खिलाड़ियों की क्षमता का आकलन नहीं कर सके हैं
![ODI-T20 या टेस्ट, हर फॉर्मेट में फेल राहुल द्रविड़, इन 3 कारणों के चलते नहीं है हेडकोच बनने के लायक 2 Rahul Dravid](https://hindi.cricketaddictor.com/wp-content/uploads/2023/11/Rahul-Dravid-1.jpg)
कोच खिलाड़ियों की क्षमता और योग्यता के मुताबिक उन्हें मौके देता है और ये तय करता है कि वे किस फॉर्मेट के लिए मौजूदा समय में बेहतर हैं. राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने इस कार्य में भी निराश किया है. भारतीय टेस्ट टीम में रजत पाटीदार, देवदत्त पड्डिकल, मुकेश कुमार, आकाश दीप जैसे कम अनुभवी खिलाड़ियों का होना और चेतेश्वर पुजारा, उमेश यादव और हनुमा विहारी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का न होना द्रविड़ के बतौर कोच कार्यशैली पर सवाल उठाता है. वनडे और टी 20 फॉर्मेट में भी ऐसे कई उदाहरण हैं.
श्रेयस अय्यर वनडे के बेहतर खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें टी 20 में मौके और सूर्या टी 20 के खिलाड़ी हैं उन्हें वनडे में दिए मौकों ने भारतीय टीम की संरचना और परिणाम दोनों पर असर डाला है और इसमें राहुल की भूमिका नकारी नहीं जा सकती है.