किसी भी खेल में टीम का कप्तान (Captain) काफी अहम जिम्मेदारी होती है. पूरे देश की उम्मीद आपके कंधों पर होती है. जब आप इस बड़ी जिम्मेदारी को निभाते है, तो जीत के साथ-साथ हार की जिम्मेदारी भी आपकी ही होती है. ऐसे में कई खिलाड़ी अपनी टीम को बुलंदियों पर ले जाते है और कुछ सिर्फ टीम ही नहीं अपने प्रदर्शन को भी खराब कर लेते है. क्रिकेट के भगवन सचिन तेंदुलकर भी कप्तानी का दबाव नहीं झेल पाए थे.
ऐसे में आज हम बात करने वाले है तीन ऐसे खिलाड़ियों की जो एक समय में शानदार प्रदर्शन करते हुए नज़र आते थे लेकिन टीम की कप्तानी मिलने के बाद से उन्हें बल्ले से रन निकला बंद हो गये है. कई दिग्गजों का मानना है की अब उनकी टीम में ही जगह नहीं बनित है और उन्होंने कुछ समय के लिए टीम से ड्राप कर देना चाहिए तो आइये बात करते है ऐसे ही तीन कप्तानों (Captain) के बारे में.
1. आरोन फिंच
इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा टी20 कप्तान आरोन फिंच (Aaron Finch) का. फिंच ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक है. हाल ही में खराब फॉर्उम की वजह से उन्होंने वनडे फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था. फिंच साल 2014 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के टी20 कप्तान है और वो सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान (Captain) है.
लेकिन पिछले कुछ सालों में उनका करियर औसत काफी कम हुआ है तथा स्ट्राइक रेट भी गिरता हुआ नज़र आया है. फिंच के हालिया प्रदर्शन की बात करे तो उन्होंने साल 2022 में 26 मैच खेले है जिसमें उनके नाम सिर्फ 3 अर्धशतक दर्ज है और उन्होंने सिर्फ 19.24 की एवरेज से 481 रन ही बनाये है. साल 2021 में उन्होंने 28.68 की औसत से सिर्फ 459 रन बनाए थे जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे. ऐसे में खराब फॉर्म के चलते वो कप्तानी ही नहीं टीम में जगह बनाने के लिए भी जूझते दिख रहे और कई दिग्गजों का मानना है की उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाना चाहिए.
2. केन विलियम्सन
इस लिस्ट में दूसरा नाम आता है केन विलियम्सन का. केन साल 2012 से न्यूज़ीलैंड के नियमित कप्तान है. लम्बे समय से कप्तानी (Captain) कर रहे केन विलियम्सन की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. 59 टी20 मैचों में से 30 में जीत के साथ वो सबसे सफल कप्तानों में से एक है. लेकिन अब केन का बल्ला लम्बे समय से खामोश ही नज़र आ रहा है. उनकाहालिया प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है.
साल 2022 में उन्होंने अभी तक 9 मैच खेले है जिसमें उनके बल्ले से 294 रन निकले है. विलियम्सन के पुराने रिकॉर्ड पर नजर डाले तो साल 2021 में उन्होंने सिर्फ 693 रन, साल 2020 में 757 रन और 2019 में 1543 रन बनाए थे. गिरते प्रदर्शन से साफ़ हो जाता है की विलियम्सन का प्रदर्शन कप्तानी के ख़राब हुआ है. ऐसे में कई आलोचकों का मानना है की केन विलियम्सन को कुछ समय का ब्रेक लेते हुए टीम से खुद को ड्राप कर लेना चाहिए.
3. टेंबा बवुमा
इस लिस्ट में सबसे आखरी नाम आता है भारतीय दौरे पर साउथ अफ्रीका की कप्तानी कर रहे टेम्बा बावुमा का. बवुमा को वाइट बॉल क्रिकेट में साल 2021 में टीम का नियमित कप्तान (Captain) बनाया गया था. उनकी कप्तानी में टीम 33 मुकाबले खेल चुकी है लेकिन उनका प्रदर्शन काफी औसत दर्जे कहा जा सकता है. अपनी कप्तानी में वो अभी तक सिर्फ 700 रन ही बना सके है.
हाल फिलहाल में बवुमा का प्रदर्शन देखें तो कप्तानी के बाद से अपनी फॉर्म से जूझ रहे है. छोटी पारी को बड़ी पारी में बदलना वो भूल ही गये है. कप्तान बनने के बाद साल 2022 में उन्होंने अभी तक 17 मैच खेले है. 17 मैचों में वो 712 रन बना चुके है वही साल 2021 में यह आंकड़ा सिर्फ 684 का था और इस से पहले साल 2020 में ये आंकड़ा घट कर 451 रह जाता है. इसी वजह से मौजूदा समय में कई लोगो का मानना है की बवुमा को कप्तानी ही नहीं बल्कि कुछ समय के लिए टीम से ही ड्राप कर देना चाहिए.