भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हो रहा है कि भारतीय टीम एक साथ दो अलग देशों में दो अलग टीमों के साथ मैच खेलेगी। एक तरफ तो अनुभव से भरी हुई टीम इंग्लैंड में टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी तो वही दूसरी तरफ नए जोश से भरपूर युवा खिलाड़ी श्रीलंका में खुद को साबित करेंगे।'
दोनों ही टीमों में अच्छे खिलाड़ियों की भरमार है जो मैच का रुख पलट सकते हैं। लेकिन, जब दोनों टीमों की तरफ नजर डाली जाए तो देखने में ऐसा लगता है कि इंग्लैंड दौरे के कुछ खिलाड़ी अगर श्रीलंका में होते तो वो और बेहतर कर सकते थे, तो आज हम उन्हीं के बारे में बात करते हैं।
ये तीन Indian खिलाड़ी श्रीलंका में होने चाहिए थे
1. आवेश खान (Avesh Khan)
IPL में दिल्ली कैपिटल्स के लिए तेज गेंदबाजी का जौहर दिखाने वाले आवेश खान वर्तमान समय में इंग्लैंड गई हुई Indian टीम का हिस्सा हैं। लेकिन, इंग्लैंड के हालात और सीनियर खिलाड़ियों की भरमार देखते हुए ऐसा मुश्किल ही लग रहा है कि आवेश खान को गेंदबाजी करने का मौका भी मिल जाए। वैसे भी वो टी20 स्पेशलिस्ट गेंदबाज हैं।
आवेश खान की गेंदबाजी का जलवा तो हम सभी ने आईपीएल 2021 के पहले आधे सत्र में देख ही लिया है। जिसमें उन्होंने 8 मैचों में 14 विकेट झटक कर अभी तक दूसरे नंबर पर मौजूद हैं। ऐसे में वो अगर सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलने श्रीलंका गई हुई टीम में होते तो शायद वो ज्यादा प्रभाव डाल सकते थे।
2. शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur)
तेज गेंदबाजी आलराउंडर खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर ने अभी कुछ महीनों पहले ही इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। दोनों ही सीरीज में शार्दुल सर्वोच्च विकेट टेकर थे। चेन्नई की तरफ से खेलते हुए आईपीएल में भी उन्होंने इस साल अभी तक 5 विकेट झटके हैं।
सीमित ओवरों में ठाकुर साहब जितना प्रभावशाली रहे हैं, टेस्ट मैचों में उतने कामयाब नहीं रहे हैं। यही नहीं अगर उन्हें मौका देना ही होता तो विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में उन्हें मौका दे भी दिया जाता। वहीं सीमित ओवर में हर बार अपनी गेंदों से विकेट झटकने वाले इस खिलाड़ी को श्रीलंका वाली Indian टीम का हिस्सा होकर वनडे और टी20 मैचों में विपक्षी बल्लेबाजों के विकेट झटकने चाहिए थे।
3. अक्षर पटेल (Axar Patel)
अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज में रिकॉर्ड 27 विकेट लेने वाले युवा खिलाड़ी अक्षर पटेल ने अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। उनके इस प्रदर्शन से शायद सभी ने यह सोच लिया कि वो टेस्ट मैचों के अच्छे गेंदबाज हैं, इसीलिए तो उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए चुन लिया गया। लेकिन, लोग भूल गए कि वह भारतीय सरजमीं थी और इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद करती हैं।
श्रीलंका की पिचें भी भारतीय उपमहाद्वीप की तरह ही स्पिन को मदद करती हैं। ऐसे में अक्षर का अनुभव और घूमती गेंदें Indian Team के लिए मददगार और श्रीलंकन टीम के लिए काल साबित हो सकती थीं। IPL के 14वें संस्करण के आधे सत्र में वो 4 मैचों में 6 विकेट लेकर खुद को सीमित ओवरों के हिसाब से ढाल भी चुके हैं। भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें इंग्लैंड भेजकर Indian टीम के साथ नाइंसाफी की है।