Shubman Gill: भारतयी टीम में आने वाले कुछ सालों में भारी परिवर्तन देखने को मिलेगा. रोहित शर्मा साल 2027 के बाद वनडे और टेस्ट से भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. क्योंकि, 36 वर्षीय हिटमैन अपने करियर के अंतिम दौर से गुजर रहे हैं. उनकी जगह कप्तानी में कौन लेगा ?
इस पर भारतीय बोर्ड ने अभी चिंतन करना शुरू कर दिया होगा. युवा खिलाड़ी शुभमन गिल (Shubman Gill) को भविष्य कप्तान माना जाता है. उन्हें छोटी टीमों के खिलाफ कप्तानी मिल भी रही है. जिम्बाब्वे के बाद दिलीप ट्रॉफी में कप्तान चुना गया है. लेकिन, हम इस लेख में आपको 3 कारण बता रहे हैं जिसकी वजह गिल को कप्तान नहीं बनाना चाहिए.
1. टीम में जगह नहीं है परमानेंट
शुभमन गिल (Shubman Gill) की टीम इंडिया में जगह परमानेंट नहीं है. उन्हे लगातार सीरीज में शामिल नहीं किया जाता है. टी20 विश्व कप 2024 में भारतीय स्क्वाड का हिस्सा नहीं थे. उन्होंने पिछले साल एशिया कप के भी कुछ मैच मिस किए थे. वहीं सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा अहम किरदार अदा कर रहे हैं.
उनके साथ दूसरे छोर पर यशस्वी जायसवाल खड़े हुए नजर आते हैं. उनकी टीम में जगह पक्की देखी जा रही है. जबकि शुभमन गिल को लेकर स्थिति साफ नहीं है कि उन्हें किस पायदान पर खिलाया जाएगा. ऐसे में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान चुना जाता है तो टीम को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है.
2. कप्तानी के मामले में है अनुभवहीन
केएल राहुल और ऋषभ पंत भारत में कप्तान के बनने के बड़े बड़े दावेदारों में से एक हैं. दोनों कई भारत के लिए कप्तानी कर चुके हैं. आईपीएल में कप्तानी करने का अच्छा-खासा अनुभव है. लेकिन, शुभमन गिल (Shubman Gill) इन दोनों खिलाड़ियों के सामने काफी अनुभवहीन है.
केएल राहुल भारत के लिए तीनों प्रारूपों में 16 मैचों में कप्तानी कर चुके हैं. पंत 5 मैचों में भारतीय टीम के लिए कप्तान की भूमिका निभा चुके हैं. ऐसे में BCCI भविष्य में गिल को नहीं पंत या केएल राहुल को कप्तान बनाए जाने पर विचार करना चाहिए.
3. IPL में की खराब कप्तानी
हार्दिक पांड्या ने साल 2024 में गुजरात टाइटंस का साथ छोड़कर मुंबई इंडियंस का दामन थाम लिया था. जिसके बाद फ्रेंचाइजी को आनन-फानन में शुभमन गिल (Shubman Gill) को कप्तान बनाना पड़ा.उनकी कप्तानी में गुजरात की टीम को बुरे दौर से गुजरना पड़ा.
गिल की कप्तानी में GT ने 14 मैच खेले. जिसमें सिर्फ 5 जीत मिली और 7 मैचों में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा और गुजरात बिना सुपर-4 में पहुंचे ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई. मैदान के दौरान देखा गया था कि गिल कप्तानी का प्रेशर हैंडल नहीं कर पा रहे थे. अभी उन्हें कप्तानी में पूरी तरह से परिपक्व होने की जरूरत है.
यह भी पढ़े: बड़ी खबर: भुवनेश्वर कुमार ने ले लिया इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का फैसला! इस वजह से नहीं करना चाहते वापसी