भारत के 3 ऐसे क्रिकेट स्टेडियम जहां दशकों से नहीं खेला गया है कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच, अभी भी जारी है इंतजार

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Shilpi Sharma
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भारत के 3 ऐसे क्रिकेट स्टेडियम जहां दशकों से नहीं खेला गया है कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच, अभी भी जारी है इंतजार

Cricket Stadium: भारत में क्रिकेट को धर्म की तरह पूजा जाता है और इसके चाहने वालों की कमी नहीं है. फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की झलक पाने के लिए एक भी मौका नहीं छोड़ते. इसके लिए फैंस स्टेडियम के अंदर ही नहीं बल्कि बाहर भी लंबी कतारों में खड़े रहते हैं. इसका श्रेय टीम इंडिया के खिलाड़ियों को ही जाता है. जो अपने प्रदर्शन के जरिए फैंस को प्रभावित करने में सफल रहते हैं.

आपको हर गली-नुक्कड़ पर क्रिकेट के दीवाने देखने को मिल जाएंगे. इसलिए भारत के लगभग सभी राज्यों में क्रिकेट स्टेडियम (Cricket Stadium) आपको देखने को मिल ही जाएंगे. कुछ राज्य तो ऐसे भी हैं जिनमें 1-2 नहीं बल्कि3 या उससे ज्यादा स्टेडियम हैं. समय के साथ अब धीरे-धीरे कई शहरों में क्रिकेट स्टेडियम बनाने पर जोर दिया जा रहा है. तो कई जगहों पर ऐसे क्रिकेट ग्राउंड हैं जिनके बारे में खेल प्रेमी बहुत कम जानते हैं.

इसमें देहरादून, अहमदाबाद, नागपुर और लखनऊ का भी नाम शामिल है. इनमें कुछ स्टेडियम में दशकों का युग बीत चुका है जहां पर अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन नहीं हुआ है. या यूं कहें कि ऐसे स्टेडियमों को जेहन से ही बोर्ड निकाल चुका है. हम अपने इस खास आर्टिकल में ऐसे 3 क्रिकेट स्टेडियमों (Cricket Stadium) से आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं जहां बीते 10 सालों में एक भी इंटरनेशनल मैच का आयोजन नहीं हुआ है.

1. कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम, ग्वालियर

Captain Roop Singh Cricket Stadium

ग्वालियर का कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम (Captain Roop Singh Cricket Stadium), जिसकी तस्वीरें शायद आप अपने जेहन से निकाल चुके होंगे लेकिन, इसका नाम आज भी इतिहास के पन्नों पर दर्ज है. इस स्टेडियम को सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के याद के तौर पर याद किया जाता है. इसी मैदामन पर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने विश्व क्रिकेट का पहला दोहरा शतक जड़ा था.

साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने 153 रन से जीत दर्ज की थी. अफ्रीका के खिलाफ खेला गया इस क्रिकेट स्टेडियम (Cricket Stadium) का ये आखिरी मैच था. जिसके बाद यहां कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया. यहां से ज्यादा अब इंदौर में बने स्टेडियम को तवज्जो दिया जाने लगा है और अब तो ऐसा लगता है कि जैसे बीसीसीआई इसे अपने जेहन से निकाल चुकी है.

2. बरकतुल्लाह खां स्टेडियम, जोधपुर

barkatullah khan stadium jodhpur

जोधपुर के बरकतुल्लाह खां स्टेडियम (Barkatullah khan stadium jodhpur) की बात करें तो यहां आखिरी इंटरनेशनल मैच हुए 19 साल हो चुके हैं. आखिरी बार यहां पर टीम इंडिया का सामना वेस्टइंडीज से साल 2002 में हुआ था. दोनों टीमों के बीच वनडे मुकाबला खेला गया था. उस मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 3 विकेट से करारी शिकस्त दी थी.

इस मैच में राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह ने शानदार अर्धशतक पारी भी खेली थी. लेकिन, अब इस क्रिकेट स्टेडियम (Cricket Stadium) को भुलाकर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को ज्यादा प्राथमिकता दी जाने लगी है.

3. कीनन स्टेडियम, जमशेदपुर

jamshedpur stadium international match

जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम को भला कौन भुला सकता है. लेकिन, बीते 15 सालों से ज्यादा का वक्त बीच चुका है और यहां पर एक भी अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया है. इस जगह पर आखिरी बार भारत और इंग्लैंड के बीच साल 2006 में वनडे मैच खेला गया था. इस मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी के साथ वीरेंद्र सहवाग ने पारी की शुरुआत की थी.

इस मैच में इंग्लैंड ने भारत को 4 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. लेकिन, इस स्टेडियम का ये अंतिम मैच था. जिसके बाद यहां अब तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया है. रांची में बने स्टेडियम (Cricket Stadium) की वजह से यहां की यादें अब धुंधली हो चुकी हैं.