टीम इंडिया के खिलाड़ी हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) लंबे समय से बाहर चल रहे हैं. उन्हें साल 2022 में आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए देखा गया था. लेकिन, वह टीम इंडिया में वापसी करने के लिए लगातार घरेलू क्रिकट में आंध्र प्रदेश की ओर से खेल रहे हैं. मगर पिछले कुछ महीनों से उनके आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से रिश्ते में कटास आ चुकी है. कप्तानी से हटाए जाने के बाद वह एसोसिएशन से 2 महीनों में 4 बार NOC मांग चुके हैं. लेकिन, उनका यह इंतजार अब खत्म हो गया है. इस बात की जानकारी क्रिकेटर ने खुद एक्स पर शेयर की.
Hanuma Vihari का इंतजार हुआ खत्म
- हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) घरेलू क्रिकेट में आंध्र प्रदेश के लिए क्रिकेट खेलते हैं. उन्होंने आखिरी मुकाबला रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश के खिलाफ खेला था.
- इस सीजन में उन्हें अपने साथी खिलाड़ी से गलत व्यवहार और राजनीतिक जवाब से कैप्टेंसी से मुक्त भार कर दिया गया था.
- जिसते बाद हनुमा विहारी ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि मैं कभी क्रिकेट हीं खेलूगा. तभी से APC से NOC की डिमांड कर रहे है.
- उन्होंने एसोसिएशन से एनओसी सार्टिफिकेट नहीं मिलने पर गंभीर आरोप लगाए थे. आखिरकार उन्हें एनओसी मिल गई है.
हनुमा विहारी ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
- हनुमा विहारी ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने आंध्र प्रदेश से NOC मिलने पर घरेलू बोर्ड का मजाक बनाया.उन्होंने एक्स पर फिरकी लेते हुए लिखा.
”मैं पिछले 2 महीने से NOC के बारे में पूछ रहा था. जिसके लिए मैंने APC को 4 मेल भी किए. उसके बावजूद भी मुझे मेरी NOC नहीं दी गई. लेकिन, एकदम हालात बदल गए हैं. उन्होंने मुझे एनओसी जारी कर दी है.”
I have been asking for NOC from 2 months, mailed them 4 times. Didn’t give my NOC.
Now that things have turned, they’ve issued my NOC immediately.
lol 😂 pic.twitter.com/3SrFSjdNS7— Hanuma vihari (@Hanumavihari) June 4, 2024
रणजी ट्रॉफी 2024 में छिन ली गई थी कप्तानी
- रणजी ट्रॉफी 2024 के सीजन में हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) आंध्र प्रदेश की कमान संभाल रहे थे.
- इस बीच टीम में बवाल देखने को मिला था. दरअसल उन्होंने अपनी टीम के एक साथी को डांट किया था या फिर यू कहे कप्तान होने के नाते कुछ कहा होगा
- लेकिन, उस प्लेयर के पिता के राजनीति में अच्छे संबंध थे. जिसकी वजह से बोर्ड ने राजनीतिक दबाब में आकर कप्तानी छिन ली.
- ऐसे आरोप खुद हनुमा विहारी ने लगाए थे.
हनुमा विहारी के सपोर्ट में बोर्ड को लिखी थी चिट्ठी
- जब हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने बोर्ड की कार्यवाही के बाद क्रिकेट नहीं खेलने की बात कही थी तो उनकी टीम के साथ खिलाड़ी उनके सपोर्ट में खड़े हुए नजर आए थे.
- आंध्र प्रदेश के क्रिकेटर्स ने एसोसोशिएशन को चिट्ठी लिखी थी. खिलाड़ी को डांटने वाली बात को एक सिरे से नाकर दिया था.
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