ा.
वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जो सालों से टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन टीम में उनकी जगह अभी भी पक्की नहीं है. अब अगर बात करें इस सीरीज की तो भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कई ऐसे फैसले किए जिस पर क्रिकेट प्रशंसकों ने उन्हें ट्रोल कर दिया. इसी सिलसिले में हम बात करेंगे भारत (India) के द्वारा लिए गये कुछ अनोखे फैसलों के बारे में.
ये हैं भारत (India) के अनोखे फैसले
1. शिखर धवन को सिर्फ एक मौका क्यों
भारतीय टीम (Indian Team) के अनुभवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को पहले टी20 मैच में ओपनिंग करने के लिए भेजा गया था. लेकिन, वो कुछ खास नहीं कर सके और 12 गेंदों में सिर्फ 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उनकी इस पारी से भारतीय टीम को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ और टीम वो मैच हार गई. एक टीम को अपने सलामी बल्लेबाज से काफी ज्यादा उम्मीद होती है और जब ओपनर गेंदें भी ज्यादा खेल जाये और रन भी ना बनाये तो टीम दबाव में बिखर जाती है.
लेकिन, अगर बात करें शिखर की तो वो बेहतरीन बल्लेबाज हैं और सिर्फ एक मैच में अच्छा प्रदर्शन ना करने से किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर किया जाना ठीक नहीं है. 65 टी20 मैचों में 11 अर्धशतक जड़ चुके धवन ने अब तक 1600 से ज्यादा रन बना चुके हैं. ऐसे में पहले मैच के बाद से इनको टीम में शामिल नहीं किया जाना नाइंसाफी ही है.
2. राहुल तेवतिया को मौका नहीं मिलना
आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए स्पिन गेंदबाजी के साथ ही तेजतर्रार बल्लेबाजी करने में माहिर राहुल तेवतिया को पूरी सीरीज में भारतीय कप्तान (Indian Captain) ने बेंच पर बैठाए रखा. आईपीएल में तेवतिया ने 34 मैच खेले हैं और 24 विकेट अपने नाम करने के साथ ही 366 रन भी बनाये हैं. जिसमें उनके नाम एक अर्धशतक भी है.
अगर इनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात करें तो सिर्फ 7 मैचों में तेवतिया ने 17 विकेट झटके हैं ऐसे में अगर उन्हें टीम में शामिल किया जाता तो वो अपनी स्पिन गेंदबाजी से विपक्षी टीम के बलेल्बाजों को फंसा कर विकेट निकाल सकते थे और अगर विकेट ना भी निकाल सके तो रन बनाने से रोक सकते थे. उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल कर कम से कम एक मैच जरूर खेलने का मौका देना चाहिए.
3. दीपक चाहर को बेंच पर बैठाए रखा गया
बांग्लादेश के खिलाफ हैट्रिक लेकर टी20 में हैट्रिक लेने वाले भारत (India) के पहले गेंदबाज बने दीपक चाहर ने 13 मैचों में 18 विकेट झटके हैं. यही नहीं बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 7 रन देकर 6 विकेट लेने में कामयाब हो गये थे. आईपीएल को देखें तो चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए तेज गेंदबाजी करते समय उन्होंने कुल 48 मैच खेले हैं और 45 विकेट झटके हैं.
यही नहीं निचले क्रम में उतर कर बल्लेबाजी में भी दीपक अपना योगदान दे सकते हैं. उनके कुल टी20 करियर पर अगर नजर डाली जाए तो उन्होंने 112 विकेट झटके हैं. आईपीएल में अपनी तेज गेंदबाजी से बल्लेबाजों की नाक में दम करके रख देने वाला यह गेंदबाज इंग्लैंड की बल्लेबाजी में भी नकेल कस सकता था.