ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) का आगाज अक्टूबर महीने में होने वाला है. भारतीय टीम ने सबसे टी20 फॉर्मेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट के लिए अपनी कमर कस ली है. बीसीसीआई ने कल देर शाम भारत के 15 सदस्यीय दल की घोषणा कर दी है. टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में है जबकि उपकप्तान केएल राहुल को बताया गया है.
इसके अलावा टीम में विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ अर्शदीप, हर्षल और दीपक हूड्डा जैसे युवा खिलाड़ियों को भी मौका दिया गया है. ऐसे में आज बात करते हैं भारतीय चयनकर्ताओं के T20 World Cup 2022 से जुड़े 3 ऐसे फैसलों की जो किसी की भी समझ से परे है.
1. केएल राहुल को उपकप्तान बनाना
चोट के चलते लगभग 6 महीने क्रिकेट मैदान से दूर रहने वाले केएल राहुल ने हाल ही में ज़िम्बाब्वे दौरे पर टीम में वापसी की थी. इस सीरीज में वो रन बनाने के लिए जूझते नज़र आये. इस सीरीज के बाद राहुल को एक बार फिर से एशिया कप के स्क्वाड में चुना गया. उनके बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन वो टी20 फॉर्मेट में एक रन बनाने में असफल रहे.
पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ उनके बल्ले से कोई ख़ास पारी नहीं निकली. इसके बाद सुपर 4 मुकाबले में भी उनका बल्ला सिर्फ अफगानिस्तान के खिलाफ़ ही रन बनाते नज़र आया. ऐसे में राहुल के प्रदर्शन पर काफी सवालिया निशान लगाये जा रहे थे. ऐसे में राहुल को सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में चुने जाना सवालों के घेरे में है और उन्हें T20 World Cup 2022 में उपकप्तान जैसी बड़ी जिम्मेदारी देने हमारी समझ से परे है.
2. रवि बिश्नोई की जगह रविचंद्रन अश्विन का चयन
भारतीय टीम के चयन के बाद सबसे बड़ा सवाल जो आपके जहन में आएगा वो है टीम में युवा स्पिनर रवि बिश्नोई का ना चुने जाना. टीम में अश्विन, चहल और अक्षर पटेल के तौर पर स्पिनर तिकड़ी को टीम में जगह दी है. लम्बे समय से टीम से बाहर चल रहे अश्विन को पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप 2021 में जगह दी गयी थी लेकिन हार के बाद वो एक बार फिर से बाहर हो गये. इसके बाद वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ वापसी की.
वापसी के बाद से उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है. एशिया कप में भी उन्हें चुना गया लेकिन एक बार फिर अश्विन गेंद से ज्यादा विकेट चटकाने में तो असफल रहे साथ ही रन रोकने में भी नाकामयाब रहे. ऐसे में अगर हम बिश्नोई के प्रदर्शन को देखे तो सिर्फ 10 मैचों में ही उनके विकेटो की संख्या 16 हो चुकी है. ऐसे में वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जैसे बड़े टूर्नामेंट में चयनकर्ताओं का बिश्नोई की जगह अश्विन को चुने जाने का फैसला समझ से परे है.
3. खराब फॉर्म के बावजूद ऋषभ पंत को मौका
हाल फिलहाल में भारतीय टीम में ऋषभ पंत धोनी के बाद तीनो ही फॉर्मेट में नियमित विकेटकीपर की भूमिका निभाते हुए नज़र आते है. उनकी जगह में संजू सैमसन को मौका दिया जा रहा है. लेकिन पिछले कुछ हफ़्तों में पंत का प्रदर्शन देखे तो उनके बल्ले से कोई भी अच्छी पारी नहीं निकली है. एशिया कप में नाजुक मौकों पर भी वो गलत शॉट खेल कर अपना विकेट गवां कर टीम को मझधार ने छोड़ गये थे.
ऐसे में चयनकर्ताओं ने संजू सैमसन को नज़रअंदाज करना एक खराब फैसला नजर आ रहा है. संजू को लेकर कई दिग्गज बयान दे चुके है की उनमें काफी प्रतिभा है लेकिन टीम में उन्हें कभी पर्याप्त मौकें नहीं मिले है. जिस भी सीरीज में सैमसन को मौका दिया गया है उन्होंने अधिकतर मौकों पर अच्छा प्रदर्शन करने मौके को भुनाया भी है लेकिन पंत के खराब फॉर्म के बावजूद T20 World Cup 2022 के लिए संजू को टीम में ना चुने जाना एक गलत फैसला साबित हो सकता है.