Cricket: क्रिकेट खेलने वाले हर युवा का सपना होता है कि वो अपने देश की तरफ से क्रिकेट खेले और बतौर क्रिकेटर बड़ी सफलता हासिल कर. लेकिन सबका सपना पूरा हो जाए ये संभव नहीं है. कुछ खिलाड़ियों को मौका मिलता है तो वे सफल नहीं हो पाते जबकि लाखों युवाओं को भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेलने का मौका ही नहीं मिल पाता है.
हालांकि जिंदगी किसी भी एक राह पर चलते रहने का नाम नहीं है. कई बार रास्ता बदल लेने से सफलता का द्वारा खुल जाता है. आज हम आपको तीन ऐसे क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे हैं जो क्रिकेट (Cricket) की दुनिया में कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने अपने करियर की दिशा बदली और आज वे अपने-अपने क्षेत्र में सफलता के शिखर पर हैं.
तेजस्वी यादव
9 नवंबर 1989 को बिहार के गोपालगंज जिले में जन्मे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की बड़ी पहचान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे के रुप में है. शुरुआती दिनों में तेजस्वी यादव को राजनीति की जगह क्रिकेट (Cricket) में रुचि थी और वे दिल्ली में पढ़ाई के साथ ही दिल्ली से ही क्रिकेट खेला करते थे. वे एक अच्छे क्रिकेटर थे और जानकारी के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली उनकी कप्तानी में खेल चुके हैं. तेजस्वी यादव IPL में दिल्ली डेयर डेविल्स का भी हिस्स रहे हैं लेकिन उन्हें कभी प्लेइंग XI में जगह नहीं मिली.
क्रिकेट में मौका नहीं मिलता देख तेजस्वी यादव ने अपने करियर की दिशा बदली और क्रिकेट की जगह राजनीति में चले आए. 2015 में वे पहली बार विधायक बने तथा नीतीश कुमार की सरकार में उप मुख्यमंत्री बने. बिहार के मौजूदा उप मुख्यमंत्री भी वहीं है और एक युवा नेता के रुप में बिहार के विकास की दिशा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं.
हार्डी संधू
आज के दौर के मशहूर गायक हार्डी संधू (Harrdy Sandhu) के बारे में शायद आपको पता न हो लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि युवाओं के बीच सिंगिग सेनसेशन के रुप में अपनी पहचान बना चुके हार्डी संधू गायक बनने से पहले एक क्रिकेटर हुआ करते थे और उन्होंने पंजाब की तरफ से प्रथम श्रेणी के कुछ मैच भी खेले हैं.
लेकिन एक इंजरी ने बतौर क्रिकेटर उनका करियर खत्म कर दिया. इसके बाद इन्होंने संगीत के दुनिया में कुछ करने की सोची और जैसे ये दुनिया उनका इंतजार कर रही थी, आते ही वे इस दुनिया में छा गए. मौजूदा समय के टॉप स्टार 36 साल के हार्डी संधू ने पंजाब की तरफ से 3 मैच खेले जिसमें 12 विकेट झटके. हार्डी संधू के लोकप्रिय गानों में बिजली बिजली, क्या बात ऐ, सोच ना सके सब तेरा, याद आती है, की करिए आदि प्रमुख हैं.
आकाश चोपड़ा
और दर्शक बने फिल्डर...जैसे अनेकों जुमले हमें भारत के मैचों या IPL के दौरान खूब सुनने को मिलते हैं. इन जुमलों को गढ़ने वाले हैं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और आज के दौर के मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra). दिल्ली के आकाश चोपड़ा का घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम है.
वे 162 प्रथम श्रेणी मैचों में 29 शतक और 53 अर्धशतक की मदद से 10,839 रन बना चुके हैं. उनके नाम तिहरा शतक भी दर्ज है. इस शानदार रिकॉर्ड को आकाश चोपड़ा अंतराष्ट्रीय स्तर पर नहीं दुहरा सके और सिर्फ 10 टेस्ट खेलने के बाद उनके अंतराष्ट्रीय करियर का अंत हो गया.
संन्यास के बाद अपने पहले प्यार क्रिकेट (Cricket) को खेलने की जगह उन्होंने इसे सुनाने यानि कमेंटेटर के रुप में अपनी दूसरी पारी शुरु की और इस पारी में उन्हें वो सबकुछ मिला जो वे बतौर क्रिकेट पाना चाहते होंगे. यानि दौलत, शोहरत, इज्जत सबकुछ. यकिन मानिए हिंदी कमेंट्री में आज के दौरे के सबसे मंहगे कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ही हैं.
लोग बड़े बड़े क्रिकेटर्स की जगह उन्हें सुनना चाहते हैं. इसकी वजह उनकी कमेंट्री का अंदाज है जो शायद किसी दूसरे के पास नहीं है. इसलिए सफलता अगर किसी रास्ते न आए तो रास्ते बदले सफलता पाने की भूख नहीं. ये तीनों शख्सियत हमें ये ही सिखाते हैं.
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