3 गेंदबाज जो आईपीएल के इतिहास में ओपनिंग बल्लेबाजी के दौरान हुए फ्लॉप साबित

Published - 09 Sep 2020, 10:59 AM

खिलाड़ी

आईपीएल 2020 के आगाज की उलटी गिनती शुरू हो गयी है. सभी टीमें, फैन्स और खिलाड़ी इस आईपीएल सीजन के लिए काफी बेताब नजर आ रहे हैं. इसका कारण है आईपीएल का अनिश्चितताओं से भरपूर होना. दरअसल आईपीएल हमेशा से ही आश्चर्य से भरा रहा है. यहाँ कब क्या हो जाए किसी को भी कुछ पता नहीं है.

पिछले कुछ वर्षों में हमने टूर्नामेंट में कई हैरान कर देने वाले पल देखे हैं और इनमें से एक सबसे बड़ा पल सुनील नरेन को कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी करते हुए देखना था. यह दांव कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए एक सफल साबित हुआ क्योंकि जब से सुनील नरेन ने ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना शुरू किआ है.

तब से वह केकेआर के लिए गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी मैच जिता रहे हैं. हालाँकि नरेन की देखा देखी कई टीमों ने अपने गेंदबाज से ओपनिंग बल्लेबाजी करवाने की सोची, हालाँकि वो गेंदबाज ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर सफल नहीं हो सके. इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको उन 3 गेंदबाजों के नाम बताएँगे, जो आईपीएल में ओपनिग करने के दौरान बुरी तरह फ्लॉप हुए.

3, प्रवीण कुमार

प्रवीण कुमार हमेशा एक ऐसे खिलाड़ी थे जो गेंद के अलावा बल्ले के साथ भी शानदार खेल दिखा सकते थे. निचले क्रम में यह खिलाड़ी बड़े-बड़े शॉट मारने में सक्षम था. लेकिन क्रिकेट की दुनिया तब हैरान रह गई जब 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ एक मैच में, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल रहे प्रवीण कुमार को सलामी बल्लेबाजी के लिए उतारा गया.

उन्हें अपने पहले ही ओवर में मास्टर ग्लेन मैक्ग्रा का सामना करना पड़ा, जो शायद विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के लिए भी सबसे मुश्किल गेंदबाजों में से एक थे और प्रवीण तो एक पुछल्ले बल्लेबाज थे. हालाँकि प्रवीण ने दूसरी गेंद पर एक चौका जड़ते ही सबको चौका दिया. इसके बाद बारी थी ग्लेन मैक्ग्राथ की. चौके के बाद मैक्ग्राथ ने 2 शानदार गेंद फेंकी जो प्रवीण को समझ ही नहीं आई.

इसके बाद 5 वीं गेंद पर ग्लेन ने कुमार को आउट किया और वह पांच गेंदों पर छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए. एक बार ओपनिंग में यह खिलाड़ी सफल नहीं हुआ, तो अगले साल यानि आईपीएल 2009 में फिर से एकबार प्रयोग करने की कोशिश की गई, यह आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में खेला जा रहा था.

इस समय प्रवीण के सामने चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज मनप्रीत गोनी थे, जिन्होंने प्रवीण कुमार को बिना खाता खोले ही पवेलियन भेज दिया. इस प्रकार प्रवीण कुमार दो मौके मिलने के बावजूद फ्लॉप साबित हुए.

2, रविचंद्रन अश्विन

एमएस धोनी को हमेशा एक ऐसे कप्तान के रूप में जाना जाता है जो जोखिम भरे फैसले लेने से कतराते नहीं हैं. ऐसा ही एक फैसला धोनी ने आईपीएल 2013 में लिया था. दरअसल 2013 में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ एक मैच में रविचंद्रन अश्विन को धोनी ने सलामी बल्लेबाज के रूप में प्रमोट किया.

अश्विन ने शुरू में एक दो अच्छे शॉट्स जरूर लगाये, लेकिन वो अपनी इस बल्लेबाजी को ज्यादा देर तक नहीं चला सके. सुनील नरेन की फिरकी के आगे अश्विन की एक ना चली और वो 13 गेंदों में मात्र 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इस पारी के बाद अश्विन फिर दुबारा कभी भी सलामी बल्लेबाजी करते दिखाई नहीं दिए.

1, जोफ्रा आर्चर

आईपीएल और बिग बैश में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद इंग्लैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाले जोफ्रा आर्चर अब दुनिया भर में नाम कमा चुके हैं. ये भी सभी जानते हैं कि जोफ्रा आर्चर बल्ले के साथ भी राजस्थान रॉयल्स को कई मैच जीता चुके हैं, जिसे देखकर सभी को आश्चर्य हुआ था.

हालाँकि सभी फैन्स को सबसे ज्यादा आश्चर्य तब हुआ था जब राजस्थान रॉयल्स की टीम ने जोफ्रा आर्चर को बल्लेबाजी में ओपनिंग के लिए भेजा था. दरअसल आर्चर आईपीएल 2018 में आरसीबी के खिलाफ ओपनिंग बल्लेबाजी के लिए उतरे थे, जिसे देखकर विराट कोहली से लेकर क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज आश्चर्यचकित रह गए थे.

जोफ्रा आर्चर हालांकि ज्यादा देर तक क्रीज में नहीं टिक सके और मात्र 4 गेंद खेलकर बिना खाता खोले उमेश यादव की गेंद पर आउट हो गए. इसके बाद यह खिलाड़ी कभी ओपनिग बल्लेबाजी के लिए नहीं उतारा गया. वहीं आर्चर की गेंदबाजी की बात करें तो 2019 का सीजन इस गेंदबाज के लिए काफी अच्छा रहा था. जोफ्रा आर्चर ने 2019 में 11 मैचों में 6.79 की इकॉनमी के साथ 11 विकेट अपने नाम किए थे.