Cricket को एक हमेशा से ‘जेंटलमैन’ गेम माना जाता है. जहां खिलाड़ी ना सिर्फ अपने खेल से बल्कि अपनी खेल भावना से भी लोगों का दिल जीत लेते हैं. भारतीय पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में तो आप जानते ही होंगे. जो किसी खिलाड़ी के चोटिल होने से खुद उसकी मदद करने में लग जाते थे.
वहीं कई बार ऐसा भी हुआ है कि कुछ खिलाड़ियों की वजह से इस जेंटलमैन गेम को बदनामी भी झेलनी पड़ी है. कई बार खिलाड़ियों द्वारा की गई मैच फिक्सिंग के चलते भी क्रिकेट शर्मसार होना पड़ा है. आज हम आपको ऐसे ही क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जिनका नाम फिक्सिंग से जुड़ने पर क्रिकेट को शर्मसार होना पड़ा.
इन 10 Cricketers का नाम जुड़ा फिक्सिंग से
1. हैंसी क्रोन्ये (Hansie Cronje)
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटरों में से एक हैंसी क्रोन्ये ने अपने करियर में 68 टेस्ट मैचों में 3714 और 188 वनडे मैचों में 5565 रन बनाए थे. क्रोन्ये ने अफ़्रीकी टीम की कमान भी सम्भाली थी. अपनी Captaincy में टीम को जीत की राह पर लाने वाले इस खिलाड़ी का नाम मैच फिक्सिंग के केस में फंस गया. जब उन पर लगा यह आरोप सही साबित हो गया तब अफ्रीकी Cricket Board ने उन पर आजीवन प्रतिबन्ध लगा दिया. 1 जून 2002 को एक प्लेन क्रैश में उनका देहावसान हो गया.
2. मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin)
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और अपने पहले तीनों टेस्ट मैच में लगातार तीन शतक लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी नाम मैच फिक्सिंग में फंस चुका है. अजहरुद्दीन के इस फिक्सिंग में पाए जाने के बाद बीसीसीआई ने उन पर आजीवन प्रतिबन्ध लगा दिया था और Captaincy भी छीन ली थी. 99 टेस्ट में 6215 और 334 वनडे Cricket मैचों में 9378 रन बना चुके अजहरुद्दीन को भारत के उम्दा और सफल कप्तानों में गिना जाता है.
3. मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar)
भारतीय टीम के निचले क्रम के बल्लेबज और जरुरत पड़ने पर पारी की शुरुआत भी करने वाले मनोज प्रभाकर को जब 1996 की विश्वकप टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया तब उन्होंने Cricket से संन्यास की घोषणा कर दी थी. इस वाक्ये के तीन साल बाद 1999 में तहलका नाम की पत्रिका ने उन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था. उन पर कपिल देव और अन्य साथियों को मैच फिक्सिंग में फंसाने की कोशिश का आरोप था. उसके बाद वह कभी भारतीय टीम के लिए नहीं खेल पाये.
4. हर्षल गिब्स (Herschelle Gibbs)
2001 में मारिजुआना पीते हुए पकड़े गए दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज सलामी बल्लेबाज हर्षल गिब्स के नाम 8,500 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन दर्ज हैं. उन्होंने कई बाद अपनी टीम को जीत दिलाई है. आपको ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वो पहली बार 438 रन का सफलता पूर्वक पीछा करना तो याद ही होगा. जिसमें गिब्स ने अकेले दम पर मैच अफ्रीका की झोली में डाल दिया था. लेकिन, यह खिलाड़ी भी हैंसी क्रोन्ये के साथ ही मैच फिक्सिंग में फंस चुका है. जिसके बाद उन पर छह महीने का बैन लगाया गया था.
5. हेनरी विलियम्स (Henry Williams)
हंसी क्रोनिए व हर्सल गिब्स के साथ ही साउथ अफ्रीका के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हेनरी विलियम्स का नाम भी भी फिक्सिंग के आरोप में आ चुका है. सिर्फ सात वनडे मैचों में 9 विकट लेने वाले हेनरी को भारत के खिलाफ एकदिवसीय Cricket मैचों में प्रदर्शन ना करने के लिए पैसे मिले थे. यही नहीं अपने 10 ओवर में 50 से ज्यादा रन भी देने के लिए कहा गया था. लेकिन, चोट की वजह से वो सिर्फ 11 ही गेंदे फेंक सके थे.आरोप सिद्ध होने पर हेनरी विलियम्स पर साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने 6 महीने का बैन लगा दिया था.
6. मार्लोन सैम्युल्स (Marlon Samuels)
277 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 17 शतक और 9 हजार ज्यादा रन आने नाम करने वाले वेस्टइंडीज के बल्लेबाजी आलराउंडर खिलाड़ी मार्लोन सैम्युल्स ने सन 2000 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था. 2013 में उनका नाम विजडम क्रिकेटर ऑफ़ द इयर के लिए भी चुना गया था. लेकिन, हम आपकों बता दें कि इस खिलाड़ी का जीवन भी दागदार हो चुका है. जब 2007 में भारत के दौरे पर उन पर फिक्सिंग का आरोप लगा था. जिस कारण उन्हें दो साल के लिए Cricket से बैन भी लगा था. सिर्फ यही नहीं 2012 में बिग बैश लीग में भी उन पर शेन वार्न से भिड़ने का आरोप लगा था.
7. अजय जडेजा (Ajay Jadeja)
भारतीय टीम के लिए 15 टेस्ट और 196 वनडे मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले अजय जडेजा के नाम 6 हजार अंतरराष्ट्रीय रन दर्ज हैं. टीम के इस जुझारू खिलाड़ी का नाम 1999 में मैच फिक्सिंग के आरोप में फंस चुका है. जिसके बाद उन पर पांच साल का प्रतिबन्ध लगा दिया गया था. हालांकि 27 जनवरी 2003 में दिल्ली हाईकोर्ट ने उनके इस बैन को ख़ारिज कर दिया. जिससे वो घरेलू Cricket में खेल सकें. जडेजा को 1990 के दशक में पॉवर हिटिंग और तेज बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है.
8. सलमान बट (Salman Butt)
पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट को विस्फोटक और भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिना जाता था. उन्होंने 2003 से लेकर 2010 तक अपने 33 टेस्ट मैचों में 1889 रन और 78 वनडे मैचों में 2725 रन बनाए था. सलमान बट ने अपनी टीम के लिए 24 टी20 मैच भी खेले हैं जिसमें उनके नाम 3 अर्धशतक दर्ज हैं. 2010 में जब पाकिस्तानी टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी तब कप्तान बट स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे. जिसके बाद उनसे Captaincy छीन कर 10 साल का बैन लगा दिया गया.
9. मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif)
पाकिस्तान के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने 2005 से 2010 तक टीम के लिए 72 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. 2010 में जब पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई थी. तब इस पूर्व तेज गेंदबाज का नाम स्पॉट फिक्सिंग में फंस गया था. अगस्त 2010 में इंग्लैंड के एक रविवारी समाचार पत्र न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने यह दावा किया था कि मोहम्मद आसिफ ने जानबूझकर नो बॉल फेंकी थी. इसके बाद पीसीबी ने उन पर सात साल का बैन लगा दिया था.
10. मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir)
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज सलमान बट और पूर्व गेंदबाज मोहम्मद आसिफ के साथ ही मोहम्मद आमिर का नाम भी 2010 के पाकिस्तान टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के मामले में फंस चुका है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो नो बॉल फेंकी थी. जिसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था और उन पर पांच साल का बैन भी लग चुका है. बैन के बाद जब वो फिर से टीम का हिस्सा बने तब उनकी गेंदबाजी में पहले जैसी धार नहीं रही थी.