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टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का हेडकोच बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं. नए कोच की रेस में उनका नाम भारतीय प्लेयर्स के तौर पर टॉप पर चल रहा है. बीसीसीआई उन्हें राहुल द्रविड़ के कार्यकाल समाप्त होने के बाद नई जिम्मेदारी सौंप सकती है.
बता दें कि गंभीर अपने आक्रमर रवैये के जाने जाते हैं. मैदान शाहिद अफरीदी और गंभीर की जंग देखने को मिल चुकी है. हेड कोच बनने के बाद किसी इंडियन प्लेयर्स ने गौतम की बात नहीं मानी तो तकरार की स्थिति बन सकती है. क्योंकि, अनुशासन के मामले काफी स्टीक है. आइए जानते हैं अगर, गंभीर हेड कोच बनते हैं तो इन 3 कारणों के चलते भारतीय टीम के हालात बिगड़ सकते हैं!
1. खिलाड़ियों से मन मुटाव
- गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) कॉमेंट्री के दौरान विराट कोहली से लेकर कई बड़े खिलाड़ियों की आलोचना करने से पीछे नहीं रहे हैं.
- गंभीर कई बार विराट को टीम से बाहर करने की बात कर चुके हैं. इतना ही नहीं आईपीएल के मौदान दोनों खिलाड़ी 2 बार भिड़ चुके हैं.
- इसके आवाला इंटरनेशनल मैचों में पाकिस्तान के विरूद्ध शाहिद अफरीदी से भिड़ते देखा जा चुका है.
- ऐसे में गंभीर और टीम इंडिया के प्लेयर्स को आपस में तालमेल बिठाना होगा.
- अगर, कोच और प्लेयर्स के बीच सोच मेल नहीं खाती है तो मनमुटाव की स्थिति बनना तय है.
2. टीम में गुटबाजी होने का खतरा
- गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) टीम इंडिया में राहुल द्रविड़ जगह लेते हैं तो टीम समूह में बंटने का डर बना रहेगा.
- क्योंकिं, गंभीर पदभार संभालते ही उम्रदराज खिलाड़ी रोहित शर्मा, विराट कोहली और शमी को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं.
- अगर, उनके कार्यकाल में ये खिलाड़ी नहीं खेलते हैं विराट-रोहित के चहते प्लेयर्स हेड कोच के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं.
- जिसके बाद टीम दो खेमें में बंट जाएगी. विराट-रोहित vs गौतम गंभीर, उससे इससे पहले ग्रेग चैपल के कार्यकाल में ऐसा देखा जा चुका है.
- उम्मीद करते है टीम इंडिया को इन सब परिस्थितियों का सामना ना करना पड़े नहीं तो भारतीय टीम का पाकिस्तान से बुरा हाल हो सकता है.
3. कोच के खिलाफ बगावत
- साल 2027 में भारत और श्रीलंका में वनडे विश्व कप खेला जाना है. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) टीम इंडिया का कोच बनते हैं तो वह जुलाई 2024 से दिसंबर 2027 तक तीनों प्रारूपों में टीम की कमान संभालेंगे.
- वर्ल्ड कप में प्लेयर्स का चयन कोच के सहमती से होता है. वह बोर्ड के सामने अपने पसंदीदा प्लेयर्स डिमांड रखते हैं.
- मगर, गौतम गंभीर आउट फॉर्म बल्लेबाजों को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं. भले ही उस लिस्ट में विराट कोहली नाम ही क्यों ना हो.
- जहां से बगावत के सुर छिड़ सकते हैं. दोनों प्लेयर्स के बीच पहले से ही 36 का आंकड़ा है.
- ऐसे में यह देखना अपने आप में काफी दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया के खिलाड़ी गंभीर के साथ अपना तालमेल कैसे बिठा पाते हैं?