Team India: भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेलना देश के हर युवा क्रिकेटर का सपना होता है. इस सपने को पाने और जीने के लिए देश में करोड़ों क्रिकेटर प्रतिदिन घंटों मेहनत करते हैं. वर्षों के कठोर मेहनत के बाद सिर्फ कुछ खिलाड़ियों को ही टीम इंडिया (Team India) की तरफ से खेलने का मौका मिलता है जबकि अधिकांश क्रिकेटर की जिंदगी गुमनामी में ही बीत जाती है लेकिन कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्होंने क्रिकेट छोड़ दूसरे क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला किया और बड़ी सफलता पाई. ऐसे 3 क्रिकेटर का उल्लेख हम इस आर्टिकल में कर रहे हैं जिन्होंने दूसरे क्षेत्र में बड़ी सफलता पाई है.
तेजस्वी यादव
बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पूर्व में एक क्रिकेटर रह चुके हैं. वे दिल्ली की तरफ से खेला करते थे और IPL की दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा रह चुके हैं. हालांकि तेजस्वी को क्रिकेट में वो सफलता नहीं मिली जिसके उम्मीद उन्होंने की थी. वे IPL में भी एक भी मैच नहीं खेल पाए.
इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा है और 2015 में पहली बार विधायक बने और फिर उपमुख्यमंत्री बने. बता दें कि तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के छोटे बेटे हैं. एक इंटरव्यू में तेजस्वी ने कहा था कि एक समय विराट कोहली भी उनकी कप्तानी में खेल चुके हैं.
आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का नाम क्रिकेट खेलने और देखने वाले सभी जानते हैं. आकाश चोपड़ा की मौजूदा पहचान हिंदी भाषा के सबसे बड़े क्रिकेट कमेंटेटर रुप में है. वे सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले सबसे महंगे कमेंटेटर हैं लेकिन आकाश कमेंटेटर बनने से पहले एक क्रिकेटर थे. वे टीम इंडिया (Team India) के लिए खेल चुके हैं. 2003-2004 के बीच आकाश ने भारत के लिए पारी की शुरुआत करते हुए 10 टेस्ट की 19 पारियों में 23 की औसत से 437 रन बनाए. उन्होंने 2 अर्धशतक लगाए. टॉप स्कोर 60 था.
नेशनल टीम के लिए आकाश बेशक ज्यादा सफल नहीं रहे लेकिन घरेलू क्रिकेट के वे बड़े नाम रहे हैं. दिल्ली की तरफ से खेलने वाले इस खिलाड़ी ने 162 प्रथम श्रेणी मैचों में 29 शतक लगाते हुए 10839 रन बनाए हैं. उनका टॉप स्कोर 301 रहा है. क्रिकेट से सन्यास के बाद चोपड़ा ने बतौर कमेंटटर बड़ी पहचान बनाई है.
हार्डी संधू
हार्डी संधू (Harrdy Sandhu) मौजूदा समय के एक बड़े गायक हैं लेकिन बतौर सिंगर बड़ी सफलता पाने से पहले वे एक क्रिकेटर हुआ करते थे. दाएं हाथ से बल्लेबाजी और मध्यम गति की तेज गेंदबाजी करने वाले संधू भारत की तरफ से अंडर 19 और 17 खेलने के साथ ही पंजाब की तरफ ले 3 रणजी मैच खेल चुके हैं.
2006 में क्रिकेट खेलने के दौरान संधू के कोहनी में गंभीर चोट लग गई और इसी चोट के साथ उनका क्रिकेट करियर समाप्त हो गया. इसके बाद उन्होंने गायन के क्षेत्र में कदम बढ़ाया और बड़ी सफलता हासिल की. उनके मशहूर गानों में बिजली बिजली, क्या बात ए, यार नि मिलया, ओ कुड़ी मैंनु कैंदी आदि है.
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