तारीख़ थी 13 जुलाई, साल था 2002, मैदान था लॉर्ड्स का और आमने- सामने थी इंग्लैंड और भारत। ये वो दिन था जिस दिन भारत और इंग्लैंड के बीच इतिहास का एक रोमांचक मुकाबला खेला गया था।
नेटवेस्ट सीरीज का वो फाइनल कोई कैसे भूल सकता है। ज़हीर ने दौड़ कर अभी दो रन पूरे भी नहीं किए थे, कि हवा में 99 नंबर की एक जर्सी लहरा रही थी। सचिन तेंदुलकर इस सोच में पड़े थे, कि आखिर ये कर क्या रहा है।
July 13, 2002 - #TeamIndia won the NatWest series final #ThisDayThatYear @MohammadKaif @ImZaheer @YUVSTRONG12 @SGanguly99. That epic moment - Etched forever!pic.twitter.com/jKeFXEmCgk
— BCCI (@BCCI) July 13, 2018
दादा ने जीत के बाद हवाँ में लहराई थी अपनी टी- शर्ट
जी हां, उस समय भारत के कप्तान थे सौरव गांगुली। दादा ने उस ऐतिहासिक जीत के बाद टी-शर्ट लहरा बताया था कि क्यों उन्हें बंगाल टाइगर कहा जाता है।
दरअसल नेटवेस्ट सीरीज से पहले जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी, तो मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत को हराने के बाद फ्लिंटॉफ ने शर्ट उतारा था। ये उसी लम्हें का जवाब था, जो फ्लिंटॉफ को गांगुली ने अपने अंदाज में दिया था।
उस मुकाबले में मार्क ट्रैकॉथिक और कप्तान नासिर हुसैन ने शानदार शतकीय पारी खेली थी। जिसकी बदौलत भारत को 325 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला था। इस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली के बीच शतकीय साझेदारी हुई थी.
सहवाग ने 49 गेंद में 45 रन बनाए जबकि गांगुली ने 43 गेंद में 60 रनों की पारी खेली। इसके बाद मिडिल आर्डर गड़बड़ा गया था। बाद में पारी को युवराज और कैफ ने संभाला था। युवराज सिंह 69 रन बनाकर आउट हुए जबकि कैफ ने नाबाद 89 रनों की पारी खेल टीम इंडिया को 2 विकेट से ऐतिहासिक जीत दिलाई।
14 जुलाई को लॉर्ड्स में होना है दूसरा एकदिवसीय मुकाबला
भारत इंग्लैंड दौरे पर है और 14 जुलाई को लॉर्ड्स में ही एकदिवसीय श्रृंखला का दूसरा मुकाबला खेलेगा।